Published - 05 Mar 2020
सब्सिडी की राशि से बनवाएं तालाब, सरकार से पाएं 75,500 रुपए
ट्रैक्टर जंक्शन पर किसान भाइयों का एक बार फिर स्वागत है। किसान भाइयों आज हम बात करते हैं जल जीवन हरियाली योजना की। यह योजना मिशन मोड पर बिहार में चलाई जा रही है। 2022 तक तीन साल में इस योजना पर 24 हजार 524 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सभी जानते हैं कि देश में पेड़ों की लगातार कटाई से हरियाली कम होती जा रही है। जिसके प्रभाव से कम वर्षा के कारण खेती भी प्रभावित हो रही है।
यह सभी जानते हैं कि अगर किसानों को सिंचाई के साधन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो तो देश को सोने की चिडिय़ा बनने से कोई रोक नहीं सकता। केंद्र व राज्य सरकारें किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। कृषि क्षेत्र को भूमिगत जल मिल सके इसके लिए बिहार सरकार ने जल जीवन हरियाली योजना की शुरुआत की है। किसानों को इस योजना के तहत सब्सिडी भी दी जाती है। इस समय बिहार के किसान जल जीवन हरियाली योजना का लाभ उठा रहे हैं। इसी दौरान बिहार कृषि विभाग ने सिंचाई के लिए सब्सिडी पर तालाब बनवाने के लिए किसानों से आवेदन मांगे हैं।
सभी जानते हैं कि एक पेड़ एक साल में 20 किलो धूल सोखता है। 700 किलो ऑक्सीजन छोड़ता है तो 20 हजार किलो कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है। गर्मियों में एक पेड़ के पास सामान्य से लगभग 4 डिग्री कम तापमान रहता है। इस तरह घर के पास 10 पेड़ लगे हों तो आदमी की उम्र 7 साल तक बढ़ जाएगी। इसलिए पर्यावरण संतुलन, पर्याप्त जल और हरित आवरण बढ़ाने के लिए बिहार राज्य में जल-जीवन-हरियाली अभियान शुरू किया गया। इस योजना के तहत बारिश के पानी को तालाब और मेड़ में संचित करना है, जिससे फसलों की सिंचाई हो सके। इस योजना की खास बात यह है कि तालाब की मेड़बंदी के ऊपर पेड़-पौधों की बुवाई होती है। इसके लिए भी सरकार किसानों को सब्सिडी भी देती है।
जल-जीवन-हरियाली योजना पर बिहार सरकार किसानों को 75,500 रुपए की सब्सिडी देती है ताकि किसान भूमिगत जल से खेच की सिंचाई कर सकें।
जल-जीवन हरियाली योजना का लाभ किसानों को मिल सके इसके लिए बिहार का कृषि विभाग प्रयत्नशील है। योजना के तहत बिहार कृषि विभाग ने किसानों से आवेदन मांगे हैं। बिहार के सभी जिलों के किसान भाई इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं।
जल जीवन हरियाली योजना के तहत वर्ष 2019-20 में लगभग 10 हजार एकड़ जमीन पर सब्सिडी निर्धारित की गई है। इस योजना में किसान मॉडल का चुनाव खुद कर सकेंगे। किसान कृषि विभाग के पोर्टल के जरिए पंजीकरण कर सकते हैं। योजना की अधिक जानकारी के लिए https://dbtagriculture.bihar.gov.in/PMKISAN/JJHScheme.aspx पर जाएं।
2019-20 - 5870 करोड़
2012-21 -9874 करोड़
2021-22 - 8780 करोड़
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