Published - 30 Jun 2020
इस साल समय से मानसून आने से खरीफ की बुबाई का रकबा पिछले साल की तुलना में दुगुना हो गया है। इसमें तिलहन फसलों का रकबा में छह गुना तक की बढ़ोतरी हुई है तो दालों का रकबा तीन गुना तक बढ़ गया है।
तिलहन की खेती मध्य भारत के इलाकों में काफी की जाती है। इस बार इन इलाकों में अच्छी बारिश होने से तिलहन की बुबाई ज्यादा हुई है।
बात करें खरीफ की मुख्य फसल धान की तो इसके रकबे में 34 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि मोटे अनाज के तहत बाजरा और मक्का सहित, दूसरी फसलों का रकबा लगभग 100 फीसदी तक बढ़ गया है। सिर्फ एक हफ्ते में, खेती का रकबा करीब 1.31 करोड़ हेक्टेयर से बढक़र 3.1.6 करोड़ हेक्टेयर हो गया है जो कृषि क्षेत्र के लिए एक सुखद संकेत है।
बता दें कि सरकार ने चालू खरीफ सीजन में 14.99 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसी तरह से रबी सीजन में 14.84 करोड़ टन कुल खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य है। फसल सीजन 2020-2021 में कुल खाद्यान उत्पादन रिकॉर्ड 29.83 करोड़ टन पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बुबाई का रकबा बढऩे से तय लक्ष्य पूरा होने का अनुमान है।
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