भारत के टॉप 10 रोटावेटर : रोटावेटर पर सब्सिडी की पूरी जानकारी

Share Product Published - 30 May 2022 by Tractor Junction

भारत के टॉप 10 रोटावेटर : रोटावेटर पर सब्सिडी की पूरी जानकारी

जानें रोटावेटर की विशेषताएं और सब्सिडी की पूरी जानकारी

खरीफ फसल सीजन की शुरुआत होने वाली है और किसान इसकी तैयारी में जुट गए हैं। ऐसे में किसानों को खरीफ फसल की बुवाई से पहले खेत को तैयार करना होगा। इसके लिए उन्हें कृषि यंत्रों की आवश्यकता होगी। 

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क्या है रोटावेटर

कृषि यंत्रों में रोटावेटर का अपना एक अलग ही महत्वपूर्ण स्थान है। खेत की तैयारी में काम आने वाले इस कृषि यंत्र को ट्रैक्टर के साथ जोडक़र चलाया जाता है। रोटावेटर पर सरकार की ओर से सब्सिडी का लाभ भी किसानों को प्रदान किया जाता है। भारत में रोटावेटर के काफी अच्छे मॉडल उपलब्ध हैं। 

आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से टॉप 10 रोटावेटर, रोटावेटर पर सब्सिडी और बाजार में प्रचलित रोटावेटर के प्रकारों की पूरी जानकारी दें रहे हैं। 

किस काम आता है रोटावेटर

रोटावेटर को ट्रैक्टर से जोडक़र चलाया जाता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से खेत मेें बीज की बुवाई के समय किया जाता है। रोटावेटर की सहायता से मक्का, गेहूं, गन्ना आदि के अवशेष हटाया जा सकता है और इनका मिश्रण भी किया जा सकता है। इसके अलावा यह मशीन खेतों में बीज की बुआई के बाद उर्वरकों और बीज को अच्छी तरह मिला देती है। रोटावेटर की सहायता से हम मिट्टी की 125 मिमी-1500 मिमी की गहराई तक जुताई की जा सकती है। रोटावेटर के उपयोग से मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार होता है इसके अलावा धन, लागत, समय और ऊर्जा आदि की भी बचत होती है।

किसान कैसे करें रोटावेटर का चयन

अब बात आती है कि किसान किस प्रकार के रोटावेटर का चयन करें तो इसके लिए किसान को पहले अपने खेत की मिट्टी की संरचना या प्रकृति को ध्यान में रखना होगा। यानि कि आपके खेत की जमीन या मिट्टी कैसी है। उस पर कौनसी फसल उगानी है। इन सब बातों के आधार पर आप ये तय कर पाएंगे कि आपको किस प्रकार का रोटावेटर खरीदना चाहिए या कौनसा मॉडल आपके लिए सबसे उपयुक्त रहेगा। 

रोटावेटर की विशेषताएं

रोटावेटर मशीन में कई विशेषताएं होती है, जिनके कारण खेती का काम कम समय में आसानी से पूरा किया जा सकता है। रोटावेटर की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार से हैं-

  • रोटावेटर की सबसे बड़ी विशेषता यह है की इससे जुताई करने के बाद खेतों में पाटा लगाने की जरुरत नहीं पड़ती है। 
  • रोटावेटर का प्रयोग दोमट, चिकनी, बलुई दोमट, चिकनी दोमट आदि सभी प्रकार की मिट्टी में जुताई में किया जा सकता है।
  • रोटावेटर की सहायता से खेत तैयार करने से मिट्टी में स्थित कूड़ा, डंठल खाद आदि सभी कटकर मिट्टी में आसानी से मिल जाते हैं।
  • इसमें खरपतवार कटकर मिट्टी में मिल जाती है जिसमें मिट्टी में उपलब्ध कार्बन की मात्रा में बढ़ोतरी होती है, जो फसलों के लिए लाभकारी होती है।
  • खेत की अच्छी तैयारी होने एवं जड़ क्षेत्र में पर्याप्त हवा प्रवाह होने से कल्ले अधिक फूटते हैं जिससे उत्पादन बढ़ता है।

खेती में रोटावेटर के प्रयोग से होने वाले लाभ

रोटावेटर की सहायता से खेत कम समय में तैयार हो जाता है जिससे समय और श्रम की बचत होती है जो खेती की लागत को कम करने में मददगार होते हैं। इसके प्रयोग से किसानों को जो लाभ प्राप्त होंगे, वे इस प्रकार से हैं-

  • रोटावेटर को किसी भी प्रकार की मिट्टी की जुताई में प्रयोग किया जा सकता है।
  • रोटावेटर को मिट्टी की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार समायोजित किया जा सकता है।
  • यह मिट्टी को तुरंत तैयार कर देता है जिससे पिछली फसल की मिट्टी की नमी का पूर्णतया उपयोग हो जाता है।
  • यह शुष्क और गीली भूमि में खेती करने के लिए भी उपयुक्त है।
  • रोटावेटर का उपयोग 125 मिमी -1500 मिमी की गहराई तक की मिट्टी के जुताई के लिए उपयुक्त पाया गया है।
  • रोटावेटर की सहायता से बीज की बुआई भी जल्दी होती है।
  • रोटावेटर के जरिये अन्य जुताई के यंत्रों की अपेक्षा काम समय में काम को पूरा किया जा सकता है।
  • रोटावेटर का उपयोग फसलों के अवशेषों को हटाने में भी किया जाता है।
  • रोटावेटर को खेतों में किसी भी मोड़ पर घुमाया जा सकता है।
  • रोटावेटर के उपयोग में अन्य यंत्रों की अपेक्षा 15 से 35 प्रतिशत तक ईंधन की बचत होती है।

भारत में प्रचलित टॉप 10 रोटावेटर 

बाजार में कई कंपनियों के रोटावेटर मौजूद है, लेकिन जो रोटावेटर काफी प्रचलन में हैं, उनमें से टॉप 10 रोटावेटर इस प्रकार से हैं-   

1. मास्कीओ गैस्पर्डो रोटावेटर

मास्कीओ गैस्पर्डो कंपनी के करीब 48 प्रकार के रोटावेटर प्रचलन में हैं। इस कंपनी के विराट प्रो, विराट जे 175, विराट प्रो एचसी 185, विराट प्रो 125, विराट रेगुलर 185, विरोट प्लस 145 आदि मॉडल्स हैं।

2. शक्तिमान रोटावेटर

शक्तिमान कंपनी के 18 प्रकार के रोटावेटर प्रचलन में हैं। इनमें रेगुलर लाइट, चैम्पियन सीरीज, यू-सीरीज, सेमी चैम्पियन प्लस, रेगुलर सीजन एसआरटी आदि माडल्स हैं।

3. सोनालिका रोटावेटर

सोनालिका के 7 मॉडल्स प्रचलन में हैं। इसमें मिनी स्मार्ट सीरीज चेन ड्राइव, चैलेंजर सीरीज, मिनी स्मार्ट सीरीज गियर ड्राइव, स्मार्ट सीरीज, सींगल स्पीड सीरीज आदि मॉडल्स हैं।

4. महिंद्रा रोटावेटर

महिंद्रा के 17 मॉडल्स प्रचलन में हैं। इनमें जायरोवेटर जेडएलएक्स प्लस, जायरोवेटर आरएलएक्स, जायरोवेटर जेडएलएक्स, जायरोवेटर एसएलएक्स 175 आदि मॉडल्स हैं। 

5. फील्डकिंग रोटावेटर

फील्डकिंग के 12 मॉडल्स प्रचलन में हैं। इनमें गोल्ड रोटरी टिलर, रेगुलर मल्टी स्पीड, सिंगल मल्टी स्पीड, रूबुस्ट सिंगल स्पीड आदि मॉडल्स हैं। 

6. सॉइल मास्टर

सॉइल मास्टर के 8 मॉडल्स प्रचलन में हैं। इनमें जेएसएमआरटी- सी6 (6 फीट), जेएसएमआरटी सी7(7 फीट), जेएसएमआरटी एल7 (7 फीट), जेएसएमआरटी सी5 (5 फीट) आदि मॉडल्स हैं।

7. खेदूत

खेदूत के 4 मॉडल्स प्रचलन में हैं जिनमें हैवी ड्यूटी रोटरी टिलर, रोटरी टिलर रेगुलर जायरोवेटर, मिनी रोटरी टिलर, रोटरी टिलर केएई आरडी मॉडल्स हैं।

8. करतार

करतार के 5 मॉडल्स प्रचलन में हैं। इनमें जंबो 636-48, जंबो 536-42, रोटावेटर 736-54, केआर 763-48, केआर636-42 मॉडल्स हैं।

9. दशमेश

दशमेश के दो मॉडल्स प्रचलन में हैं। इनमें 642 रोटावेटर/रोटरी टिलर, 642 (7 फीट) मॉडल्स हैं। 

10. लैंडफोर्स

लैंडफोर्स के 4 मॉडल्स प्रचलन में हैं। इनमें रोबस्टो, मिनी सीरीज, सुप्रीमो, विवो मॉडल्स हैं। 

ये रोटावेटर प्रमुख रूप से सर्वश्रेष्ठ रोटावेटरों की प्रथम कतार में आते हैं। हालांकि अन्य कंपनियों के रोटावेटर भी बाजार में उपलब्ध है लेकिन बाजार में सबसे अधिक प्रचलन में ये रोटावेटर है। इसके पीछे का कारण ये हैं कि ये रोटावेटर किफायती कीमत के साथ अपने बेहतरीन डिजाइन और दमदार काम के लिए पहचाने जाते हैं। 

रोटावेटर पर कितनी मिलती है सब्सिडी (Rotavator Subsidy)

सरकार की ओर से संचालित कृषि यंत्र अनुदान योजना के तहत किसानों को रोटावेटर की खरीद पर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है। ये सब्सिडी अलग-अलग राज्यों में वहां के नियमानुसार अलग-अलग हो सकती है। सब्सिडी की जानकारी के लिए आप अपने जिले या ब्लॉक स्तर के कृषि विभाग के कार्यालय पर जाकर संपर्क कर सकते  हैं।  

भारतीय बाजारों में रोटावेटर की कीमत (Rotavator Price)

भारतीय बाजार में रोटावेटर की अनुमानित कीमत 20000 रुपए से लेकर 20 लाख रुपए तक है। यह कीमत अलग-अलग ब्रांड के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है। आप ट्रैक्टर जंक्शन पर विजिट करके विभिन्न प्रकार के रोटावेटरों की कीमत और ब्रांड का पता कर सकते हैं। 

ये हैं सस्ती कीमत के 3 रोटावेटर

किसानों की सुविधा के लिए उपरोक्त बताए गए मॉडल्स में से हम आपको सस्ती कीमत वाले तीन रोटावेटर की जानकारी दे रहे हैं, जो इस प्रकार से है-

1. केएस ग्रुप  रोटावेटर

रोटावेटर टिलेज श्रेणी में 460 किलोग्राम वजन और सस्ती कीमत के साथ आता है। 

2. शक्तिमान रेगुलर लाइट

रेगुलर लाइट 25-65 एचपी की इम्प्लीमेंट पावर के साथ टिलेज कैटेगरी में आती है। इसका कुल वजन 339 किलो से 429 किलो के बीच है, और इसे खरीदना भी बहुत सस्ता है। 

3. बुल्ज़ पावर डबल रोटर ड्यूरो+

डबल रोटर ड्यूरो+ 30-90 एचपी की इम्प्लीमेंट पावर के साथ टिलेज श्रेणी में आता है। ये बहुत ही कम बजट के अनुकूल है। इसकी अनुमानित कीमत 1.15 लाख* - रुपए से लेकर 1.45 लाख* रुपए है। 

कहां से करें रोटावेटर की खरीद

अब बात आती है कि किसान कहां से रोटावेटर की खरीद करें, तो बता दें कि ट्रैक्टर सहित सभी प्रकार के कृषि उपकरणों की खरीद के लिए ट्रैक्टर जंक्शन सबसे सुरक्षित और विश्वसनीय प्लेटफॉर्म है। यहां आपको सभी प्रकार के रोटावेटर उचित कीमत पर मिल जाएंगे। ट्रैक्टर जंक्शन पर 163 लोकप्रिय रोटावेट मॉडल उपलब्ध हैं। आप ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से अपनी जरूरत के हिसाब से किफायती कीमत पर रोटावेटर की खरीद कर सकते हैं। 


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