Published - 15 May 2020
बागवानी मित्र एप जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि ये एप विशेषकर किसानों के लिए बनाया गया है। कोरोना संकट में यह एप किसानों के लिए बहुत मददगार साबित हो सकता है। इस एप को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की लखनऊ स्थित लैब सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर सब ट्रॉपिकल हॉर्टीकल्चर (CISH) ने लांच किया है। इस एप कि खास बात यह है कि इसे बिना पढ़ा लिखा किसान भी इस्तेमाल कर सकता है।
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इस मोबाइल एप में एक खास फीचर दिया गया है। यह फीचर से अगर किसान एक्सपर्ट से कुछ पूछना चाहता है तो उसे मैसेज टाइप करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। किसान जो कुछ बोलेगा वह टेक्स्ट में कनवर्ट हो जाएगा। किसानों के अलावा यह एप कृषि क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों के लिए भी बहुत उपयोगी है। एप विकसित करने वाले संस्थान यानी सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर सब ट्रॉपिकल हॉर्टीकल्चर के डायरेक्टर शैलेन्द्र रंजन ने कहा कि यह एप ऐसे किसानों की भी पूरी मदद करने में सक्षम है जो बिना पढ़े लिखे हैं। यह एप किसानों को संदेश के साथ रोगग्रस्त पौधों की तस्वीरें भेजने की अनुमति देगा। इससे वैज्ञानिकों को सही बीमारी का पता लगाने और पहचानने में भी मदद मिलेगी। यह मोबाइल एप सामान्य कीटों, बीमारियों और दूसरी समस्याओं के साथ-साथ उनके नियंत्रण की भी जानकारी देगा। इस एप से किसानों को मौसम की जानकारी भी मिल सकेगी, जिसके मुताबिक वह अपनी फसलों की बुआई कर सकेंगे।
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