Published - 02 Apr 2022 by Tractor Junction
हम अक्सर देखते है कि मंदिरों में भगवान को फूल और मालाएं चढ़ाई जाती है और रोजाना हजारों की तादाद में फूलों को मंदिर के बाहर फेंक दिया जाता है। इन फूलों का कोई उपयोग नहीं हो पाता है। ऐसे में गुजरात की सूरत की रहने वाली एक लडक़ी ने इन बेकार फलों से ही बिजनेस शुरू कर दिया। और इनका ये बिजनेस इतना सक्सेजफुल रहा कि आज इस बिजनेस से वह हर माह लाखों रुपए की आय प्राप्त कर ही है।
मीडिया रिपोट्स से मिली जानकारी के आधार पर मैत्री जरीवाला गुजरात के सूरत शहर में रहने वाली एक साधारण लडक़ी है। मैत्री की उम्र 22 साल है और उन्होंने केमिकल इंजीनियर की पढ़ाई की हुई है। मैत्री बताती हैं कि उन्होंने करीब 3 साल तक अलग-अलग संस्था के वेस्ट (कूड़ा) पर काम किया है, जिस कारण से मुझे वेस्ट प्रोडक्ट की अच्छी खासी समझ हो गई। मैत्री रोजाना सुबह कई मंदिरों के बाहर बेकार फूलों को एकत्रित करने के लिए जाती हैं। मैत्री के अनुसार वह यह फूल एकत्रित करने का काम पिछले साल से करती आ रहीं हैं।
आप सोच रहे होंगे कि मैत्री इन फूलों को क्यों इक्ट्ठा करती हैं और इसका क्या उपयोग करतीं हैं। तो बता दें कि मैत्री इन बेकार फूलों को अपसाइकिल करके उनका उपयोग साबुन, अगरबत्ती, मोमबत्ती, ठंडाई, स्प्रे, वर्मी कंपोस्ट सहित 10 से अधिक वैरायटी के प्रोडक्ट तैयार करने में करती हैं। इन प्रोडक्ट को तैयार कर वे इन्हें बाजार में बेच कर अच्छा लाभ कमा रही हैं। इस तरह वे हर महीने करीब 1.5 लाख रुपए की इनकम इन बेकार फूलों का उपयोग करके प्राप्त कर रही हैं। अब मैत्री का काम बढ़ गया है और उन्होंने करीब 9 लोगों को अपने यहां काम रखा हुआ है।
मैत्री बतातीं हैं कि उन्होंने 77 हजार की लागत से ये बिजनेस शुरू किया था। मैत्री बताती है कि कॉलेज की तरफ से मुझे 77 हजार रुपए का फंड दिया गया था, जिसे मैंने अपने बिजनेस में लगा दिया। मैत्री के मुताबिक, हमारे आस-पास बेकार फूल आसानी से मिल जाते हैं। इसलिए मेरे मन में ये आइडिया आया कि इन फूलों से एक अच्छा बिजनेस शुरू किया जा सकता है और मैंने इस पर काम करना शुरू दिया। हालांकि मेरे घर वाले चाहते थे कि मैं इंजीनियर की पढ़ाई के बाद कोई अच्छा जॉब करूं लेकिन मैंने इस बिजनेस को चुना और अब इस बिजनेस में मुझे सफलता मिली और आज हर महीने लाखों रुपए की कमाई मुझे इस बिजनेस से हो रही है।
मैत्री के मुताबिक कि हम पहले फूलों की पत्तियों को सुखाने के लिए धूप में रखते हैं। इसके बाद ग्राइंडर की सहायता से उनका एक अच्छा पाउडर तैयार कर लेते हैं। इसके बाद पाउडर से अलग-अलग तरह के प्रोडक्ट तैयार करते हैं। आखिर में प्रोडक्ट की लेबलिंग और पैकेजिंग की जाती है। इसके अलावा बाजार की मांग के अनुसार फूलों को उबालकर उसे छानकर एक अच्छा स्प्रे, ठंडई जैसे प्रोडक्ट बनाए जाते हैं जिसकी बाजार में मांग के अनुसार अच्छी कीमत मिल जाती है।
यदि आप भी बेकार फूलों से प्रोडेक्ट बनाने की ट्रेनिंग लेकर अपना स्वयं का बिजनेस शुरू करना चाहते तो आप अपने नजदीकी सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिनल एंड एरोमैटिक प्लांट (सीआईएमएपी) में ले सकते हैं। यहां 2 से 5 दिनों का कोर्स और प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इस कोर्स की फीस करीब 4 हजार रुपए है। इसके अलावा आप इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वेस्ट मैनेजमेंट भोपाल से भी इसकी ट्रेनिंग ले सकते हैं।
यदि कोई भी व्यक्ति इस बिजनेस को शुरू करना चाहता है तो वे इसे 50 हजार रुपए की लागत से भी शुरू कर सकता है, लेकिन यदि आप व्यवयायिक स्तर पर फूलों का बिजनेस करते हैं, तो इसमें करीब 2 लाख रुपए तक खर्च आएगा। क्योंकि इसमें प्रयोग होने वाली मशीन बाजार में महंगी आती हैं। यदि आप अपने बिजनेस को अच्छे से चलाते हैं, तो आप 50 से 77 हजार रुपए की लागत में 8 से 10 लाख रुपए सालाना की कमाई आसानी से कर सकते हैं।
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