Published - 05 Jun 2022 by Tractor Junction
रबी फसलों की खरीद का अंतिम दौर चल रहा है। कई जगहों पर रबी की फसलों की खरीद को बंद कर दिया गया है और कई स्थानों पर इसकी अंतिम को तिथि बढ़ाया गया है। इसी क्रम में मध्यप्रदेश सरकार की ओर से चने की खरीद की अंतिम तिथि को बढ़ा दिया गया है। अब राज्य में किसानों से 7 जून तक चने की खरीद की जाएगी। राज्य सरकार के इस फैसले से चना उत्पादक किसानों को काफी राहत मिलेगी।
राज्य में बहुत से किसान से अभी तक चने की एमएसपी पर खरीद का काम बकाया था। कई किसान एमएसपी पर चना बचना चाहते थे लेकिन खरीद की अंतिम तिथि 31 मई थी। उसके बाद चने की खरीद बंद होनी थी, लेकिन राज्य सरकार ने किसानों के हित में निर्णय लेते हुए इस तिथि को आगे बढ़ाकर 7 जून तक कर दिया है। इस संंबंध में किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने बताया है कि सरकार ने किसानों के हित में निर्णय लेते हुए समर्थन मूल्य पर चना उपार्जन की तिथि को 7 जून तक बढ़ा दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का प्रदेश के किसानों की ओर से किसान हितेषी निर्णय के लिए आभार व्यक्त किया है। मंत्री पटेल ने बताया कि किसानों की सुविधा को देखते हुए 31 मई तक के लिये उपार्जन की तिथि को एक सप्ताह के लिये और बढ़ाया गया है। मंत्री श्री पटेल ने किसानों से अपील की है कि वे 7 जून तक चने की फसल को समर्थन मूल्य पर विक्रय के लिए निर्धारित स्थान पर ले जाएं।
मध्यप्रदेश में 101 केंद्रों पर पंजीकृत किसान से चने की खरीद की जा रही है। इस बार मध्यप्रदेश सरकार ने आठ लाख 67 हजार मीट्रिक टन चना खरीदी का लक्ष्य रखा है। चना की फसल बेचने के लिए राज्य के करीब सात लाख 43 हजार 487 किसानों ने पंजीयन कराया है। प्रदेश में इस बार 21 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में चना की बुवाई की गई है।
केंद्र सरकार प्रति वर्ष खरीफ तथा रबी फसलों को मिलाकर कुल 23 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी करती है। इस मूल्य पर ही सभी सरकारी एजेंसियां फसलों की खरीदी करती है। रबी वर्ष 2022-23 के लिए चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य 5230 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। बता दें कि इसमें चने की क्वालिटी के हिसाब से चने की खरीद की जाएगी।
मध्यप्रदेश में एक किसान एक दिन में 40 क्विंटल तक चना बेच सकता है। बता दें कि इस वर्ष किसानों से एक दिन में चने की खरीद सीमा में वृद्धि कर दी है। पहले राज्य के किसानों से अधिकतम 25 क्विंटल चना ही खरीदा जाता था जिसे सरकार ने बढ़ाकर अब 40 क्विंटल कर दिया है। उपार्जन सीमा का निर्धारण इस शर्त के साथ किया गया है कि चना उपार्जन हेतु किसानों की उत्पादकता एवं भूमि अभिलेखों की मैपिंग की गई हो।
इस बार मध्यप्रदेश सरकार ने आठ लाख 67 हजार मीट्रिक टन चना खरीदी का लक्ष्य रखा है, लेकिन न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अभी तक 5230 रुपए प्रति क्विंटल की दर से 7 लाख टन चना खरीद की गई है। अभी चने की खरीदी का सरकारी लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। किसानों की मांग को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उपार्जन अवधि में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। इससे यहां के किसानों को काफी राहत मिली है। अब वे किसान भी चना बेच पाएंगे जो अभी तक चना नहीं बेच पाए हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश का चना उत्पादन राज्यों में दूसरा स्थान है।
राज्य के होशंगाबाद, नरसिंहपुर, विदिशा, उज्जैन, मंदसौर, धार, भिंड, मुरैना, शिवपुरी तथा रीवा, नीमच, गुना, शाजापुर, देवास, रतलाम, झाबुआ, जबलपुर, ग्वालियर, सीहोर, छिंदवाड़ा जिले में चने की खेती की जाती है। इसके अलावा यहां के बुंदेल खंड क्षेत्र के टीकमगढ़, छत्तरपुर, दमोह, दतिया, पन्ना, सागर में भी चने की खेती होती है। इस कारण चने की तिथि बढ़ाना यहां के किसानों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय है। सरकार की ओर से की जा किसान ऑनलाइन देख सकते हैं भुगतान की स्थिति- रही चने की सरकारी खरीद का भुगतान किसानों JIT (जेआईटी) पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है। यदि किन्ही कारणों से किसानों को 72 घंटे के अंदर भुगतान नहीं होता है तो किसान ऑनलाइन पोर्टल http://www.jit.nic.in/PFMS/Default.asp& के माध्यम से देख सकते हैं। या किसान 0752551474 पर फोन करके भुगतान संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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