Published - 19 Oct 2021
फसलों में रसायनिक खादों का प्रयोग कम करने के लिए किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जैविक खेती की खास बात ये हैं कि इसमें प्राकृतिक रूप से तैयार खाद का प्रयोग किया जाता है जिससे फसल की लागत में कमी आती है और उत्पादन भी बेहतर होता है। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी जैविक उत्पाद अच्छे माने जाते हैं। जैविक तरीके से तैयार किए गए उत्पादों की बाजार में भी अधिक मांग रहती है। इतना ही नहीं जैविक खेती के लिए सरकार से मदद भी मिलती है।
जैविक खेती में जिस खाद का प्रयोग किया जाता है उसे वर्मी कम्पोस्ट के नाम से जाना जाता है। इसके प्रयोग से फसल स्वस्थ पैदावार प्राप्त की जा सकती है। वर्मी कम्पोस्ट इकाई की स्थापना के लिए सरकार से अनुदान दिया जाता है। ये अनुदान अलग-अलग राज्यों में वहां के नियमानुसार दिया जाता है। अभी मध्यप्रदेश में किसानों को वर्मी कम्पोस्ट इकाई की स्थापना के लिए अनुदान दिया जा रहा है। इच्छुक किसान इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। लक्ष्य पूरा होने तक आवेदन किया जा सकता है। इसके लिए लक्ष्य से 10 प्रतिशत तक आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।
वर्मी बेड कम्पोस्ट इकाई उद्यानिकी विभाग मध्य प्रदेश ने राज्य के किसानों के लिए वर्मी कम्पोस्ट इकाई स्थापना के लिए लक्ष्य जारी किए हैं। इस योजना के तहत जारी किए गए लक्ष्य रीवा, सिंगरौली, सागर, दमोह, टीकमगढ़ एवं होशंगाबाद जिलों के लिए है। इसलिए अभी इन जिलों के किसान ही इस योजना का लाभ उठा पाएंगे। हालांकि सतना जिले के लिए भी लक्ष्य जारी किया गया था लेकिन चुनाव की वजह से फिलहाल सतना में लक्ष्य को स्थगित कर दिया गया है। यहां ये बताना जरूरी है कि चुनाव आयोग के निर्देशों के परिपालन में जिन जिलों में चुनाव होने जा रहे है, उन जिलों में लक्ष्य प्रदान नहीं किए जाएंगे। इसके लिए आप संचालनालय की ओर से जारी पत्र का अवलोकन कर सकते हैं।
लिंक- https://mpfsts.mp.gov.in/reports/UploadImage/file/5989%207_10_2021.pdf
वर्मी कम्पोस्ट इकाई स्थापना के लिए सब्सिडी हेतु आवेदन 13 अक्टूबर से शुरू कर दिए गए हैं। राज्य के किसान लक्ष्य पूरा होने तक आवेदन कर सकते हैं। अनुदान हेतु आवेदन राज्य के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग मध्यप्रदेश के द्वारा आमंत्रित किए गए हैं अत: किसान भाई यदि योजनाओं के विषय में अधिक जानकारी चाहते हैं तो उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग मध्यप्रदेश पर देख सकते हैं, या विकासखंड स्तर पर कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। मध्यप्रदेश में उद्यानिकी विभाग से संचालित सभी योजनाओं हेतु आवेदन ऑनलाइन ही स्वीकार किए जाते हैं अत: इच्छुक किसान जो योजना का लाभ लेना चाहते अपना पंजीयन उद्यानिकी विभाग मध्यप्रदेश फार्मर्स सब्सिडी ट्रैकिंग सिस्टम https://mpfsts.mp.xn--gv-jiay.in/mphd/#/ पर कर सकते हैं।
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