कोविड-19 लॉकडाउन में सरकारी बैंकों से ले इमरजेंसी लोन और छह महीने तक किश्त की चिंता नहीं ?

Share Product Published - 30 Mar 2020 by Tractor Junction

कोविड-19 लॉकडाउन में सरकारी बैंकों से ले इमरजेंसी लोन और छह महीने तक किश्त की चिंता नहीं ?

15 सरकारी बैंकों ने किया राहत स्कीमों का ऐलान, उठाएं फायदा

ट्रैक्टर जंक्शन पर देश के किसान भाइयों का एक बार फिर स्वागत है। आज हम बात करते हैं कोरोना लाकडाउन के समय मिलने वाले सस्ते लोनों के बारे में। कोरोना वायरस की इस मुश्किल घड़ी में किसान, मजदूर, व्यापारी, छात्र, छोटे दुकानदार, महिलाओं की मदद के लिए देश के सरकारी बैंकों ने खास पहल शुरू की है। देश के करीब 15 सरकारी बैंक इमरजेंसी लोन सहित अन्य तरीक के लोन उपलब्ध करा रहे हैं। 

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कोरोना लॉकडाउन में सस्ते लोन 

कोरोना (कोविड 19) लॉकडाउन की संकटकालीन घड़ी में सस्ते लोन उपलब्ध कराने के लिए जहां सरकारी बैंकों ने तत्परता दिखाई है वहीं निजी सैक्टर के बैंक अभी इस मामले में पीछे हैं। कोरोना लॉकडाउन के बाद देश के कुल 18 सरकारी बैंकों में से कम से कम 15 बैंकों ने विभिन्न सेक्टरों के लिए राहत स्कीमों का एलान किया है। इसे लोगों को तात्कालिक स्थितियों से निपटने में थोड़ी राहत मिलेगी। भारतीय स्टेट बैंक इस तरह के लोन की पेशकश करने वाला पहला बैंक है। ऐसे कर्ज पर छह महीने तक कोई किश्त नहीं देनी होगी। उसके अगले छह महीनों से 7.25 फीसदी की रियायती दर से कर्ज चुकाना होगा।

इन बैंकों में उपलब्ध है सस्ते लोन

  • भारतीय स्टेट बैंक
  • पंजाब नेशनल बैंक
  • बैंक ऑफ बड़ौदा
  • केरना बैंक
  • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
  • बैंक ऑफ इंडिया
  • इंडियन बैंक
  • बैंक ऑफ महाराष्ट्र
  • सिंडिकेट बैंक
  • इंडियन ओवरसीज बैंक
  • यूको बैंक
  • आंध्र बैंक
  • सिडबी

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कोविड-19 और बैंकों के इमरजेंसी लोन की खास बातें

इमरजेंसी लोन से कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के समय लोगों को अपनी नकद जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी। इन लोन स्कीमों में छह महीने तक किश्तों का कोई भुगतान नहीं करना होगा। इसके बाद लोन की अदायगी शुरू होगी।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया : स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कोविड 19 इमरजेंसी क्रेडिट लाइन नाम से यह सुविधा शुरू की है। कैपिटल लिमिट के 10 फीसदी के बराबर होगी। इसमें खात बात यह है कि 200 करोड़ रुपए तक का अधिकतम लोन दिया जा सकेगा। इस लोन योजना के तहत लिए गए ब्याज दर की लिमिट 7.25 फीसदी रखी गई है। इस सुविधा के तहत कोई प्रोसेसिंग फीस या प्री पेमेंट पेनल्टी नहीं वसूली जाएगी। यह सुविधा 30 जून 2020 तक उपलब्ध होगी। 

इंडियन बैंक : इंडियन बैंक के पांच स्पेशल कोविड इमरजेंसी लोन स्कीम है। इससे नौकरीपेशा वर्ग, पेंशनर, स्वयं सहायता स्मूह, एमएसएमई और बड़े कॉरपोरेट घराने लाभान्वित होंगे। बैंक के मौजूद ग्राहक भी इस स्कीम का फायदा ले पाएंगे। बैंक से बहुत बड़ा किसान वर्ग भी जुड़ा हुआ है। इंडियन बैंक के नौकरीपेशा ग्राहक अपनी सैलरी के 20 गुना तक कर्ज ले सकते हैं। इसकी ऊपरी सीमा 2 लाख रुपए है।  इंडियन बैंक की वरिष्ठ नागरिक इमरजेंसी पेंशन लान के तहत अपनी मासिक पेंशन के 15 गुना तक कर्ज ले सकते हैं। इसमें भी 2 लाख रुपए की ऊपरी सीमा है, ऐसे लोन की अवधि 5 साल है। यह जीरो कंसेशनल इंटरेंस्ट या चार्ज पर मिलेगा। 

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया : यूनियन बैंक ऑफ इंडिया उन व्यापारियों को भी कर्ज दे रहा है जिनके काम पर लॉकडाउन  से असर पड़ा है। यह उनकी कार्यशील पूंजी के 10 फीसदी तक दिया जाएगा।

बैंक ऑफ बड़ौदा : बैंक ऑफ बड़ौदा ने बड़ौदा कोविड इमरजेंसी क्रेडिट लाइन शुरू की है। यह स्वीकृत लोन सीमा के 10 फीसदी तक अतिरिक्त धन मुहैया कराएगा। कारर्पोरेट के लिए ब्याज दर स्टैंडर्ड प्रीमियम के बिना 8.15 फीसदी होगी। एमएसएमई को 8 फीसदी की दर से लोन मिलेगा।

बैंक ऑफ इंडिया : बैंक ऑफ इंडिया ने कोविड इमरजेंसी सपोर्ट स्कीम शुरू की है। इसके तहत कॉर्पोरेट अपनी मौजूदा कार्यशील पूंजी सीमा पर 20 फीसदी अतिरिक्त क्रेडिट का लाभ उठा सकते हैं। स्कीम के तहत नौकरीपेशा को उनकी अंतिम सैलरी के तीन गुना तक लोन दिया जाएगा। 

सिडबी : सरकारी वित्तीय संस्थान सिडबी ने भी 5 फीसदी की रियायती दरों पर एमएसएमई को कर्ज उपलब्ध कराने का ऐलान किया है। 

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