Published - 01 Feb 2022
इन दिनों मौसम में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। इससे कभी कोहरा, कभी बारिश तो कभी तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। हालांकि बीते दिनों की अपेक्षा इन दिनों सर्दी का प्रकोप कुछ कम हुआ है। दोपहर के समय तेज धूप होने से लोगों को सर्दी से काफी राहत मिल रही है। दोपहर के तापमान में बढ़ोतरी होने के साथ ही अब बारिश की संभावना भी बढऩे लगी है। मौसम विभाग के अनुसार इस समय जो मौसम परिसंचरण तंत्र चल रहा है उसके अनुसार अभी इतनी जल्दी सर्दी का असर खत्म होने वाला नहीं है। इस दौरान मौसम में बदलाव तो जरूर आएगा लेकिन पूरी तरह से बदलाव मार्च के दूसरे सप्ताह तक देखने को मिलेगा। इस दौरान सर्दी पूरी तरह समाप्त हो जाएगी और गर्मी का मौसम शुरू हो जाएगा। इससे पहले कई राज्यों में तापमान में अचानक बढ़ोतरी के साथ ही बारिश होगी और एक बार फिर सर्दी अपना रंग दिखाएगी। हालांकि सर्दी के तेवर पहले से कम तीखे होंगे।
मौसम विभाग के अनुसार साल 2022 के फरवरी माह में देश के ज्यादातर इलाकों में सामान्य से कम तापमान रहने की संभावना है। वहीं पंजाब और हरियाणा में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती हैं। जबकि पंजाब व हरियाणा को छोडक़र उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने की संभावना है।
वहीं बात करें तापमान की तो मौसम विभाग के अनुसार देश के कई हिस्सों में फरवरी माह में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि फरवरी 2022 में पूर्वोत्तर भारत के पूर्वी हिस्से, दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत और मध्य भारत के दक्षिणपूर्वी हिस्से को छोडक़र, जहां न्यूनतम तापमान सामान्य या सामान्य से अधिक रहने के आसार हैं। वहीं देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से कम तापमान दर्ज किया जा सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार अभी फिलहाल सर्दी से राहत नहीं मिलने वाली है। अगले 24 घंटे के दौरान मौसम में परिवर्तन हो सकता है। इससे शीतलहर और बारिश होने की संभावना के साथ ही सर्दी में फिर से बढ़ोतरी होगी और ठिठुरन बढ़ेगी। मौसम विभाग का कहना है कि धु्रवीय प्रशांत क्षेत्र में कमजोर ला नीना परिस्थितियां सक्रिय हैं, जिन्हें भीषण ठंड से जोड़ा जाता है। विभाग ने बताया कि नवीनतम मॉनसून मिशन क्लाइमेट फोरकास्ट सिस्टम (एमएमसीएफएस) के पूर्वानुमान से संकेत मिलता है कि ला नीना परिस्थितियां उत्तरी गोलार्ध के वसंत के मौसम से कमजोर पडऩा शुरू होंगी और 2022 की दूसरी तिमाही के दौरान तटस्थ स्थिति में पहुंचेंगी।
मौसम विभाग के अनुसार फरवरी का महीना भी पश्चिमी विक्षोभ की एक श्रृंखला के साथ शुरू होगा। पहला सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ 2 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पास पहुंचेगा। पूरे पश्चिमी हिमालय में 4 फरवरी तक बारिश और बर्फबारी जारी रहेगी। बारिश की गतिविधियों के लिहाज से पहले पश्चिमी विक्षोभ का असर गंगा के मैदानी इलाकों पर भी महसूस किया जाएगा। 3 से 4 फरवरी के बीच पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनेगा और यह धीरे-धीरे बिहार और इससे सटे झारखंड और पश्चिम बंगाल के हिस्सों की ओर बढ़ सकता है।
वेदर रिपोर्ट के अनुसार, 3 फरवरी तक बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में बारिश शुरू हो सकती है। वहीं 4 फरवरी को पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों और बिहार और झारखंड के अलग-अलग हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। इसके बाद 5 फरवरी तक बारिश की गतिविधियां काफी कम हो जाएंगी। बता दें कि देश के कुछ हिस्सों जैसे बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में फरवरी के महीने में भारी बारिश की गतिविधियां नहीं होती हैं। लेकिन ये हमेशा अपवाद होते हैं। इसलिए ये पूर्ण रूप से नहीं कहा जा सकता है कि यहां भारी बारिश नहीं हो सकती है।
इधर निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर की ओर से जारी किए गए पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 24 घंटे दौरान देश के कई हिस्सों में बारिश, कोहरा व शीतलर जैसी गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। इसके बाद मौसम में व्यापक परिवर्तन हो सकता है। हालांकि अभी देश के कई हिस्सों में दोपहर के तापमान में बढ़ोतरी देखी गई है जिससे धूप में तेजी दिखाई दी है लेकिन अभी सर्दी का दौर जारी रहेगा और बारिश होगी। इस दौरान कभी बारिश तो कभी कोहरा या शीतहवाएं चलेंगी जो सर्दी के असर को बनाए रखेगी।
स्काईमेट वेदर के अनुसार इस समय देश भर में जो मौसमी सिस्टम बन रहे हैं वे इस प्रकार से हैं-
अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।
Social Share ✖