कोरोना संक्रमण ने देश में कोहराम मचा रखा है। हालात काफी डराने वाले हो चुके हैं कि मरीजों की तादाद इतनी हो गई हैं अस्पतालों में बेड कम पड़ रहे हैं। वहीं ऑक्सीजन की कमी से लोगों की सांसे थमने लगी है। इसी बीच राजस्थान के बाड़मेर में एक राहत भरी खबर आई है। मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार मौजूदा समय में राजस्थान सरकार के पास ऑक्सीजन के अलावा इसे परिवहन करने वाले टैंकर्स का भी टोटा है। इसे देखते हुए बाड़मेर के जनप्रतिनिधियों और जिला प्रशासन ने लंबी मंत्रणा के बाद जिले में कार्यरत विभिन्न कंपनियों के 13 ऑक्सीजन टैंकर्स को इसके परिवहन के लिए अधिग्रहित कर लिया है। बाड़मेर जिला प्रशासन ने 13 ऑक्सीजन टैंकर अधिग्रहित कर लिए हैं। जिले की विभिन्न अलग अलग कंपनियों में कार्य कर रहे इन टैंकर्स का अधिग्रहण राज्य के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी तथा बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन और जिला प्रशासन की लंबी मंत्रणा के बाद अधिग्रहित किया गया है। अब बाड़मेर से ये टैंकर राज्य के अलग अलग जिलों में ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ रहे मरीजों के लिए संजीवनी लाने और ले जाने के काम आएंगे। राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने बताया कि सरहदी बाड़मेर में ऑक्सीजन के परिवहन के लिए जिला प्रशासन और जन प्रतिनिधियों के प्रयासों से 13 ऑक्सीजन टैंकर्स की व्यवस्था की गई है। अभी तक जिले को ऑक्सीजन के क्षेत्र में बाहर से मदद मिल रही थी। वहीं अब ये 13 टैंकर्स ऑक्सीजन ट्रांसपोर्ट में मददगार साबित होंगे। उन्होनें बताया कि ऑक्सीजन ट्रांसपोर्ट चेन को बनाने में बाड़मेर जिले का अहम योगदान होगा।
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बाड़मेर जिला प्रशासन ने मंगलवार को देर रात इन टैंकरों को ऑक्सीजन परिवहन के लिए रवाना किया। बाड़मेर जिला कलेक्टर लोकबंधु यादव के मुताबिक कोरोना के विकट हालातो में राज्य ही नहीं देश के लिए बाड़मेर का यह सबसे बड़ा योगदान है। बाड़मेर जिला 13 ऑक्सीजन टैंकर जनहित को समर्पित कर रहा है। ये टैंकर बाड़मेर में तेल, गैस एवं कोल कंपनियों की अलग अलग जगह काम में लगे हुए थे। इन्हें तुरंत प्रभाव से अधिग्रहित कर आपदा की इस घड़ी में राहत के कार्य में लगा दिया गया है।
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने मीडिया को बताया कि आने वाले समय में टैंकर्स की तादाद बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। जिले में पचपदरा स्थित तीन ऑक्सीजन प्लांट्स में जल्द ही प्रतिदिन तीन हजार सिलेंडर का उत्पादन शुरू हो जाएगा। इससे न केवल जिले की ऑक्सीजन की आपूर्ति पूरी हो सकेगी बल्कि अन्य जिलों को भी प्राणदायी वायु भेजी जा सकेगी।
मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार बोकारो से ऑक्सीजन लेकर पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन देर रात मध्यप्रदेश पहुंची। इस ऑक्सीजन एक्सप्रेस में छह टैंकर हैं जिसमें 64 मीट्रिक टन ऑक्सीजन है। इसमें से एक टैंकर ऑक्सीजन जबलपुर, तीन टैंकर सागर और दो टैंकर मंडीदीप भोपाल पहुंची है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन में 6 टैंकर ऑक्सीजन बोकारो से आरओ-आरओ पद्धति से मध्य प्रदेश के लिए रवाना हुई। ऑक्सीजन एक्सप्रेस देर रात करीब 1 बजे जबलपुर पहुंची। जबलपुर के लिए एक टैंकर भेड़ाघाट में अनलोड हुआ, तो सागर(मकरोनिया) में विशेष रैम्प से देर रात तीन से चार बजे ऑक्सीजन के तीन टैंकर अनलोड हुए। वहीं, भोपाल के मंडीदीप में सुबह ऑक्सीजन के दो टैंकर अनलोड हुए। बता दें ऑक्सीजन की किल्लत के बीच उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकार की मांग पर रेलवे ने ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की शुरुआत की है। ऑक्सीजन की आपूर्ति जल्द से जल्द सुनिश्चित करने ऑक्सीजन टैंकरो को ऑक्सीजन एक्सप्रेस के जरिए सडक़ मार्ग के मुकाबले कम से कम घंटों में राज्यों में पहुंचाया जा रहा है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस से एमपी में ऑक्सीजन की आपूर्ति जारी रहेगी।
रेल मंत्रालय के प्रेस नोट के मुताबिक भारतीय रेल देश के विभिन्न हिस्सों में तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति को निरंतर जारी रखे हुए है। अभी तक 10,000 किलोमीटर (खाली और भरी स्थितियों में) से ज्यादा दूरी कवर करके 26 टैंकरों के माध्यम से 6 ऑक्सीजन एक्सप्रेस में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और दिल्ली को 450 मीट्रिक टन की आपूर्ति की जा चुकी है। अभी तक, अंतिम अनुमान के मुताबिक, भारत रेल ने उत्तर प्रदेश को 202 मीट्रिक टन, महाराष्ट्र को 174 टन और दिल्ली को 70 मीट्रिक टन तथा 64 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मध्यप्रदेश को आपूर्ति की गई है।
कोरोना महामारी के दौर में अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी कमी बीच सिंगापुर भी भारत की मदद को आगे आया है। मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार सिंगापुर ने बुधवार को ऑक्सीजन सिलेंडरों से भरे दो विमान भारत के लिए रवाना कर दिए हैं। सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है। इसे सिंगापुर के विदेश मंत्री डॉक्टर मलिकी उस्मान ने सिंगापुर एयरफोर्स के दो सी-130 एयरक्राफ्ट को भारत के लिए रवाना किया है। ये विमान भारत में 256 ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर आ रहे हैं। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, भारतीय वायुसेना ने भी तीन ऑक्सीजन कंटेनर लाने के लिए अपना सी-17 एयरक्राफ्ट सिंगापुर भेजा है।
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