आत्मनिर्भर कृषि एप लांच : खेती और मौसम संबंधी जानकारी मिलेगी सबसे पहले 

Share Product Published - 30 Jun 2021 by Tractor Junction

आत्मनिर्भर कृषि एप लांच : खेती और मौसम संबंधी जानकारी मिलेगी सबसे पहले 

12 भाषाओं में मिलेगी जानकारी, किसानों को उपलब्ध होंगे सरकारी आंकड़े

देश में किसानों के लिए खेती को आसान और लाभप्रद बनाने के लिए सरकार विभिन्न प्रयास कर रही है। इन प्रयासों की कड़ी में केंद्र सरकार ने एक और अहम कदम उठाया है। अब किसानों को खेती संबंधी जानकारी और मौसम का पूर्वानुमान उनके मोबाइल पर मिल सकेगा। केंद्र सरकार ने 12 भाषाओं में आत्मनिर्भर कृषि एप लांच किया है। आत्मनिर्भर कृषि एप पर किसानों को विभिन्न सरकारी विभागों की प्रासंगिक जानकारी व उपयोगी सरकारी आंकड़े आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे। आपकों बता दें कि राष्ट्रीय डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘किसानमित्र’ पर विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा किसानों के लिए प्रासंगिक जानकारी उपलब्ध है जो अब ‘आत्मनिर्भर कृषि ऐप’ के माध्यम से किसानों की पहुंच में होगी।

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आत्मनिर्भर कृषि ऐप के फीचर्स 

  • देश के दूर-दराज के इलाकों में कनेक्टिविटी के मुद्दों को ध्यान में रखते हुए, ऐप को न्यूनतम बैंडविड्थ पर काम करने के लिए डिजाइन किया गया है।
  • ऐप में भाषा को सरल बनाकर आंकड़ों को किसानों के लिए आसान बनाया गया है। 
  • ऐप 12 भाषाओं में उपलब्ध है।
  • ऐप के एंड्रॉइड और विंडोज संस्करण गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं। 
  • किसान, स्टार्ट-अप, केवीके, एसएचजी या एनजीओ इसका नि:शुल्क इस्तेमाल कर सकेंगे।
  • ऐप किसान से किसी तरह की जानकारी एकत्रित नहीं करता है। यह जरूरी आंकड़े प्रदान करने के लिए खेत की भौगोलिक स्थिति पर निर्भर है। किसी स्थान से संबंधित आंकड़े उस क्षेत्र का पिनकोड दर्ज करके एकत्र किया जा सकेगा।


आत्मनिर्भर कृषि ऐप ऐसे करेगा किसानों की सहायता

आत्मनिर्भर कृषि ऐप किसानों की खेती संबंधी जानकारी और मौसम पूर्वानुमान का पता लगाने में काफी मदद करेगा। सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने ऐप की पेशकश के दौरान कहा कि किसानमित्र पहल के आत्मानिर्भर कृषि ऐप के साथ, किसानों के पास आईएमडी, इसरो, आईसीएआर और सीजीडब्ल्यूए जैसे हमारे शोध संगठनों द्वारा दी जाने वाली साक्ष्य-आधारित जानकारियां उपलब्ध होंगी। देश के दूरदराज के इलाकों में कनेक्टिविटी के मुद्दों को देखते हुए ऐप को न्यूनतम बैंडविड्थ पर काम करने के लिए डिजाइन किया गया है। फसल पैटर्न, छोटे किसानों की जोत के मशीनीकरण या पराली जलाने संबंधी फैसले, पानी एवं पर्यावरण के स्थायित्व की महत्ता व संसाधनों के विवेकपूर्ण इस्तेमाल को ध्यान में रखकर लिया जाए, यह ऐप सुनिश्चित करेगा। किसानों के लिए बेसिक फोन पर आसान भाषा में जानकारी के साथ उपलब्ध ऐप, फैसले लेने की प्रक्रिया के दौरान समावेशिता को भी बढ़ाएगा।


ऐप को तैयार करने के आधार

ऐप को तैयार करने के लिए कुछ आधार निर्धारित किए गए। इनमें आंकड़ों का एकत्रीकरण, केंद्रीकृत दृष्टिकोण का निर्माण, स्थानीय विशेषज्ञता (केवीके) समर्थित संवाद और दृष्टिकोण को विकसित करना, मशीन लर्निंग इनफेरेनसेंस का लाभ उठाना व निरंतर सुधार मुख्य है। 


ऐप को टेक महिंद्रा की टीम ने किया विकसित

आत्मनिर्भर कृषि ऐप को टेक महिंद्रा मेकर्स लैब टीम ने डिजाइन और विकसित किया है। ऐप को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि किसानों को कृषि संबंधित बारीक से बारीक जानकारी, मौसम संबंधी जानकारी व अलर्ट सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सके। ऐप के जरिए किसानों को मिट्टी के प्रकार, मिट्टी की सेहत, नमी, मौसम और पानी उपलब्धता से संबंधित आंकड़ों को एकत्र किया गया है।

 

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