न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद : 1 अप्रैल से शुरू होगी गेहूं, चने व जौ की खरीद

Share Product Published - 23 Mar 2022 by Tractor Junction

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद : 1 अप्रैल से शुरू होगी गेहूं, चने व जौ की खरीद

जानें, किस रेट पर होगी एमएसपी पर खरीद और क्या रहेगी व्यवस्था

देश में रबी फसलों की कटाई का काम चल रहा है और कई राज्यों में किसानों से न्यूनतम सर्मथन मूल्य पर फसल की खरीदी का काम भी शुरू हो चुका है। राज्य सरकारों ने भी किसानों से एमएसपी पर उपज खरीदने के लिए मंडियों में उचित व्यवस्था की हुई है। इसी क्रम में हरियाणा सरकार की ओर से किसानों से रबी फसल की खरीदी के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। इसके अनुसार राज्य में गेहूं, चने व जौ की खरीद 1 अप्रैल से शुरू होगी। जबकि सरसों की खरीद 22 मार्च से ही शुरू हो चुकी है। इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि भारत सरकार के निर्णय अनुसार गेहूं की खरीद की अवधि 1 अप्रैल 2022 से 15 मई 2022 तक रहेगी। चने व जौ की खरीद भी 1 अप्रैल 2022 से शुरू होगी तथा सरसों की खरीद शुरू हो चुकी है। 

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गेहूं, चना, सरसों एवं जौ की खरीद के लिए बनाए 539 केंद्र

किसानों की सुविधा को देखते हुए इस बार खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ा दी गई है। अब राज्य में गेहूं, चना, सरसों और जौ की सरकारी खरीद के लिए 539 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। इसमें से गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए 410 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। चने के लिए 11 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। इसी प्रकार जौ के लिए 25 बनाए खरीद केंद्र रखे गए हैं। वहीं सरसों के लिए 93 खरीद केंद्र खोले गए हैं।  

उपज विक्रय के लिए इन मापदंडों का करना होगा पालन

भारत सरकार की ओर से रबी फसलों के मापदंड रबी खरीद सीजन वर्ष 2021-22 वाले ही रखे गए है। खरीद के लिए आवश्यक सभी प्रबंध सीजन आरंभ होने से पूर्व कर लिए जाएंगे। गेहूं में नमी और उसकी क्वालिटी को लेकर भी नियम वही हैं। इसी प्रकार सरसों व अन्य फसलों के लिए मानदंड जो पिछले रबी खरीद सीजन में थे, वही रखें गए हैं। इसलिए किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। बता दें कि मेरी फसल मेरा ब्योरा पर पंजीकृत किसान अपनी खरीद केंद्रों पर एमएसपी पर अपनी फसल बेच सकेंगे। वहीं जिन किसानों ने अब तक मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण नहीं कराया है वे एमएसपी पर फसल नहीं बेच पाएंगे। 

न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद : 410 कृषि उपज मंडियों में होगी गेहूं की खरीद

हरियाणा सरकार ने किसानों के हितों का ध्यान रखते हुए इस बार 410 मंडियों में गेहूं की खरीद करने का निर्णय लिया है। 1 अप्रैल से प्रदेश भर में गेहूं की खरीद शुरू की जाएगी। किसानों को मंडी में गेहूं की फसल बेचने में किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े, इसलिये मंडियों की संख्या ज्यादा रखी गई है। इससे किसान अपने नजदीक बने खरीद सेंटर में जाकर आसानी से अपनी फसल को बेच सकेंगे। 

Minimum Support Price : किस जिले में कितने खरीद केंद्र बनाए

प्रदेश सरकार की ओर से गेहूं खरीद के लिए खरीद एजेंसियों के लिए मंडियों व खरीद केंद्रों का आवंटन कर दिया है। इसके अनुसार सिरसा जिले में गेहूं खरीद के लिए 64 मंडियां बनाई गई है। इसी तरह फतेहाबाद में 51, कैथल में 41, जींद में 35, हिसार में 29, सोनीपत में 24 करनाल- कुरुक्षेत्र में 23-23, अंबाला में 15, पलवल-यमुनानगर में 13-13, पानीपत में 12, भिवानी में 11, झज्जर-रोहतक में 10-10, दादरी में 8, फरीदाबाद व महेंद्रगढ़ में 6-6, गुरुग्राम व नूंह में 5-5, पंचकुला व रेवाड़ी में 3-3 मंडियों में गेहूं की खरीद होगी। 

रविवार को भी किसानों से होगी एमएसपी पर उपज की खरीद

राज्य के उपमुख्यमंत्री ने बताया है कि क्षेत्रीय कार्यालय / मंडियों को रविवार के दिन भी खोलने का निर्णय लिया गया है। जिस एजेंसी को खरीद के लिए शनिवार का दिन अलांट किया गया है, वही एजेंसी रविवार को भी गेहूं खरीद करेगी।

किस भाव पर होगी गेहूं, चना और सरसों की सरकारी खरीद

केंद्र सरकार की ओर से हर रबी और खरीफ सीजन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए जाते हैं। रबी फसलों की बुआई से पहले ही रबी की विभिन्न फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए जा चुके हैं, जिस पर ही सभी राज्यों में इन फसलों की सरकारी खरीद की जाएगी। इस वर्ष 2022-23 के लिए गेहूं, चना, सरसों तथा जौ का न्यूनतम समर्थन मूल्य इस प्रकार है-

  • गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2015 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है।
  • चना का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5230 रुपए प्रति क्विंटल है।
  • सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5050 रुपए प्रति क्विंटल रहेगा।
  • जौ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1635 रुपए प्रति क्विंटल है।

किसान को गेहूं और सरसों खुले बाजार में बेचने से होगा लाभ

हमने ऊपर आपको इस रबी सीजन के लिए जो केंद्र सरकार की ओर से फसलों का समर्थन मूूल्य यानि एमएसपी तय किया गया है उसकी लिस्ट दी है। लेकिन बता दें कि इस इस वर्ष बाजार में गेहूं एवं सरसों का मूल्य सरकार की ओर से तय किए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक चल रहा है। ऐसी स्थिति में किसानों के लिए गेहूं  खुले बाजार में बेचना ज्यादा अच्छा रहेगा। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन करने के बावजूद भी अच्छा दाम मिलने पर किसान चाहे तो अपनी उपज व्यापारियों को सीधे बेच सकते हैं। 

क्या चल रहा है बाजार में गेहूं और सरसों का ताजा भाव 

  • राजस्थान की अलवर मंडी भाव में गेहूं-2050/2075 रुपए प्रति क्विंटल और सरसों कंडीशन-6550 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है।
  • बीकानेर अनाज मंडी में सरसों का भाव 5800 से लेकर 6300 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है। 
  • हरियाणा की ऐलनाबाद मंडी सरसों का भाव 5700-6450 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है।
  • सिरसा अनाज मंडी में सरसों का रेट 5800-6301 रुपए प्रति क्विंटल का दर्ज किया गया।
  • आदमपुर अनाज मंडी में सरसों का भाव 6000-6440 रुपए प्रति क्विंटल का रहा।
  • सतना मंडी (मध्य प्रदेश) में सरसों 6100-6500 रुपए प्रति क्विंटल रहा।
  • जबलपुर मंडी में गेहूं का भाव-2050/2080+50 रहा। वहीं सरसों/राई-4500/6100 रुपए प्रति क्विंटल का भाव रहा।  


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