Published - 04 Feb 2022 by Tractor Junction
केंद्र सरकार की ओर से कई लाभकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उनमें से एक ई-श्रम कार्ड योजना भी है। इसमें असंगठित क्षेत्र के श्रमिक रजिस्ट्रेशन करवा कर इसका लाभ ले सकते हैं। ई-श्रम कार्ड बनवाने से कई लाभ मिलते हैं। अभी पिछले महीने जनवरी में ही यूपी सरकार की ओर से ई-श्रम कार्ड धारकों के खातों में एक-एक हजार रुपए ट्रांसफर किया गया। इसके बाद ई-श्रम कार्ड पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने वालों की बाढ़ सी आ गई और रिकार्ड रजिस्ट्रेशन हुए। यूपी में रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या 8 करोड़ के पार हो गई है। वहीं पूरे देश में रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या करीब 25 करोड़ के आसपास पहुंच गई है। ई-श्रम पोर्टल पर दिए गए आंकड़ों के अनुसार देश में अब ई-श्रम पोर्टल पर अब तक 24 करोड़ 85 लाख 8 हजार 271 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। यदि आप भी असंगठित श्रमिकों की श्रेणी में आते हैं तो इसका लाभ उठा सकते हैं। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से ई-श्रम कार्ड योजना की जानकारी दें रहे हैं ताकि आप भी ई-श्रम कार्ड बनवाकर सरकारी सुविधाओं का लाभ प्राप्त कर सकें।
केंद्र सरकार ने 26 अगस्त 2021 को ई-श्रम कार्ड योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत असंगठित क्षेत्र के श्रमिक कामगार अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। ई-श्रम कार्ड बनवाने से कई लाभ मिलते हैं। इस कार्ड के जरिये श्रमिक अपने राज्य के बाहर भी अपनी योग्यतानुसार काम प्राप्त कर सकता है। इसके अलावा इस कार्ड को बनवाने पर दो लाख का दुर्घटना बीमा मिलता है। वहीं सरकारी योजनाओं का लाभ भी इस कार्ड से आसानी से लिया जा सकता है। ई-श्रम योजना का मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्रों के श्रमिकों और कामगारों को लाभ देना है। बता दें कि इस योजना के जरिये सरकार देशभर के करीब 38 करोड़ असंगठित मजदूरों को ई-श्रम कार्ड उपलब्ध करना चाहती है।
असंगठित क्षेत्र में काम करने वाला कोई भी व्यक्ति ई-श्रम कार्ड बनवा सकता है। साधारण भाषा में कहे तो ई-श्रम कार्ड कोई भी व्यक्ति जो छोटा-मोटा काम करता है वे बनवा सकते है। जैसे- बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने वाला, घर का नौकर - नौकरानी (काम वाली बाई), खाना बनाने वाली बाई (कुक), सफाई कर्मचारी, गार्ड, ब्यूटी पार्लर की वर्कर, नाई, मोची, दर्जी, बाढ़ई, प्लम्बर, बिजली वाला (इलेक्ट्रीशियन), पुताई वाला (पेंटर), टाइल्स वाला, वेल्डिंग वाला, खेती वाले मजदूर, नरेगा मजदूर, ईंट भट्टा के मजदूर, पत्थर तोडऩे वाले, खदान मजदूर, फाल्स सीलिंग वाला, मूर्ती बनाने वाले, मछुआरा, रेजा, कुली, रिक्शा चालक, ठेले पर किसी भी प्रकार का सामान बेचने वाला (वेंडर), चाट ठेला वाला, भेलपूरी वाला, चाय वाला, होटल के नौकर/वेटर, रिसेप्शनिस्ट, पूछताछ वाले क्लर्क, ऑपरेटर, हर दुकान का नौकर / सेल्समैन / हेल्पर, ऑटो चालक, ड्राइवर, पंचर बनाने वाला, चरवाहा, डेयरी वाले, सभी पशुपालक, पेपर का हॉकर, जोमैटो स्विगी के डिलीवरी बॉय, अमेजन फ्लिपकार्ट के डिलीवरी बॉय (कूरियर वाले), नर्स, वार्डबॉय, आया, मंदिर के पुजारी, विभिन्न सरकारी ऑफिस के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी आदि। इस तरह वास्तव में आपके आसपास दिखने वाले प्रत्येक कामगार ये कार्ड बनवा सकता है।
ई-श्रम कार्ड की अगली किस्त संभवत: 10 मार्च के आसपास आ सकती है। क्योंकि अभी यूपी में चुनाव की वजह से अभी आचार संहिता लगी हुई है। इससे यूपी में चुनाव के बाद ही ई-श्रम कार्ड की दूसरी किस्त लाभार्थियों के खातों में 1000 रुपए डाली जा सकती है।
जानकारी के लिए बता दें कि ई- श्रम कार्ड को 12 सरकारी योजनाओं से जोड़ा गया है। इसे बनवाकर श्रमिक वर्ग इन योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। ये योजनाएं इस प्रकार से हैं-
इस श्रम कार्ड बनवाने के लिए आपको ई-श्रम पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसकी आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार से है
ई-श्रम कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। इस प्रकार से हैं-
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