Published - 02 Oct 2021
by Tractor Junction
इस रबी सीजन में सरकार की ओर से किसानों को अनुदान पर बीज का उपलब्ध कराया जा रहा है। इसकेे तहत बिहार, राजस्थान और अन्य राज्यों में बीज अनुदान योजना का लाभ किसान ले रहे हैं और योजना के तहत उन्नत बीज प्राप्त कर रहे हैं। बता दें कि खरीफ फसल की कटाई के बाद किसान तुरंत रबी की बुवाई का काम शुरू करेंगे। इससे पहले उनके पास बीज होना जरूरी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए किसानों को रबी बुवाई से पहले अनुदान पर बीज मुहैया कराया जा रहा है ताकि बुवाई के समय किसान को कोई परेशानी नहीं हो। इस क्रम में उत्तरप्रदेश में भी किसानों को अनुदान पर दिया जा रहा है।
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उत्तरप्रदेश में रबी फसलों के अच्छे उत्पादन के लिए रबी उत्पादकता गोष्ठी-2021 का आयोजन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय कृषि उत्पादकता गोष्ठी 2021-22 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कृषकों एवं प्रदेश के अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि रबी में अच्छी उत्पादकता प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है इसके लिए उन्नतशील प्रजातियों के बीजों की व्यवस्था की गई है। राज्य के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने राज्य स्तरीय कृषि उत्पादकता गोष्ठी 2021-22 के योजना में जानकारी दी है।
कृषि मंत्री ने बताया है कि राज्य के किसानों को रबी सीजन 2021-22 के लिए 50 हजार क्विंटल बीज वितरण का लक्ष्य रखा है। इसमें से 10 हजार क्विंटल बीज कृषि विभाग के राजकीय कृषि बीज भंडारों के माध्यम से अनुदान पर वितरित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, शेष निजी संस्थाओं के माध्यम से कृषकों को उपलब्ध करने की रणनीति बनाई गई है। अच्छी वर्षा होने के कारण राज्य में रबी की बुवाई में वृद्धि होने की उम्मीद है।
कृषि मंत्री ने दलहन तथा तिलहन का आच्छादन बढ़ाए जाने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि इस वर्ष रबी में 18 लाख हेक्टेयर में दलहन व 12 से 13 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिलहन के आच्छादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि खाद एवं बीज कृषकों को उर्वरक जोत बही के अनुसार ही उर्वरक का वितरण किया जाएगा। सहकारिता के प्रमुख सचिव ने बताया कि इसमें कुल लक्ष्य का लगभग 30 प्रतिशत उर्वरक सहकारिता के माध्यम से वितरित किया जाता है। लगभग 1200 केंद्रों के माध्यम से उर्वरकों का वितरण किया जाएगा। प्रदेश में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है।
बीज की व्यवस्था के संबंध में बीज विकास निगम के अधिकारी ने बताया कि बीजों की समय से उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाएगी। दलहनों फसलों के बीज की आपूर्ति प्रारंभ हो चुकी है। बीज विकास निगम द्वारा बीज की उपलब्धता जनपदों के निकटतम डिपो के माध्यम से तथा राष्ट्रीय बीज निगम से क्रय किए गए बीज को एफओआर के माध्यम से जनपदों को उपलब्ध कराया जाएगा।
उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने किसानों को राहत प्रदान करने के लिए धान और गेहूं के बीज खरीदने पर अनुदान दे रही है। इससे राज्य के किसानों को बीज खरीदने में सहायता मिलेगी। सरकार की ओर से बीज खरीदने पर दिए जाने वाले अनुदान का निर्धारण बीज की लागत पर निर्भर होगा। राज्य सरकार किसानों को धान और गेहूं के बीज खरीदने पर 2 हजार रुपए तक प्रति क्विंटल अनुदान प्रदान कर रही है। इससे किसानों को लाभ होगा। किसानों को कम कीमत पर बीज उपलब्ध हो सकेंगे। यूपी की योगी सरकार की ओर से किसानों की मदद करने के उद्देश्य से बीज अनुदान योजना के तहत अधिकतम मदद 2 हजार रुपए तक प्रति क्विंटल के हिसाब से दी जा रही है। बता दें कि इसी साल अगस्त में यूपी कैबिनेट ने गेहूं व धान के बीज पर अन्य केंद्रीय योजनाओं के बराबर अनुदान देने के लिए एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, पूर्वी भारत में हरित क्रांति के विस्तार की योजना, एकीकृत धान्य विकास कार्यक्रम के तहत अब तक किसानों को धान के लिए मूल्य का 50 प्रतिशत व अधिकतम 1,750 रुपए प्रति क्विंटल तथा गेहूं के लिए 1,600 रुपए प्रति क्विंटल अनुदान की व्यवस्था है। अब इसमें राज्य सरकार अपनी ओर से भी पैसा देगी। धान व गेहूं बीज वितरण पर किसानों को मूल्य का 50 प्रतिशत व अधिकतम 2,000 रुपए प्रति क्विंटल (जो भी कम हो) का अनुदान दिया जाएगा।
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