राजस्थान में किसानों को वर्ष 2021-22 में हुए फसल नुकसान का मिलेगा मुआवजा

Share Product Published - 10 Mar 2022 by Tractor Junction

राजस्थान में किसानों को वर्ष 2021-22 में हुए फसल नुकसान का मिलेगा मुआवजा

मंत्री ने विधानसभा में दी जानकारी, गिरदावरी परिणाम आते ही किया जाएगा भुगतान

राजस्थान में किसानों को वर्ष 2021-22 में हुए फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा। इस संबंध में राजस्थान के आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने विधानसभा में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अभी फिलहाल गिरदावरी प्रक्रिया की जानी है इसके बाद परिणाम आने पर किसानों को फसल नुकसानी का मुआवजा दिया जाएगा। 

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विधानसभा में मांगी फसल नुकसान की जानकारी

दअसल 3 मार्च को राजस्थान की विधानसभा में प्रदेश में माह दिसंबर, 2019 से जनवरी, 2022 तक तेज सर्दी, ओलावृष्टि, अतिवृष्टि, मावठ व पाला पड़ने से किसानों की फसलों को हुए नुकसान की जानकारी मांगी गई। राजस्थान के आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविंद राम मेघवाल ने प्रश्नकाल में विधायकों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि प्रभावित क्षेत्रों के किसानों की फसलों के नुकसान के लिए वर्ष 2021-22 की गिरदावरी प्रकियाधीन है इसका परिणाम आते ही प्रभावित किसानों को भुगतान कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में भारत सरकार के जयपुर में पदस्थापित अधिकारी कृषि विभाग को मौसम की जानकारी भेजते हैं। साथ ही उन्होंने वर्ष 2020-21 एवं 2021 में रबी एवं खरीफ सीजन में क्रमश: ओलावृष्टि, बेमौसम बारिश एवं बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान एवं किसानों को दिए गए भुगतान की जानकारी उन्होंने पटल पर रखी।

33 प्रतिशत की फसल क्षति पर दिया जाता है मुआवजा

श्री मेघवाल ने बताया कि कृषकों की फसलों में 33 प्रतिशत या इससे अधिक खराबी पाये जाने पर किसानों को भारत सरकार के एसडीआरएफ नोम्र्स के अनुसार कृषि आदान-अनुदान राशि का भुगतान किया जाता है। विधायक सतीश पूनियां के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में दिसंबर, 2019 से जनवरी 2022 की अवधि में रबी फसल वर्ष 2019-20, जायद फसल वर्ष 2020, खरीफ फसल वर्ष 2020, रबी फसल 2020-21, खरीफ फसल वर्ष 2021 तथा रबी फसल 2021-22 में अब तक प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर ओलावृष्टि से हुए फसल खराबे तथा खरीफ फसल वर्ष 2021 में बाढ़ से हुए फसल खराबे के क्षेत्र की जिलेवार सूचना सदन के पटल पर रखी। 

गिरदावरी प्रक्रियाधीन है, परिणाम आते ही किया जाएगा भुगतान

उन्होंने बताया कि किसानों को फसलों के नुकसान के लिए वर्ष 2021-22 की गिरदावरी प्रकियाधीन है इसका परिणाम आते ही प्रभावित किसानों को भुगतान कर दिया जाएगा। बता दें कि वर्ष 2021 पिछले वर्ष के दौरान अधिक बारिश, बाढ़, ओलावृष्टि एवं कीट रोगों से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ था। जिसकी भरपाई राज्य सरकारों की ओर से गिरदावरी कर किसानों की फसलों को हुए नुकसान के आधार पर की जाती है। कई किसानों को अभी तक पिछले रबी एवं खरीफ सीजन में हुई फसल नुकसान का मुआवजा नहीं दिया गया है।

वर्ष 2020-21 में कितने किसानों को कितना मिला फसल क्षति का मुआवजा

वर्ष 2020-21 में कितने किसानों को फसल क्षति का मुआवजा दिया गया उनकी जिलेवार जानकारी दी गई जो इस प्रकार से हैं-

  • अलवर जिले में 64.37 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान पहुंचा जिसका 163 किसानों 7.42 लाख रुपए की मुआवजा राशि का भुगतान किया गया। 
  • भरतपुर में 1119.24 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल क्षति हुई जिसका 1219 किसानों को 96.87 लाख रुपए की मुआवजा दिया गया। 
  • बीकानेर में 419.32 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुकसान हुआ जिसका 124 किसानों को 33.31 लाख रुपए का मुआवाजा दिया गया। 
  • चित्तौड़गढ़ में 147 हेक्टेयर में फसल में नुकसान हुआ जिसका 135 किसानों को 12.83 लाख रुपए का मुआवजा दिया गया।
  • चूरू में 1240 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान हुआ जिसका 308 किसानों को 64.39 लाख रुपए की मुआवजा राशि का भुगतान किया गया।
  • हनुमानगढ़ में 8104 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान पहुंचा जिसका 4504 किसानों को 369.88 लाख रुपए की मुआवजा राशि का भुगतान किया गया। 
  • झुंझुनूं जिले में 9480.2 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान पहुंचा जिसका 4814 किसानों को 608.27 लाख रुपए की मुआवजा राशि का भुगतान किया गया। 
  • कोटा में 805 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान हुआ जिसका 527 किसानों को 47.59 लाख रुपए के मुआवजे का भुगतान किया गया। 
  • सवाईमाधोपुर जिले में 435 हेक्टेयर में फसलों को  नुकसान हुआ जिसकी एवज में 468 किसानों को 31.62 लाख रुपए का भुगतान किया गया। 
  • टोंक 104 हेक्टेयर क्षेत्र में हुए फसल नुकसान पर 225 किसानों को  6.65 लाख रुपए का मुआवजे भुगतान किया गया। 
  • इस तरह राज्य में कुल 21918 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुकसान पहुंचा जिस पर 12487 किसानों को 1278.73 लाख रुपए का भुगतान किया गया।

खरीफ फसल वर्ष 2021 में हुई फसल क्षति एवं किसानों को किया गया भुगतान

बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित जिले जहां फसल खऱाबे का क्षेत्रफल 33 प्रतिशत या इससे अधिक उन जिलों के किसानों को कितनी राशि का भुगतान किया गया। इसकी जानकारी इस प्रकार से है- 

  • बारां में 188596 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान हुआ जिसका 34248 किसानों को 1439.18 लाख रुपए के मुआवजा दिया गया।
  • धौलपुर में 4192.93 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान पहुंचा जिसका 2000 किसानों को 66.56 लाख रुपए की मुआवजा राशि का भुगतान किया गया। 
  • झालावाड़ में 287184 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुकसान हुआ जिसका 180320 किसानों को 9130.79 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी गई।
  • कोटा में 94740 हेक्टेयर में फसलों को क्षति हुई जिसका 41583 किसानों को 2512.02 लाख रुपए का मुआवजा दिया गया। 
  • बूंदी में 105900 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान हुआ। 
  • अजमेर जिले में 50200 हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसल को नुकसान पहुंचा।
  • नागौर में 291632 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान पहुंचा। 
  • सवाईमाधोपुर में 6482 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान पहुंचा।
  • टोंक में 59976 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान पहुंचा।
  • इस तरह खरीफ सीजन के दौरान राज्य में कुल 1088902.93 हेक्टेयर में फसल को नुकसान हुआ जिसका 258151 किसानों को 13148.55 लाख रुपए फसल नुकसान का मुआवजा दिया गया। 
  • वहीं खरीफ फसल में ओलावष्टि से हुए 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान से प्रभावित श्रीगंगानगर जिले में करीब 104.27 हेक्टेयर में फसल को नुकसान पहुंचा।

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