Published - 12 Jan 2022 by Tractor Junction
ई-श्रम कार्ड उन लोगों के लिए बहुत काम की चीज हैं जो असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे हैं। ई-श्रम कार्ड बनने पर इन लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। अब तक करीब 20 करोड़, 96 लाख से अधिक श्रमिकों ने ई-श्रम कार्ड के लिए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है। ई-श्रम कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। बता दें कि जब से यूपी में योगी आदित्यनाथ ने श्रमिकों के खातों में 500 रुपए की किस्त भेजी है तब से इसमें रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। यूपी में अब तक ई-श्रम पोर्टल पर करीब 30 लाख से अधिक लोग रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
केंद्र सरकार द्वारा पिछले साल अगस्त में ही असंठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए ई-श्रम पोर्टल की शुरुआत की गई। इसके जरिए श्रमिकों को आर्थिक रुप से मजबूत किया जाता है। इससे देशभर में फैले लगभग 38 करोड़ कामगारों को जोड़ा गया है, ताकि श्रमिकों का एक डेटा तैयार किया जा सके, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले कामगार को एक ई-श्रम कार्ड जारी किया जाता है, जिसकी मदद से श्रमिक देश में कहीं भी, कभी भी विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ ले सकता है।
ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले श्रमिकों को एक ई-श्रम कार्ड जारी किया जाता है। इसकी मदद से श्रमिक कहीं भी, कभी भी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कोरोना काल में भी सरकार ने ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्टर्ड श्रमिकों को आर्थिक मदद पहुंचाई थी। हाल ही में यूपी सरकार ई-श्रम कार्ड रखने वाले श्रमिकों को भरण-पोषण भत्ता जारी कर रही है। इस दौरान श्रमिकों के खाते में हर महीने 500 रुपए जमा किया जा रहा है। बता दें कि ई-श्रम कार्ड के लिए वहीं किसान श्रमिक पात्र होंगे जिनके पास खेती की भूमि नहीं है और वे दूसरे के खेत में काम करते हैं।
ई-श्रम कार्ड बनवाने पर श्रमिकों और मजदूरों को अनेक फायदे हो सकते हैं। इसलिए कामगारों को ई-श्रम कार्ड बनवा लेना चाहिए। ई-श्रम कार्ड से सरकार की ओर से जो सुविधाएं या लाभ दिए जाएंगे वे इस प्रकार से हैं-
• इसमें सबसे बड़ा फायदा ये होता है कि इसमें किसी भी कामगार को किसी भी तरह का कोई प्रीमियम देने की जरूरत नहीं है।
• इस योजना के तहत श्रमिकों को 2 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा दिया जाता है।
• सरकार लाभार्थियों को भविष्य में पेंशन का लाभ मिल सकता है।
• ई-श्रम कार्ड जरिए लोगों को इलाज में भी आर्थिक सहायता दी जाएगी।
• गर्भवती महिलाओं को बच्चों के भरण-पोषण के लिए राशि दी जाएगी।
• इसके अलावा मकान बनवाने के लिए धनराशि दी जाएगी।
• बच्चों की पढ़ाई के लिए भी आर्थिक मदद दी जाएगी।
• यदि रजिस्टर्ड श्रमिक की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है या फिर पूर्ण विकलांगता की स्थिति बनती है, तो 2 लाख रुपए की धनराशि दी जाएगी।
• अगर श्रमिक आंशिक रूप से विकलांग होता है, तो बीमा योजना के तहत 1 लाख रुपये का हकदार होगा।
ई-श्रम कार्ड कोई भी व्यक्ति जो छोटा-मोटा काम करता है वे बनवा सकता है। इसमें ट्यूशन पढ़ाने वाला, घर का नौकर - नौकरानी (काम वाली बाई), खाना बनाने वाली बाई (कुक), सफाई कर्मचारी, गार्ड, ब्यूटी पार्लर की वर्कर, नाई, मोची, दर्जी, बढ़ई, प्लम्बर, बिजली वाला (इलेक्ट्रीशियन), पोताई वाला (पेंटर), टाइल्स वाला, वेल्डिंग वाला, खेती वाले मजदूर, नरेगा मजदूर, ईंट भट्टा के मजदूर, पत्थर तोडऩे वाले, खदान मजदूर, फाल्स सीलिंग वाला, मूर्ती बनाने वाले, मछुवारा, रेजा, कुली, रिक्शा चालक, ठेला में किसी भी प्रकार का सामान बेचने वाला (वेंडर), चाट ठेला वाला, भेल वाला, चाय वाला, होटल के नौकर/वेटर, रिसेप्शनिस्ट, पूछताछ वाले क्लर्क, ऑपरेटर, हर दुकान का नौकर / सेल्समैन / हेल्पर, ऑटो चालक, ड्राइवर, पंचर बनाने वाला, चरवाहा, डेयरी वाले, सभी पशुपालक, पेपर का हॉकर, जोमैटो स्विगी के डिलीवरी बॉय, अमेजन फ्लिपकार्ट के डिलीवरी बॉय (कूरियर वाले), नर्स, वार्डबॉय, आया, मंदिर के पुजारी, विभिन्न सरकारी ऑफिस के दैनिक वेतन भोगी यानी वास्तव में आपके आसपास दिखने वाले प्रत्येक कामगार का यह कार्ड बन सकता है।
इस श्रम कार्ड बनवाने के लिए आपको ई-श्रम पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए आपको नीचे दिए गए तरीके को फोलो करना होगा।
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