Published - 15 May 2020
अब किसान एक एसएमएस कर नि:शुल्क ट्रैक्टर व कृषि यंत्र किराए पर ले सकेंगे। इसके लिए सरकार ने नि:शुल्क ट्रैक्टर एवं कृषि यंत्र योजना चलाई है जो टैफे कंपनी द्वारा संचालित की जा रही है।
यह योजना राजस्थान व उत्तरप्रदेश के अलावा तमिलनाडु में भी संचालित की जा रही है। कंपनी के अनुसार इसके तहत राजस्थान में 11, 000 ट्रैक्टर और 50 हजार कृषि उपकरण व उत्तरप्रदेश में 3, 000 ट्रैक्टर और 12 हजार कृषि उपकरण उपलब्ध कराएगी। टैफे की इस योजना के तहत मैसी फज्र्यूसन और आयशर के ट्रैक्टर भी उपलब्ध होंगे। उपकरणों के किराए का भुगतान कंपनी द्वारा किया जाएगा। छह अप्रैल से शुरू हुई यह योजना राजस्थान व उत्तरप्रदेश के 20-20 जिलों में 90 दिनों के लिए चलाई जाएगी। टैफे की चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मल्लिका श्रीनिवासन ने बताया कि तलिनाडु के 30 जिलों में कंपनी 4,400 ट्रैक्टर और 15,000 कृषि उपकरणों को इस योजना के तहत एक अप्रैल से ही उपलब्ध करा चुकी है।
सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रेक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1
राजस्थान के कृषि मंत्री श्री लालचंद कटारिया ने बताया कि जरूरतमंद पात्र किसानों की ओर से मांग आने पर टैफे कंपनी की ओर से सेवा दी जा रही है। अप्रैल मध्य से अब तक 17 हजार पात्र किसानों के आर्डर स्वीकार किए गए है। इनमें से साढ़े बारह हजार किसानों को 40 हजार घंटों से अधिक की सेवा उपलब्ध कराई जा चुकी है।
इस योजना का लाभ उठाने में सीकर जिला सबसे आगे रहा है। यहां 2 हजार 344 किसानों ने 9 हजार से अधिक घंटों कि सेवा ली है। अलवर में 1880 किसानों को 5796, जयपुर में 1162 किसानों को 3557, भरतपुर में 965 किसानों को 2390, अजमेर में 660 किसानों को 2161, बारां में 660 किसानों को 1638, झालावाड के 644 किसानों को 2620, झुंझुंनू के 625 किसानों को 2051, जोधपुर के 617 किसानों को 1946, नागौर के 592 किसानों को 2243, टोंक के 535 किसानों को 1841, करौली के 498 किसानों को 1322 घंटे कि सेवा मुहैया कराई गई हैं।
यदि किसान पहले से जेफार्म सर्विसेज में पंजीकृत हैं और किराए पर ट्रैक्टर एवं अन्य उपकरण के लिए आर्डर करना चाहते हैं तो ए लिखकर संदेश भेजे, अगर पंजीकृत नहीं है तो बी लिखकर संदेश भेजें।
सभी कंपनियों के ट्रैक्टरों के मॉडल, पुराने ट्रैक्टरों की री-सेल, ट्रैक्टर खरीदने के लिए लोन, कृषि के आधुनिक उपकरण एवं सरकारी योजनाओं के नवीनतम अपडेट के लिए ट्रैक्टर जंक्शन वेबसाइट से जुड़े और जागरूक किसान बने रहें।
Social Share ✖