कोरोना वैक्सीन : ब्रिटेन ने भी वैक्सीन की सप्लाई से किया इनकार, अतिरिक्त डोज नहीं होने का दिया हवाला
भारत में कोरोना महामारी ने कहर बरपा रहा है। हालात बहुत ही नाजुक हो चले हैं। अस्पताल ऑक्सीजन की कमी से जुझ रहे हैं। वहीं अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में प्रतिदिन बढ़ोतरी देखी जा रही है। ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को न तो अस्पताल में भर्ती होने के लिए बैड मिल रहे हैं और न ही जीवन बचाने के लिए ऑक्सीजन। ऐसे में हजारों की संख्या में मरीज कोरोना की भेंट चढ़ रहे हैं। कोरोना संक्रमण को लेकर भारत दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरे पायदान पर आ गया है। इसके पीछे मुख्य कारण कोरोना संक्रमण की लड़ाई को लेकर भारत सरकार की ओर से किए गए इंतजामों का कमजोर होना है। वहीं बात करें वैक्सीन की तो सरकार पहले कह रही थी कि हमारे पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन है। और इसी के साथ सरकार ने देश के 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगाने का ऐलान कर दिया। लेकिन जिन राज्यों में टीकाकरण की शुरुआत 1 मई से होनी थी उन राज्यों के पास पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इसे देखते हुए इन राज्यों में टीकाकरण की शुरुआत एक मई होना फिलहाल मुश्किल नजर आ रहा है।
महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात के बाद इन राज्यों ने भी जताई असमर्थता
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात के बाद अब पंजाब, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी एक मई से सभी वयस्कों का टीकाकरण फिलहाल मुश्किल ही दिख है। दरअसल, इन राज्यों की ओर से कहा गया कि उनके पास पर्याप्त टीके की खुराकें नहीं हैं, ऐसे में टीकाकरण की शुरुआत करना संभव नहीं है। इससे पहले राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्य भी इसी तरह की मजबूरियां केंद्र के सामने रख चुके हैं।
एक मई से टीकाकरण की शुरुआत नहीं करने पर किस राज्य का क्या जबाव
मीडिया से मिली जानकारी के आधार पर आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड ने केंद्र सरकार को एक मई से 18 से ऊपर के लोगों का टीकाकरण की शुरुआत करने को लेकर जो मजबूरियां जताई है। इसके अनुसार इन राज्यों में टीकाकरण की शुरुआत में संभवत: देरी होगी।
- आंध्रप्रदेश: मीडिया में प्रकााशित खबरों के अनुसार आंध्र प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, राज्य सरकार ने निर्माताओं को टीके की आपूर्ति के लिए पत्र लिखा था और अभी उनसे कोई पुष्टि नहीं मिली है। उन्होंने संकेत दिया कि 18-44 वर्ष के लोगों के लिए टीकाकरण में देरी मुमकिन है।
- महाराष्ट्र : महाराष्ट्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को चेताया कि मुंबई में अगर टीके की पर्याप्त खुराक नहीं पहुंचती है तो कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अगले दो दिनों तक रोकना पड़ सकता है। इससे पहले बुधवार को महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा था कि टीकों की कमी के कारण एक मई से अभियान शुरू करना मुश्किल है।
- बिहार: राज्य में 18 से 44 साल के लोगों के लिए कोरोना टीकाकरण अभियान एक मई से नहीं शुरू हो पाएगा। बिहार स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि 18 से अधिक उम्र वालों के लिए निबंधन की प्रक्रिया जारी रहेगी, लेकिन वे सिर्फ टीकाकरण स्थान और समय का निर्धारण नहीं कर पाएंगे। यह टीका के उपलब्ध होने के बाद ही शुरू होगा। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार राज्यों के लिए आबादी के अनुसार टीका का कोटा तय करेगी।
- झारखंड: राज्य की स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने स्पष्ट कहा है कि झारखंड में 18+ लोगों का टीकाकरण एक मई से शुरू नहीं हो पाएगा। क्योंकि इसके लिए राज्य सरकार के पास टीका ही नहीं है। मंत्री ने कहा कि 18 से 45 साल तक के लोगों को फ्री में टीकाकरण करने की तैयारी हो चुकी है। 2229 से ज्यादा टीकाकरण केंद्र तैयार हैं। अपने पैसे से टीका खरीदने के लिए झारखंड सरकार ने भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट को 25-25 लाख टीके का ऑर्डर दिया है, लेकिन कंपनियों ने 15 मई से पहले टीका उपलब्ध कराने में असमर्थता जाहिर की है।
- मध्य प्रदेश: प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य में सभी वयस्कों को टीकाकरण पहली मई से शुरू नहीं हो सकेगा, क्योंकि टीकों की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो सकी है। गुरुवार रात वीडियो संदेश में चौहान ने कहा कि राज्य में टीकाकरण का आगाज तीन मई से हो सकता है।
- पंजाब : पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने गुरुवार को कहा कि हमें टीके की पर्याप्त खुराकें नहीं मिल रही हैं। इसलिए हमें समस्या का सामना करना पड़ रहा है। टीकाकरण के लिए हमारे पास पर्याप्त संख्या में कर्मचारी और अन्य व्यवस्था है। टीकाकरण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को 30 लाख कोविशील्ड खुराक के ऑर्डर दिए हैं।
- गुजरात : राज्य सरकार ने कहा कि दवा कंपनियों से पर्याप्त संख्या में टीका मिलने पर ही वह तीसरे चरण का टीकाकरण अभियान शुरू करेगी। बहरहाल, राज्य में 18 वर्ष से 45 वर्ष तक के लोगों के टीकाकरण के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य ने कोविशील्ड की एक करोड़ खुराक और भारत बायोटेक से कोवैक्सीन की 50 लाख खुराक का ऑर्डर दिया था।
- तेलंगाना : राज्य के जन स्वास्थ्य के महानिदेशक जी श्रीनिवास राव ने एजेंसी को बताया कि राज्य सरकार टीका निर्माताओं के संपर्क में है, लेकिन इसे लेकर कोई निश्चितता नहीं है कि टीकाकरण के लिए स्टॉक कब उपलब्ध होगा। राव ने कहा, हम टीके की तलाश में हैं। हमें करीब चार करोड़ खुराक की जरूरत है। कब आपूर्ति होगी, इसका कोई आश्वासन नहीं दिया गया है।
इधर ब्रिटेन का वैक्सीन की सप्लाई से इनकार
मीडिया में प्रकाशित खबरों के अनुसार ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन के प्रवक्ता ने कहा कि हमने फरवरी में वादा किया था कि हम उन देशों को अपनी ओर से सप्लाई करेंगे, जिन्हें जरूरत है। हमारी ओर से उन चीजों की सप्लाई की जाएगी, जिनकी हमारे अधिकता होगी। ब्रिटिश पीएम के प्रवक्ता ने कहा कि फिलहाल हमारी प्राथमिकता ब्रिटिश जनता है। इसके चलते हमारे पास अतिरिक्त डोज नहीं हैं, लेकिन हम लगातार समीक्षा कर रहे हैं। हम यह समझते हैं कि जब तक सभी लोग इस महामारी से सुरक्षित नहीं हैं, तब तक कोई भी सेफ नहीं है। इसीलिए ब्रिटेन ने कोरोना संकट से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश किया है और भारत को भी संबंधित उपकरणों और ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर्स आदि की सप्लाई की है।
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