न्यूनतम समर्थन मूल्य : 40.81 लाख गेहूं किसानों को 77 हजार करोड़ रुपए का भुगतान

Share Product Published - 29 May 2021 by Tractor Junction

न्यूनतम समर्थन मूल्य  : 40.81 लाख गेहूं किसानों को 77 हजार करोड़ रुपए का भुगतान

 एमएसपी पर गेहूं की सरकारी खरीद : खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 30.54 करोड़ टन रहने का अनुमान

इस समय देश के विभिन्न राज्यों में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद का कार्य चल रहा है। इसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश तथा जम्मू और कश्मीर राज्यों में किसानों से एमएसपी पर गेहूं की सरकारी खरीद की जा रही है। इस दौरान अब तक  (24.05.2021 तक) 390.68 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। वहीं पिछले साल की इसी समान अवधि में 344.94 लाख मीट्रिक टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई थी। इस वित्तीय वर्ष किसानों से की गई खरीद की एवज में अब तक करीब 40.81 लाख किसानों को 77,159.58 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। बता दें कि इस साल पिछले वर्ष की तुलना में 13 प्रतिशत गेहूं की अधिक एमएसपी पर खरीद की गई है और अभी खरीद जारी है। 

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772.92 लाख मीट्रिक टन से अधिक हुई धान की खरीद

सरकार की ओर से खरीफ 2020-21 में 24 मई तक 772.92 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीद की जा चुकी है। (इसमें खरीफ फसल का 706.43 लाख मीट्रिक टन और रबी फसल का 66.49 लाख मीट्रिक टन धान शामिल है), जबकि पिछले वर्ष की इसी समान अवधि में 711.90 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा गया था। मौजूदा खरीफ विपणन सत्र में लगभग 114.98 लाख किसानों को पहले ही एमएसपी मूल्य पर 1,45,927.84 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।


दलहन और तिलहन खरीद को मंजूरी

केंद्र सरकार ने प्रदेशों से मिले प्रस्ताव के आधार पर तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों से खरीफ विपणन सत्र 2020-21 एवं रबी विपणन सत्र 2021 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना (पीएसएस) के तहत 107.37 लाख मीट्रिक टन दलहन और तिलहन की खरीद को भी मंजूरी प्रदान की गई थी। आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल राज्यों से 1.74 लाख मीट्रिक टन खोपरा (बारहमासी फसल) को क्रय करने के लिए भी स्वीकृति दी गई है।


मूंग, उड़द तुअर, चना सहित अन्य उपजों की 6,91,581.09 मीट्रिक टन खरीद

खरीफ 2020-21 और रबी 2021 के तहत 24.05.2021 तक सरकार की ओर से अधिकृत की गईं नोडल एजेंसियों के माध्यम से 6,91,581.09 मीट्रिक टन मूंग, उड़द, तुअर, चना, मसूर, मूंगफली की फली, सरसों के बीज और सोयाबीन की खरीद एमएसपी मूल्यों पर की गई है। इस खरीद से तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, हरियाणा और राजस्थान के 4,12,421 किसानों को 3,621.03 करोड़ रुपए की आय हुई है। इसी प्रकार कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों से 5,089 मीट्रिक टन खोपरा (बारहमासी फसल) की खरीद की गई। इससे यहां के नारियल किसानों को 52 करोड़ 40 लाख रुपए की आय हुई।


इस वित्तीय वर्ष कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 30.54 करोड़ टन रहने का अनुमान

कृषि मंत्रालय की ओर से वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए प्रमुख फसलों के उत्पादन का तीसरा अग्रिम अनुमान जारी किया गया है। इसमें बताया गया है कि इस वित्तीय वर्ष में कुल खाद्यान्न उत्पादन 30.54 करोड़ टन रहने का अनुमान है। विभिन्न फसलों के उत्पादन का आकलन राज्यों से मिले आंकड़ों पर आधारित है और अन्य स्रोतों से उपलब्ध जानकारी से इसका सत्यापन किया गया है। 2020-21 के लिए तीसरे अग्रिम अनुमान के तहत, देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 30.544 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जो 2020-21 के दौरान उत्पादन पिछले पांच वर्षों (2015-16 से 2019-20) के औसत खाद्यान्न उत्पादन की तुलना में 2.666 करोड़ टन ज्यादा है।


चावल का कुल उत्पादन रिकार्ड 12.146 करोड़ टन रहने की उम्मीद

कृषि मंत्रालय की ओर से जारी किए गए अग्रिम अनुमान के अनुसार वर्ष 2020-21 के दौरान चावल का कुल उत्पादन रिकॉर्ड 12.146 करोड़ टन रहने का अनुमान है। यह विगत 5 वर्षों के 11.244 करोड़ टन औसत उत्पादन की तुलना में 90.1 लाख टन अधिक है। इसी प्रकार वर्ष 2020-21 के दौरान गेहूं का कुल उत्पादन रिकॉर्ड 10.875 करोड़ टन अनुमानित है। यह विगत पांच वर्षों के 10.042 करोड़ टन औसत गेहूं उत्पादन की तुलना में 83.2 लाख टन अधिक है। मोटे अनाजों का उत्पादन 4.966 करोड़ टन अनुमानित है इसके अलावा, यह औसत उत्पादन की तुलना में भी 56.8 लाख टन अधिक है।


दलहन और तिलहन उत्पादन में भी होगी वृद्धि

वर्ष 2020-21 के दौरान कुल दलहन उत्पादन 2.558 करोड़ टन अनुमानित है जो विगत पांच वर्षों के 2.193 करोड़ टन औसत उत्पादन की तुलना में 36.4 लाख टन अधिक है। वहीं कुल तिलहन उत्पादन रिकॉर्ड 3.657 करोड़ टन अनुमानित है जो, 2020-21 के दौरान औसत तिलहन उत्पादन की तुलना में 60.2 लाख टन अधिक है।


2020-21 के दौरान प्रमुख फसलों के लिए तीसरा अग्रिम अनुमान

कृषि मंत्रालय की ओर से वित्तीय 2020-21 के दौरान प्रमुख फसलों के लिए जारी किए गए तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार प्रमुख खाद्यान्न फसलों का अनुमानित उत्पादन इस प्रकार है-

उपज अनुमानित उत्पादन
कुल खाद्यान्न 30.544 करोड़ टन। (रिकॉर्ड)
चावल 12.146 करोड़ टन। (रिकॉर्ड)
गेहूं 10.875 करोड़ टन। (रिकॉर्ड)
पोषक तत्व/मोटे अनाज 4.966 करोड़ टन
मक्का 3.024 करोड़ टन। (रिकॉर्ड)
दालें 2.558 करोड़ टन
तुअर 0.414 करोड़ टन
चना 1.261 करोड़ टन। (रिकॉर्ड)
तिलहन 3.657 करोड़ टन
मूंगफली 1.012 करोड़ टन। (रिकॉर्ड)
सोयाबीन 1.341 करोड़ टन।
रेपसीड और सरसों 0.999 करोड़ टन। (रिकॉर्ड)
गन्ना 39.280 करोड़ टन
कपास 3.649 करोड़ गांठें (प्रत्येक 170 किग्रा)
जूट और मेस्टा 0.962 करोड़ गांठें (प्रत्येक 180 किग्रा)

 

वर्ष 2020-21 में गन्ने का उत्पादन 39.280 करोड़ टन अनुमानित है। वर्ष 2020-21 के दौरान गन्ने का उत्पादन औसत गन्ना उत्पादन 36.207 करोड़ टन की तुलना में 3.073 करोड़ टन अधिक है। वहीं कपास का उत्पादन 3.649 करोड़ गांठें (प्रति 170 किग्रा की गांठें) अनुमानित हैं, जो औसत कपास उत्पादन की तुलना में 45.9 लाख गांठें अधिक है। जूट एवं मेस्ता का उत्पादन 96.2 लाख गांठें (प्रति 180 किग्रा की गांठें) अनुमानित हैं।  

 

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