Published - 19 Apr 2022 by Tractor Junction
केंद्र और राज्य सरकार की ओर से किसान सहित अन्य लोगों के लिए कई लाभकारी योजनाएं चलाई जा रही है। इन्हीं योजनाओं में से एक विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना है। ये योजना यूपी सरकार की ओर से प्रदेश के पारंपरिक कारीगरों के लिए चलाई जा रही है। इस योजना के तहत राज्य सरकार की ओर से निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इतना ही नहीं इस योजना के तहत व्यवसाय या उद्योग स्थापित करने के लिए सरकार से आर्थिक मदद भी दी जाती है। इसके तहत 10 हजार रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक की सहायता राज्य सरकार की ओर से दी जाएगी। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको यूपी सरकार की विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की जानकारी दे रहे हैं।
यूपी सरकार की ओर से विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना चलाई जा रही है। इसके तहत राज्य के हलवाइयों को लजीज व्यंजन, मिठाइयां आदि बनाने का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं नाइयों, दर्जियों, राजमिस्त्रियों व कुम्हारों का हुनर निखारने का काम होगा। यह योजना पारंपरिक कारीगरों को ध्यान में रखकर शुरू की गई है। इस योजना के तहत हलवाइयों के साथ ही बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनने वाले, नाई, सुनार, लुहार, कुम्हार, मोची सहित पारंपरिक कारीगर लाभ उठा सकते हैं। योजना के तहत उन्हें छोटे उद्योग स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है और उद्योग स्थापित करने के लिए आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लिए कुछ पात्रता और शर्तें भी निर्धारित की गई है जो इस प्रकार से हैं-
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बागपत जिले में शासन की ओर से प्रदेश के हलवाइयों, नाइयों, दर्जियों, राज मिस्त्रियों और कुम्हारों का हुनर निखारने को छह दिवसीय प्रशिक्षण एवं टूल किट देने का लक्ष्य मिला है। प्रशिक्षण से कारीगरों का हुनर निखारा जाएगा। हलवाइयों को लड्डू, रसगुल्ले, चमचम, रसमलाई, इमरती, जलेबी जैसी मिठाइयों तथा करारे पकौड़े, समोसे आदि स्वादिष्ट व्यंजन बनाने के गुर सिखाए जाएंगे। प्रदेश के विभिन्न जिलों में इस योजना के तहत लाभ लिया जा सकता है। वहीं नाइयों, दर्जियों, राजमिस्त्रियों व कुम्हारों का हुनर निखारने का काम होगा। यूपी के बागपत जिले में करीब 250 लोगों को इस योजना के तहत प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस संबंध में जिला उद्योग केंद्र बागपत की उपायुक्त अर्चना तिवारी ने बताया कि इस योजना का मकसद उत्पाद और सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार कराना है। गुणवत्ता सुधरेंगी तो डिमांड बढ़ेगी जिससे कारीगरों का रोजगार चमकेगा। लाभार्थी बैंक से प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से कर्ज प्राप्त कर अपना कारोबार बढ़ा सकेंगे।
यूपी सरकार की विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में राज्य सरकार की ओर से 10 हजार से लेकर 10 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। प्रशिक्षण का पूरा खर्चा राज्य सरकार उठाती है।
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में आवेदन के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, जो इस प्रकार से हैं-
यदि यूपी से हैं ओर विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आप diupmsme.upsdc.gov.in वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत सभी वर्ग के कारीगरों को करीब 6 दिनों तक परीक्षण दिया जाएगा।
राज्य के जो पात्र व्यक्ति विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, वे इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार से है-
यदि आपने विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना में आवेदन किया है और आप यह जानना चाहते हैं कि आपका फॉर्म अब तक कहां तक पहुंचा है। यानि आपका आवेदन स्वीकार हुआ है या नहीं।
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना केे तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक राज्य के पात्र व्यक्ति https://diupmsme.upsdc.gov.in/ वेबसाइट पर जाकर इसकी विस्तार से जानकारी ले सकते हैं। इसके अलावा आप अपने जिले के जिला उद्योग केंद्र से भी इसकी जानकारी ले सकते हैं।
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