Published - 21 Jul 2021
by Tractor Junction
पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) योजना में लाभ पाने वाले किसानों की जांच करने पर हजारों की संख्या में अपात्र किसान चिंह्नित किए गए है। इनमें से कई मृतक तो कई अपात्र किसान शामिल है। इस तरह पीएम किसान सम्मान निधि योजना का कुछ लोग अपात्र होते हुए भी फर्जी तरीके से इसका लाभ प्राप्त कर रहे हैं। अब सरकार ने ऐसे अपात्र किसानों को इस योजना से बाहर करने का मन बना लिया है ताकि योजना का लाभ सही व्यक्ति तक पहुंच सके। बता दें कि पीएम किसान योजना की 2 हजार रुपए की अगली किस्त बहुत जल्द आने वाली है संभवत: अगस्त- नंवबर तक इस किस्त का भुगतान किसानों के खाते में सरकार की ओर से किया जा सकता है। इससे पहले सरकार की ओर से पीएम किसान सम्मान निधि में अपात्र किसानों की जांच कर रही है। इस कार्य के चलते करीब 2 करोड़ किसानों की किस्त का भुगतान सरकार की ओर से रोक दिया गया है। इसी के साथ इन दो करोड़ किसानों में वे किसान भी शामिल है जिनके आवेदन में कई त्रुटियां पाई गई है जिस वजह से उनका पेमेंट रोका गया है। बता दें कि पीएम सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार की ओर से किसानों को आर्थिक सहायता देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। जिसमें हर चार महीने के अंतराल में किसानों को 2-2 हजार रुपए की तीन समान किस्तों का भुगतान उनके खातों में किया जाता है। इस योजना से अब तक करीब 12 करोड़ से अधिक किसान जुड़ चुके हैं।
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मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश के बिजनौर जिले में तीन लाख 66 हजार से अधिक किसानों को योजना का लाभ दिया जा चुका है। शासन द्वारा पिछले महीने किसानों की पात्रता की जांच के लिए निर्देश दिए गए थे। साल 2020-21 में लाभ लेने वाले 16 हजार 634 और साल 2021-22 में योजना में लाभ लेने वाले 30 हजार 977 किसानों की क्रॉस चेकिंग कराई गई थी। जांच में काफी अपात्र मिले हैं। साल 2020-21 में दिए गए लक्ष्य की जांच में एक हजार 226 और साल 2021-22 में दिए गए लक्ष्य में एक हजार 768 किसान अपात्र मिले हैं। इनमें से कुछ किसानों की मृत्यु हो चुकी है, कुछ को गलत खाते में भुगतान किया जा रहा था तो कुछ आयकरदाता निकले। अब इन किसानों को योजना से बाहर किया जाएगा। इधर संतकबीर नगर में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की पात्रता की हुई जांच में 166 लोग मृतक/अपात्र पाए गए हैं। इसमें अपात्र पाए गए लोगों से वसूूूली कराई जाएगी। जबकि मृतकों के खातों में योजना की रकम न भेजी जाए, इस पर रोक लगाई जाएगी।
उत्तरप्रदेश के सोनीपत जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अपात्र या फर्जी तरीके से पेंशन लेने वाले लोगों से पैसों की रिकवरी करने के लिए विभाग ने टीम गठित कर दी है। विभाग के कर्मचारी टोटल अमाउंट में से 70 हजार रुपए रिकवर कर चुके हैं। 27 लाख रुपये अब भी रिकवर होना बाकी है। जिले में कुल लाभार्थी 99729 हैं. जिले में टैक्स पेयर या 10 हजार से अधिक पेंशन प्राप्त करने वाले 2391 किसानों को पैसा वापस करने के लिए नोटिस भेजा गया है।
गलत तरीके से पैसा लेने वाले तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और हिमाचल प्रदेश के आयकारदाता किसानों से सबसे ज्यादा पैसे की वसूली की गई है। बहुत से ऐसे किसानों के नाम हटा दिए गए हैं। बता दें पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ अपात्र किसान भी इसका लाभ उठा रहे हैं। इसकी शिकायतें कई राज्यों को मिली हैं और ऐसे किसानों पर सरकारों ने शिकंजा कसना भी शुरू कर दिया है।
जांच में शामिल अपात्र किसानों में ऐसे भी हैं, जिनकी किस्त रुक गई है। जो टैक्सपेयर नहीं हैं, लेकिन रिटायरमेंट के दौरान या फिर किसी वक्त पर एक बार उनका टैक्स कटा है। ऐसे किसानों को अब कृषि विभाग व इनकम टैक्स कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
मीडिया में प्रकाशित समाचारों से मिली जानकारी के अनुसार पीएम किसान योजना के तहत 13 जुलाई 2021 तक केंद्र सरकार के पास 12.30 करोड़ लोगों के डेटा रीसीव किए जा चुके हैं, जबकि 2.77 करोड़ किसानों के आवेदन में त्रुटियां हैं, जिन्हें ठीक किया जाना है। वहीं, करीब 27.50 लाख किसानों का ट्रांजेक्शन फेल हो चुका है तो 31.63 लाख लोगों का आवेदन पहले ही लेवल पर रद्द किया जा चुका है। पीएम किसान पोर्टल के ताजा आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश के 2.84 करोड़ किसानों के डेटा में करेक्शन होने बाकी हैं। वहीं ऐसे किसानों की संख्या कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, असम और झारखंड में अधिक है। इन सभी कारणों के चलते करीब 2 करोड़ किसानों का पेमेंट राज्य सरकारों द्वारा रोक दिया गया है।
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