Published - 08 Apr 2021 by Tractor Junction
गेहूं की कटाई के साथ ही देश में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद शुरू हो गई है। पंजाब को छोडक़र अन्य सभी गेहूं उत्पादक राज्यों में गेहूं की खरीद शुरू हो चुकी है। पंजाब में गेहूं की खरीद 10 अप्रैल से शुरू होगी। मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार सरकार ने 2021-22 के विपणन सत्र में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर अब तक 3.49 लाख टन गेहूं खरीदा है, जिसका मूल्य 691 करोड़ रुपए रहा है। रबी विपणन सत्र (आरएमएस) के लिए अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हुई है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि हाल में हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में रबी विपणन सत्र 2021-22 के लिए गेहूं की खरीद शुरू की गई है। बयान के मुताबिक पांच अप्रैल तक 3.49 लाख टन से अधिक गेहूं की खरीद की गई, जिससे 4.45 लाख किसानों को 690.82 करोड़ रुपए का एमएसपी मूल्य मिला है। बयान में आगे कहा गया कि चालू खरीफ विपणन सत्र (अक्टूबर-सितंबर) 2020-21 में धान की खरीद सुचारू रूप से जारी है।
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हरियाणा में गेहूं खरीद को लेकर नियम में बदलाव किया है। इसके अनुसार अब बगैर एसएमएस (संदेश) के भी मंडी में गेहूं लेकर आने वाले किसानों की गेहूं को खरीदा जाएगा। सरकार ने गेहूं खरीद को लेकर किसानों के लिए पहले से लागू कई शर्तों को वापस ले लिया है। इस बार करीब 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद होने की संभावना है।
उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अनुसार रबी मार्केटिंग सीजन आरएमएस 2021-22 के दौरान कुल 427.363 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का अनुमान लगाया गया है। यह पिछले साल के मुकाबले 9.56 फीसदी अधिक है। इस साल 427.363 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का अनुमान है।
उपरोक्त गेहूं उत्पादन में अग्रिय राज्यों के अलावा उत्तराखंड -2.20 लाख मीट्रिक टन, गुजरात-1.5 लाख मीट्रिक टन, बिहार-1.00 लाख मीट्रिक टन, हिमाचल प्रदेश-0.06 लाख मीट्रिक टन, महाराष्ट्र-0.003 लाख मीट्रिक टन, दिल्ली-0.50 लाख मीट्रिक टन और जम्मू और कश्मीर-0.10 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
केंद्र सरकार की ओर हर साल बुआई के पूर्व ही फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) घोषित कर दिए जाते हैं। इस वर्ष भी केंद्र सरकार ने रबी सीजन की मुख्य 6 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किए हैं जिनमें गेहूं-1975 रुपए प्रति क्विंटल, जौ- 1600 रुपए प्रति क्विंटल, चना- 5100 रुपए प्रति क्विंटल, मसूर- 5100 रुपए प्रति क्विंटल, रेपसीड एवं सरसों- 4650 रुपए प्रति क्विंटल, कुसुम- 5327 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है।
राजस्थान की नोहर मंडी में गेहूं 1780 से 1854 एवं जौ 1483 रुपए प्रति क्विंटल, सरसों भाव 5300 से 5530, ग्वार 3849, चना 5250 से 5310, सम्राट चना 5000 से 5150, तारामीरा 5425 प्रति क्विंटल रहा। हनुमानगढ़ मंडी में सरसों 5708, चना 5200 से 5250, अरंडी 4900, मूंग 7275, नरमा का बोली भाव न्यूनतम 5800 से अधिकतम 6380 रुपए और ग्वार का भाव 3709 व आवक 125 क्विंटल की हुई। सादुलशहर मंडी में सरसों 5345 से 5580, चना रेट 5191 से 5326, ग्वार 3300 से 3525 और जौ 1250 से 1475 रुपए क्विंटल बिका। गोलूवाला मंडी में सरसों 5596, चना 5475 और जौ 1431 रुपये क्विंटल तक बिका। रायसिंहनगर मंडी में सरसों 5300 से 5725, जौ 1400 से 1515, चना 5300 से 5500, ग्वार 3700 से 3800 रुपए प्रति क्विंटल रहा है। गजसिंहपुर मंडी भाव सरसों 5300 से 5815, चना 5350 से 5490, जौ 1300 से 1440 और तारामीरा 5200 रुपये तक बिका। इधर देवली (टोंक) मंडी में सरसों की कीमतों में बीते दिनों के मुकाबले 140 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी रही, सरसों का भाव 5200-6000, जौ- 1250-1530 रुपए, गेहूं का रेट स्थिर रहा जो 1580-1725 रुपए प्रति क्विंटल रहा। चना 4800-5057 (हल्की तेजी), मक्का 1250-1370 रुपए (स्थिर), बाजरा-1100-1185 रुपए (15 रुपए मंदा), ज्वार 1100-2800 (स्थिर), गवार 3200-3400 रुपए (स्थिर), तारामीरा 4800-5150 रुपए (50 रुपए की तेजी), मसूर का भाव 5250-6050 रुपए (130 रुपए की तेज) और उड़द 5400-6200 रुपए (स्थिर) क्विंटल का दर्ज किया गया।
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