Published - 02 Dec 2021 by Tractor Junction
मौसम विभाग की ओर से अंडमान सागर के आसपास बने लो प्रेशर के डिप्रेशन में बदलने की संभावना जताई गई है। उसके बाद आगे बढऩे वाला डिप्रेशन चक्रवात में बदलेगा। शनिवार की सुबह चक्रवात के ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। चक्रवात के कारण ओडिशा और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होगी। इसके साथ ही झारखंड में भी तीन-चार दिनों तक इसका असर रहेगा।
निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार अंडमान सागर के मध्य भाग के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र है और संबंधित चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैल रहा है। गुरुवार तक इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर बढऩे और एक डिप्रेशन में केंद्रित होने की संभावना है। यह अगले 24 घंटों के दौरान बंगाल की मध्य खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात में और तेज हो सकता है। इसके 4 दिसंबर की सुबह तक उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट पर पहुंचने की उम्मीद है। इसी के साथ दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। एक ट्रफ रेखा उपरोक्त चक्रवाती परिसंचरण से उत्तरी महाराष्ट्र तट तक फैली हुई है।
इस बार आने वाले चक्रवात का नाम जवाद है जिसका नामकरण सऊदी अरब ने किया है। चक्रवात का प्रभाव बंगाल की खाड़ी, हिंद महासागर और अरब सागर में भी दिखेगा। जवाद को इस साल का आखरी चक्रवात माना जा रहा है। इससे पहले मई से नवंबर के दौरान भी कई बार चक्रवात आ चुके हैं। कम अंतराल में कई चक्रवात आने की वजह से ही इस साल गर्मी नहीं पड़ी। मई और जून के महीने में भी अधिकतम तापमान एक-दो दिन के लिए ही 40 के आसपास रहा। अन्य दिनों में तापमान कम रहा और मौसम में ठंडक बनी रही। अब दिसंबर में भी चक्रवात अपना प्रभाव दिखा रहा है। बता दें कि इस बार आ रहे तूफान का असर सबसे अधिक झारखंड और बंगाल में दिखाई देगा।
अक्सर दिसंबर के पहले सप्ताह में जहां कड़ाके की ठंड पड़ती है। वहीं अब तक बादलों की आवाजाही की वजह से ठंड में बढ़ोतरी नहीं हो सकी है। अब दिसंबर के पहले सप्ताह के बाद ही कड़ाके की ठंड पडऩे की संभावना है। मानसून अध्ययनकर्ता डॉ एसपी यादव का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के चक्रवात का दायरा धनबाद तक रहेगा। इस वजह से यहां 3 से 6 दिसंबर तक बारिश का अनुमान है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार सुबह जारी किए गए अपने पूर्वानुमान में गुजराज में भारी से बहु भारी बारिश की संभावना जताई है। यहां आणंद, भरूच, नवसारी, वलसाड, अमरेली और भावनगर में लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। बता दें कि मछुआरों के लिए भी चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा बनासकांठा, साबरकांठा, अरावली, महिसागर, डांग और तापी जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने तात्कालिक अनुमान जारी करते हुए राजस्थान के कुछ जिलों में बंूदाबांदी या हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। इसमें जयपुर, दौसा,अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, झुंझुनू, चूरू,सीकर, नागौर, जोधपुर, पाली, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ जिलों और आसपास के क्षेत्रों मे कहीं-कहीं पर बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार सुबह जारी किए गए अपने पूर्वानुमान में उत्तर प्रदेश कुछ इलाकों में बारिश का अनुमान जताया। उत्तर प्रदेश में अगले दो दिन के भीतर कुछ हिस्सों में बारिश होने के आसार नजर आ रहे हैं। यहां के तापमान में भी गिरावट देखी जा रही है।
दिल्ली में आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे और बारिश के भी आसार हैं। अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की जा सकती है। पहाड़ों पर हिमपात की भी संभावना बन रही है जिससे दिल्ली में ठंड बढ़ेगी। 5 और 6 दिसंबर को दिल्ली-एनसीआर में मध्यम स्तर बारिश की संभावना बन रही है। इससे तापमान में गिरावट आएगी और सर्दी का प्रकोप बढ़ेगा। इधर कृषि विज्ञान केंद्र की मौसम विज्ञानी डा. अंकिता नेगी की मानें तो गुरुवार से लेकर सोमवार तक पश्चिम विक्षोभ अपना असर दिखाएंगा। दो से पांच दिसंबर तक कभी भी बूंदाबांदी, मध्यम से तेज बारिश हो सकती है।
मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद के अनुसार 2 दिसंबर को बादल आते जाते रहेंगे। 3 दिसंबर को झारखंड राज्य के कुछ हिस्से में हल्की बारिश हो सकती है। ज्यादा प्रभाव झारखंड के दक्षिणी हिस्से में दिख सकता है। इसके बाद 4 और 5 दिसंबर को राज्य के ज्यादातर हिस्से में बारिश होगी। 6 दिसंबर को भी बारिश के आसार हैं। तीन-चार दिनों तक बारिश कराने के बाद 7 दिसंबर से मौसम साफ हो जाएगा।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक पूर्वी एवं उत्तर पूर्वी हवा का प्रवाह जारी है। बिहार में जवाद तूफान का असर पडऩे की प्रबल संभावना है। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र और जवाद तूफान बिहार में भी असर दिखा सकता है। बिहार में यह तूफान तो नहीं पहुंचेगा, लेकिन इसके चलते होने वाले मौसमी बदलाव का असर दिख सकता है। इस तूफान के कारण राज्य के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं चल सकती हैं। इसके साथ ही हल्की बारिश और वज्रपात का भी खतरा बना रहेगा। ऐसी संभावना राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान में जाहिर की गई है। हालांकि बेगूसराय, समस्तीपुर, दरभंगा एवं मधुबनी जिलों के एक-दो स्थानों पर चार-पांच दिसंबर के आसपास बूंदाबांदी हो सकती है।
चक्रवाती तूफान जवाद के प्रभाव से तीन से पांच दिसंबर तक प्रदेश का मौसम कुछ क्षेत्रों में खराब रहेगा। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि प्रदेश में पूर्वी हवा आने के कारण गुरुवार दो दिसंबर को प्रदेश का मौसम शुष्क रहेगा। साथ ही अधिकतम व न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होगी। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि प्रदेश के मौसम में अभी बदलाव होने को है और इससे तापमान में बढ़ोतरी संभावित है।
हरियाणा में भी सर्दी का असर जोर पकड़ रहा है। यहां सुबह कोहरा और शाम को सर्दी का असर दिखाई दे रहा है। मौसम में हो रहे बदलाव और चक्रवाती प्रभाव के कारण हरियाणा के कुछ इलाकों में बारिश की संभावना बन रही है।
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