Published - 01 Jun 2021 by Tractor Junction
देश के किसानों को खेती के लिए आवश्यक खाद, बीज व उर्वरक सहित अन्य खेती के लिए उपयोगी वस्तुएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एक ई-बाज़ार पोर्टल की शुरुआत की गई है। सीएससी ई-गवर्नेंस इंडिया लिमिटेड की ओर से विशेषकर छोटे और मझोले किसानों को ध्यान में रखकर शुरू किए गए इस पोर्टल की सहायता से किसान खेती में इस्तेमाल बीज, उर्वरक, कीटनाशक आदि वस्तुएं आसानी से खरीद सकेंगे। इसके लिए इस पोर्टल पर किसानों को इन वस्तुओं से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी जिससे उन्हें इसे खरीदने में काफी सुविधा होगी। इस पोर्टल को लॉन्च करने का मुख्य उद्देश्य किसानों की मदद करना है।
सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रेक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1
मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार सीएससी एसपीवी ने कहा कि भारत के कृषि समुदाय में 86 फीसदी हिस्सा रखने वाले छोटे और मझोले किसानों को सशक्त करने के लिए एक खास कृषि सेवा पोर्टल शुरू किया है। ई-बाज़ार पोर्टल किसानों के लिए बाजार के तौर पर काम करेगा। इस कृषि सेवा पोर्टल के जरिये किसान बीज, उर्वरक, कीटनाशक, मवेशियों का चारा और दूसरे कृषि निवेश उत्पाद खरीद सकते हैं। बता दें कि सीएससी एसपीवी इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के तहत आने वाली एक विशेष उद्देश्यीय इकाई है। सीएससी एसपीवी अपने सामान्य सेवा केंद्रों के जरिये उपभोक्ताओं को कई इलेक्ट्रॉनिक सेवाएं उपलब्ध कराती है।
उपरोक्त योजना के अलावा किसानों के लिए ई-नाम योजना भी बेहद महत्वपूर्ण है। इस योजना से देश के काफी किसानों को अपनी फसल क्रय-विक्रय करने में मदद मिल रही है। यह योजना केंद्र सरकार की ओर से कई साल पहले शुरू कर दी गई है। इस योजना से जुड़े पोर्टल पर किसानों के लिए कई सुविधाएं दी गई हैं। इस पोर्टल से किसान अपनी उपज घर बैठे ऑनलाइन देश की किसी भी मंडी में बेच सकते हैं। पोर्टल के पांच वर्ष पिछले महीने ही पूरे हुए हैं। किसानों के लिए ई-नाम पोर्टल पर तीन नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं। इससे किसानों को ई-नाम योजना से ज्यादा फायदा मिल सकेगा। पांच साल में इस योजना से 21 राज्यों की 1000 कृषि उपज मंडी जुड़ चुकी हैं। वहीं, 1.7 लाख किसान योजना से लाभ उठा रहे हैं. इसके जरिये पिछले महीने तक 1.3 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हो चुका था।
14 अप्रैल 2016 में प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना का उद्देश्य किसानों को घर बैठे अपनी उपज बेचने की सुविधा उपलब्ध करवाना है। योजना के तहत देश की अलग-अलग मंडियों को ऑनलाइन जोड़ा जा रहा है। साथ ही पिछले वर्ष कोरोना काल में सरकार ने किसानों को ट्रांसपोर्टेशन के साधन उपलब्ध करवाने के लिए किसान रथ ऐप की शुरुआत की है जिससे किसानों को घर बैठे उपज बेचने में किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।
राष्ट्रीय कृषि बाजार ई-नाम मंडी से मौसम की जानकारी, सहकारी माड्यूल, ई-नाम निर्देशिका को जोड़ा गया है। अब किसान ई-नाम पोर्टल पर मौसम संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस पोर्टल पर अभी देश के 13 राज्यों की मौसम की जानकारी दी जा रही है। किसान को मौसम की जानकारी के लिए ई-नाम मंडी की वेबसाइट पर जाकर Weather Forecast पर क्लिक करना होगा जिससे एक पेज खुलेगा उस में अपने राज्य का चयन करके मौसम की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ई- नाम मंडी योजना के तहत कृषि उपज का ऑनलाइन व्यापर किया जाता है। इसके तहत किसान तथा व्यापारी दोनों जुड़ सकते हैं। ई-नाम मंडी पर पंजीयन ऑनलाइन किया जाता है। पंजीयन के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है। किसान को ई-नाम पर पंजीयन के लिए बैंक पास बुक, आधार कार्ड, मोबाईल नंबर तथा ई-मेल आईडी की जरूरत पड़ता है। किसान ई-नाम पर https://enam.gov.in/NAMV2/home_hindi/other_register.html पर जाकर पंजीयन यहां से करा सकते हैं।
अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।