देश में रबी फसलों की कटाई का काम चल रहा है और कई राज्यों में किसानों से न्यूनतम सर्मथन मूल्य पर फसल की खरीदी का काम भी शुरू हो चुका है। राज्य सरकारों ने भी किसानों से एमएसपी पर उपज खरीदने के लिए मंडियों में उचित व्यवस्था की हुई है। इसी क्रम में हरियाणा सरकार की ओर से किसानों से रबी फसल की खरीदी के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। इसके अनुसार राज्य में गेहूं, चने व जौ की खरीद 1 अप्रैल से शुरू होगी। जबकि सरसों की खरीद 22 मार्च से ही शुरू हो चुकी है। इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि भारत सरकार के निर्णय अनुसार गेहूं की खरीद की अवधि 1 अप्रैल 2022 से 15 मई 2022 तक रहेगी। चने व जौ की खरीद भी 1 अप्रैल 2022 से शुरू होगी तथा सरसों की खरीद शुरू हो चुकी है।
किसानों की सुविधा को देखते हुए इस बार खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ा दी गई है। अब राज्य में गेहूं, चना, सरसों और जौ की सरकारी खरीद के लिए 539 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। इसमें से गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए 410 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। चने के लिए 11 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। इसी प्रकार जौ के लिए 25 बनाए खरीद केंद्र रखे गए हैं। वहीं सरसों के लिए 93 खरीद केंद्र खोले गए हैं।
भारत सरकार की ओर से रबी फसलों के मापदंड रबी खरीद सीजन वर्ष 2021-22 वाले ही रखे गए है। खरीद के लिए आवश्यक सभी प्रबंध सीजन आरंभ होने से पूर्व कर लिए जाएंगे। गेहूं में नमी और उसकी क्वालिटी को लेकर भी नियम वही हैं। इसी प्रकार सरसों व अन्य फसलों के लिए मानदंड जो पिछले रबी खरीद सीजन में थे, वही रखें गए हैं। इसलिए किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। बता दें कि मेरी फसल मेरा ब्योरा पर पंजीकृत किसान अपनी खरीद केंद्रों पर एमएसपी पर अपनी फसल बेच सकेंगे। वहीं जिन किसानों ने अब तक मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण नहीं कराया है वे एमएसपी पर फसल नहीं बेच पाएंगे।
हरियाणा सरकार ने किसानों के हितों का ध्यान रखते हुए इस बार 410 मंडियों में गेहूं की खरीद करने का निर्णय लिया है। 1 अप्रैल से प्रदेश भर में गेहूं की खरीद शुरू की जाएगी। किसानों को मंडी में गेहूं की फसल बेचने में किसी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े, इसलिये मंडियों की संख्या ज्यादा रखी गई है। इससे किसान अपने नजदीक बने खरीद सेंटर में जाकर आसानी से अपनी फसल को बेच सकेंगे।
प्रदेश सरकार की ओर से गेहूं खरीद के लिए खरीद एजेंसियों के लिए मंडियों व खरीद केंद्रों का आवंटन कर दिया है। इसके अनुसार सिरसा जिले में गेहूं खरीद के लिए 64 मंडियां बनाई गई है। इसी तरह फतेहाबाद में 51, कैथल में 41, जींद में 35, हिसार में 29, सोनीपत में 24 करनाल- कुरुक्षेत्र में 23-23, अंबाला में 15, पलवल-यमुनानगर में 13-13, पानीपत में 12, भिवानी में 11, झज्जर-रोहतक में 10-10, दादरी में 8, फरीदाबाद व महेंद्रगढ़ में 6-6, गुरुग्राम व नूंह में 5-5, पंचकुला व रेवाड़ी में 3-3 मंडियों में गेहूं की खरीद होगी।
राज्य के उपमुख्यमंत्री ने बताया है कि क्षेत्रीय कार्यालय / मंडियों को रविवार के दिन भी खोलने का निर्णय लिया गया है। जिस एजेंसी को खरीद के लिए शनिवार का दिन अलांट किया गया है, वही एजेंसी रविवार को भी गेहूं खरीद करेगी।
केंद्र सरकार की ओर से हर रबी और खरीफ सीजन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए जाते हैं। रबी फसलों की बुआई से पहले ही रबी की विभिन्न फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए जा चुके हैं, जिस पर ही सभी राज्यों में इन फसलों की सरकारी खरीद की जाएगी। इस वर्ष 2022-23 के लिए गेहूं, चना, सरसों तथा जौ का न्यूनतम समर्थन मूल्य इस प्रकार है-
हमने ऊपर आपको इस रबी सीजन के लिए जो केंद्र सरकार की ओर से फसलों का समर्थन मूूल्य यानि एमएसपी तय किया गया है उसकी लिस्ट दी है। लेकिन बता दें कि इस इस वर्ष बाजार में गेहूं एवं सरसों का मूल्य सरकार की ओर से तय किए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक चल रहा है। ऐसी स्थिति में किसानों के लिए गेहूं खुले बाजार में बेचना ज्यादा अच्छा रहेगा। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन करने के बावजूद भी अच्छा दाम मिलने पर किसान चाहे तो अपनी उपज व्यापारियों को सीधे बेच सकते हैं।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।
{Vehicle Name}
जानें, पपीते की खेती का सही तरीका और इससे कितना हो सकता है लाभ किसान...
Read Moreजानें, करेले की खेती का सही तरीका और इससे कितना हो सकता है लाभ किसान...
Read Moreजानें, कौनसी है धान की ये किस्में और इससे कितनी मिलेगी पैदावार धान की खेती...
Read Moreजानें, ग्वार की बुवाई का सही समय और इसके लाभ ग्वार की खेती (Cultivation of...
Read Moreजानें, शकरकंद की खेती का तरीका और इसके लाभ किसान बहुत तरह की फसलों की...
Read Moreभारत में जब भी खेती की बात होती है तो महिंद्रा ट्रैक्टर का नाम सबसे...
Read MoreIn April 2024, domestic tractor sales in India saw a decline, with a 2.71%. The...
Read Moreजानें, देश की विभिन्न मंडियों में चने का भाव और आगे बाजार का रूख इस...
Read Moreजानें, पपीते की खेती का सही तरीका और इससे कितना हो सकता है लाभ किसान...
Read MoreAccording to its full-time director and CFO Bharat Madan, farm and construction equipment manufacturer Escorts...
Read MoreRequest Call Back
ट्रैक्टर से जुडी किसी भी सहायता के लिए
तुरंत अपनी जानकारी भरे और हम आपसे जल्दी संपर्क करेंगे !
ट्रैक्टर से जुडी किसी भी सहायता के लिए
तुरंत अपनी जानकारी भरे और हम आपसे जल्दी संपर्क करेंगे !
ट्रैक्टर से जुडी किसी भी सहायता के लिए
तुरंत अपनी जानकारी भरे और हम आपसे जल्दी संपर्क करेंगे !
ट्रैक्टर से जुडी किसी भी सहायता के लिए
तुरंत अपनी जानकारी भरे और हम आपसे जल्दी संपर्क करेंगे !
Report Incorrect Price -