Published - 30 Dec 2021
देश में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से पशुपालन स्टार्टअप शुरू किया गया है। इस योजना के तहत प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए सरकार की ओर से पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि इसके लिए एक करोड़ से ज्यादा के पुरस्कार दिए जाएंगे। बता दें कि पिछले दिनों पशुपालन और डेयरी विभाग ने स्टार्टअप इंडिया के साथ साझेदारी में, डॉ वर्गीस कुरियन की जन्म शताब्दी के अवसर पर गुजरात के आणंद में राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाने के एक कार्यक्रम के दौरान पशुपालन स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज का दूसरा संस्करण लॉन्च किया। इससे पहले स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज का पहला संस्करण 12 सितंबर, 2019 को प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था। पशुपालन स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज 2.0 को केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री, श्री पुरुषोत्तम रूपाला द्वारा पशुपालन और डेयरी क्षेत्र के सामने आने वाली छह समस्याओं के समाधान के लिए नवीन और व्यावसायिक रूप से व्यवहारिक हल को तलाशने के लिये लॉन्च किया गया है।
यह सरकार द्वारा शुरू किया गया एक स्टार्टअप है जिसे पशुपालन स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज नाम से लॉन्च किया गया है। जिसमें पशुपालन और डेयरी उद्योग से जुड़ी 6 मुख्य समस्याओं का हल करने के लिए इन्नोवेटिव आइडिया के लिए प्रतियोगिता की जा रही है जिसमें जितने वालों को सरकार 1 करोड़ तक का इनाम देगी। मिली जानकरी के अनुसार हर इन्नोवेटिव आइडिया बताने पर विजेता को 10 लाख रुपए और उपविजेता को 7 लाख रुपए का नकद पुरस्कार देगी।
देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को देखते हुए सरकार ने इस तरह के स्टार्टअप की पहल की है ताकि लोगों को रोजगार मिल सके। इसके साथ ही सरकार चाहती है कि हमारी निर्भरता विदेशों पर कम हो और हम देश में ही अच्छा उत्पादन बढ़ाकर अपनी जरूरतों को पूरा करने के साथ निर्यात को भी बढ़ा सकें। सरकार का मानना है कि इस तरह के स्टार्टअप से डेयरी उद्योग के सामने आ रही समस्याओं के समाधान खोजने में मदद मिलेगी।
लिंक- https://pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=1781203
पशुपालन स्टार्टअप ग्रैंड चैलेंज 2.0 में दिए नकद पुरस्कार दिए जाएंगे इसके अलावा और अन्य गतिविधियां इस प्रकार से रहेंगी। जिनका विवरण इस प्रकार से है।
6 समस्या क्षेत्रों में से प्रत्येक के लिए, एक विजेता को 10 लाख रुपए और एक उपविजेता को 7 लाख रुपये नकद पुरस्कार के रूप में दिए जाएंगे।
12 विजेताओं को इन्क्यूबेशन का मौका मिलेगा। इनक्यूबेटर 3 महीने तक इन स्टार्टअप्स के वर्चुअल इनक्यूबेशन, मेंटर मैचमेकिंग, पीओसी डेवलपमेंट और टेस्टिंग सुविधाओं के लिए लैब सुविधा (केस-टू-केस के आधार पर), बिजनेस और इन्वेस्टर वर्कशॉप आयोजित करने और कार्यक्रम के पूरा होने के बाद 9 महीने तक स्टार्टअप की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए जिम्मेदार होगा।
प्रतियोगिता के लिए आवेदन करने वाले सभी स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स को मेंटरशिप प्रदान करने के लिये 6वर्चुअल मास्टरक्लास (प्रत्येक समस्या के लिये एक) का आयोजन किया जाएगा।
प्रत्येक विजेता को 6 महीने के लिये पशुपालन और डेयरी विभाग से एक अनुभवी परामर्शदाता सौंपा जाएगा।
कार्यक्रम के विजेताओं के उत्पादों / समाधानों को अधिकतम दृश्यता सुनिश्चित करने के लिये कृषि भवन में मंत्री कार्यालय और नई दिल्ली में सचिव कार्यालय में प्रदर्शित किया जाएगा।
समस्या क्षेत्रों में आवेदक पूल से चुने गये शीर्ष 30स्टार्टअप के लिए वर्चुअल प्रदर्शन दिवस का आयोजन किया जाएगा। इन स्टार्टअप्स को निम्नलिखित अवसर प्राप्त होंगे।
इस तरह देखा जाए तो डेयरी मंत्रालय ने पशुओं की संख्या बढ़ाने, पहचान के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने, दूध की आपूर्ति सुनिश्चित करने कोल्ड स्टोरेज आदि तैयार करने और गुणवत्ता सुधारने जैसी चुनौतियां दी हैं। मंत्रालय ने चुनौतियां के साथ ये भी साफ किया है वो कारोबारियों से इन समस्याओं को हल करने में क्या उम्मीदें रखते हैं। अगर आप भी डेयरी उद्योग से जुड़े हैं और किसी आइडिये पर काम कर रहे हैं तो आप www.startupindia.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।
Social Share ✖