Published - 24 May 2022
केंद्र सरकार की ओर से किसानों के लिए कई प्रकार की लाभकारी योजनाएं चला रखी है। लेकिन जानकारी के अभाव में किसान इसका लाभ उठा नहीं पाते हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक योजना पशुपालन के लिए बड़े काम की योजना है। इस योजना का नाम नेशनल लाइव स्टॉक मिशन है। इसके तहत पशुपालन करने वाले किसानों को चारा काटने वाली मशीन पर सरकार की ओर से सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको चारा काटने वाली मशीन पर मिलने वाली सब्सिडी, आवेदन प्रक्रिया और दस्तावेजों सहित अन्य प्रमुख जानकारी दे रहे हैं ताकि आप इसका लाभ उठा सकें।
चारा काटने वाली मशीन पर सरकार की ओर से पशुपालक किसानों को 70 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। इसमें दो प्रकार की चारा मशीनों पर सरकार की ओर से अलग-अलग सब्सिडी दी जाती है। पावर से चलने वाली चारा मशीन पर 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है, जबकि हस्तचलित मशीनों पर 70 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है। यदि मशीन की कीमत 20 हजार रुपए है तो आपको 10 हजार रुपए तक अनुदान मिल जाएगा। यानि आपको आधी कीमत पर चारा मशीन मिल जाएगी। बता दें कि इसमें विशेषरूप से छोटे और सीमांत किसानों और महिला किसानों को प्राथमिकता दी जाती है। योजना के तहत चयनित पशुपालकों को पांच हजार रुपए की मशीन पर करीब 3750 रुपए तक अनुदान दिया जाएगा।
नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के तहत पशुुपालक किसानों को चारा काटने वाली मशीन पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाएगा। इसके लिए पशुपालकों का चयन के लिए कुछ शर्तें रखी गईं हैं जो इस प्रकार से हैं-
चारा काटने की मशीन का लाभ लेने के लिए इच्छुक पशुपालक अपना आवेदन मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में जमा कराएं। इच्छुक लाभार्थी किसी भी कार्यदिवस में अपना आवेदन जमा कर सकते हैं।
इस योजना के अलावा पशुओं को पौष्टिक चारा खिलाने के लिए उपकरणों की खरीद पर भी सरकार की ओर से पशुपालकों सब्सिडी दी जाएगी। इसके तहत पशुपालकों को 100 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान की जाती है। योजना के तहत पशुपालक का चुनाव ग्राम सभा की खुली बैठक में आने वाले प्रस्तावों में पात्रता के आधार पर किया जाता है। जिसमें पशु चिकित्सा अधिकारी की अध्यक्षता में गठित एक समिति की अंतिम स्वीकृति के बाद ही लाभार्थी का चयन किया जाता है।
इस मशीन को हाथ से घुमाकर चलाया जाता है। यह मशीन सस्ती और अधिक काम करने वाली मशीन मानी जाती है। इससे करीब 200 से 300 किलो/ प्रति घंटा सूखा और हरा चारा काटा जा सकता है। इस मशीन की बाजार कीमत करीब 2 हजार से 8 हजार रुपए के बीच होती है।
यह मशीन विद्युत मोटर की सहायता से चलती है। मोटर चलित चारा मशीन में सामान्यत: 2 एचपी मोटर का प्रयोग किया जाता है। लेकिन आवश्यकतानुसार इससे ऊपर एचपी की मोटर भी प्रयोग में लाई जा सकती है। इस मशीन से हरा और सूखा चारा आसानी से कटा जा सकता है। सुरक्षा की दृष्टि से भी ये मशीन अच्छी मानी गई है। इस मशीन की बाजार कीमत करीब 15 हजार से लेकर 25 हजार रुपए तक होती है।
इस मशीन को ट्रैक्टर के पीछे जोडक़र चलाया जा सकता है। हेवी ड्यूटी के साथ चलने वाली यह मशीन सूखा और हरा चारा अच्छी क्षमता से काट लेती है। ट्रैक्टर से चलने वाली मशीन की बाजार में कीमत 30 हजार से शुरू होकर 2 लाख रुपए तक की रेंज में आती हैं।
नेशनल लाइव स्टॉक मिशन योजना में पशुपालन को बढ़ावा देने के साथ रोजगार के अवसर उत्पन्न करना, दूध, ऊन, अंडे आदि के उत्पादन में वृद्धि करने पर बल दिया जाता है। यह मिशन केंद्र सरकार की ओर से संचालित है। इसमें पशुपालन क्षेत्र की वर्तमान आवश्यकताओं का ध्यान रखा गया है। नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के कई उप मिशन भी हैं इनमें फीड और चारा विकास उप मिशन भी है। इसके तहत पशुपालक किसानों को चारा मशीन पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है।
नेशनल लाइव स्टॉक मिशन योजना के पुनर्गठित राष्ट्रीस पशुधन मिशन में कई उप मिशन भी है जो इस प्रकार हैं-
नेशनल लाइव स्टॉक मिशन योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट https://www.nlm.udyamimitra.in/ पर जाकर ली जा सकती है। इसके अलावा अपने जिले के पशुपालन विभाग से भी आप इस योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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