उत्तर पश्चिम भारत व उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहेगा

Share Product Published - 15 Jun 2020 by Tractor Junction

उत्तर पश्चिम भारत व उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहेगा

एक पखवाड़े में हुई बारिश से मिल रहे है उत्साहपूर्ण संकेत

इस बार मानसून के सामान्य ही रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस समय देश के कई भागों में मानसून दस्तक दे चुका है। उत्तरी भारत में भी मानसून पूर्व की बारिश ने तापमान में गिरावट के साथ ही गर्मी से राहत पहुंचाई। मानसून को लेकर देश की सरकारी मौसम एजेंसी (भारतीय मौसम विज्ञान विभाग-आईएमडी) समेत अन्य मौसम एजेंसियों ने दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2020 के सामान्य रहने का अनुमान लगाया है। हालांकि इस साल स्काइमेट ने कुछ विशिष्ट वजहों से मॉनसून का पूर्वानुमान जारी नहीं किया है। 

 

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सामान्य मानसून से क्या अर्थ या किसे कहते हैं सामान्य मानसून

भारत का मौसम विभाग यानी आईएमडी 96 फीसदी से 104 फीसदी के बीच हुई बारिश को औसत या सामान्य मानसून के रूप में परिभाषित करता है। 2017 और 2018 में, क्रमश: 95 फीसदी और 91 फीसदी बारिश हुई थी। इसका मतलब यह है कि इन दो साल में मानसून सामान्य था। आमतौर पर 1 जून के आसपास केरल के रास्ते दक्षिण पश्चिमी मानसून देश में प्रवेश करता है। 4 महीने की बरसात के बाद यानी सितंबर के अंत में राजस्थान के रास्ते मानसून की वापसी होती है।

 

 

पिछले 15 दिनों की मानसून की यह रही स्थिति

मानसून का अब तक का प्रदर्शन और मॉनसून की प्रगति अगर देखें तो यह अनुमान सही साबित होता नजर आ रहा है। 30 मई को केरल में दस्तक देने के बाद मानसून कुछ समय के लिए दक्षिण भारत में ठहरा अवश्य था लेकिन उसके बाद से इसकी रफ्तार काफी अच्छी है। 10 जून के बाद से 15 जून के बीच लगभग हर दिन मानसून आगे बढ़ा है। इसका पश्चिमी सिरा महाराष्ट्र को पार करते हुए गुजरात के मध्य भागों तक पहुंच गया है तो पूर्वी सिरा पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड को पार करते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों तक आ गया है। वहीं दक्षिण-पश्चिम मॉनसून मध्य भारत में छत्तीसगढ़ को भी पार कर चुका है और इसने महाराष्ट्र के सभी इलाकों को पार करते हुए मध्य प्रदेश के मध्य भागों तक दस्तक दे दी है। अब मॉनसून का इंतजार मध्य प्रदेश और गुजरात के बाकी हिस्सों तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ और इलाकों में हो रहा है।

 

अभी तक जहां भी पहुंचा मानसून सामान्य व सामान्य से ज्यादा रिकॉर्ड की बारिश

1 जून से लेकर 15 जून के बीच देश के जिन भागों में मानसून पहुंचा है वहां अधिकांश स्थानों पर सामान्य या सामान्य से ज्यादा वर्षा रिकॉर्ड की जा रही है। पूरे देश भर में इन 15 दिनों की अवधि में सामान्य से लगभग 31 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। मध्य भारत में इस दौरान सामान्य से 94 फ़ीसदी ज्यादा वर्षा रिकॉर्ड की गई है। उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से 19 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है। दक्षिण भारत में भी सामान्य से 20 प्रतिशत ज्यादा वर्षा रिकॉर्ड की गई है। हालांकि पूर्वी तथा पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में बारिश में अभी 4  प्रतिशत की कमी है। आपको बता दें कि उत्तर भारत में मॉनसून अभी भले नहीं पहुंचा है लेकिन 1 जून के बाद से 30 सितंबर के बीच देश के किसी भी क्षेत्र में होने वाली बारिश की गणना आमतौर पर मॉनसून वर्षा के तौर पर की जाती है। मॉनसून के आगे बढऩे की रफ्तार और अब तक इसका प्रदर्शन काफी उत्साहजनक रहा है। आने वाले दिनों में भी इसके संतोषजनक प्रदर्शन और प्रगति की संभावना है।

 

अब तक किन बड़े शहरों में पहुंचा मानसून

बड़े शहरों की बात करें तो बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, मुंबई, पुणे, नाशिक, सूरत, अहमदाबाद, इंदौर, जबलपुर, रायपुर, भुवनेश्वर, कोलकाता, गुवाहाटी, पटना, रांची समेत मध्य भारत, पूर्वी भारत और दक्षिण भारत के अधिकांश शहरों में मानसून ने दस्तक दे दी है। अब भोपाल, वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, जयपुर, चंडीगढ़, दिल्ली, लुधियाना, पटियाला, अंबाला, करनाल, श्रीनगर, देहरादून, शिमला, धर्मशाला जैसे शहरों में मॉनसून का इंतजार है।

 

पिछले 24 घंटों में देश के इन इलाकों में हुई बारिश

बीते 24 घंटों के दौरान उत्तर केरल और कर्नाटक तट पर भारी से मध्यम बारिश हुई।
कोंकण-गोवा, दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, ओडिशा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और मेघालय में लुच स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई। गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, शेष ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह और शेष पूर्वोत्तर भारत के कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ीं। उत्तराखंड, दक्षिणी राजस्थान, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश के साथ कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश हुई। वहीं दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी हिमालयी भागों में अधिकांश स्थानों पर मौसम शुष्क और बेहद गर्म रहा।

 

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अगले 24 घंटों में देश के इन राज्यों में हो सकती है बारिश

अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, विदर्भ के कुछ हिस्सों, तटीय कर्नाटक, उत्तरी केरल, कोंकण और गोवा, गुजरात और मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। आंध्र प्रदेश, आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, पूर्वी उत्तर प्रदेश, अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह और लक्षद्वीप में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है। उत्तर पश्चिम भारत के साथ-साथ उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में भी मौसम शुष्क रहेगा।

 

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