Published - 28 Aug 2021 by Tractor Junction
भारत में श्रमिकों का बीमा बेहद जरूरी है। क्योंकि देश में सर्वाधिक कार्यबल किसानों और मजदूरों का है। ये वर्ग ऐसे सामाजिक वर्ग हैं जिनकी आय काफी कम होती है। ऐसे में इनके पास इतने पैसे नहीं होते कि ये स्वास्थ्य बीमा या दुर्घटना बीमा करवाएं। जो पक्की नौकरी या सरकारी क्षेत्रों में कार्यरत हैं, उन्हें तो काफी हद तक सामाजिक सुरक्षा प्राप्त हो जाती है। लेकिन जो दिहाड़ी मजदूर हैं, ट्रक चालक हैं। और भी अन्य वाहनों के चालक हैं, उन्हें। सामाजिक सुरक्षा नहीं मिल पाती। जबकि इनका जीवन काफी ज्यादा रिस्क भरा होता है। इस तरह इनके लिए काफी जरूरी है कि एक दुर्घटना बीमा इनका हो जिससे विषम परिस्थितियों में ये बीमा एक कवच की भांति कार्य करे। भारत ने असंगठित इन मजदूरों को ई श्रम पोर्टल के माध्यम से लाभ देने की योजना बनाई है। ई श्रम पोर्टल के माध्यम असंगठित मजदूरों को कई सारी महत्वपूर्ण सुविधाएं मिल जाती है, जिसे पाने के लिए प्रति महीना हजारों का प्रीमियम भरना पड़ता। मुफ्त में 2 लाख तक के एक्सीडेंटल इंश्योरेंस के लिए मार्केट की बीमा कंपनियों में 6000 रूपए तक सालाना खर्चना पड़ सकता है। लेकिन सरकार के प्रयास से श्रमिकों को ये बीमा बिलकुल ही मुफ्त दी जा रही है।
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यदि आप ट्रक चालक हैं अथवा दिहाड़ी मजदूर हैं तो आपको ई श्रम पोर्टल के बारे में जरूर जानना चाहिए। क्योंकि यह मजदूरों को कई मायनों में सहायता प्रदान करता है। केंद्रीय श्रम मंत्रालय द्वारा यह पोर्टल लांच किया गया है, इसके अंतर्गत असंगठित क्षेत्र के 38 करोड़ से भी ज्यादा कामगारों को सरकारी सहायता प्राप्त होंगे। 38 करोड़ श्रमिकों के रजिस्ट्रेशन हेतु यह पोर्टल लांच किया गया है। यह देश का पहला ऐसा डेटाबेस माना जा रहा है, जहां श्रमिकों के बारे में पूरी जानकारी भी उपलब्ध होगी। श्रमिकों के जीवन स्तर, उनका रहन सहन सभी पर एक पुख्ता सर्वे देने में भी सहायक होगा। और इसके अतिरिक्त इसके माध्यम से श्रमिकों को लाभ भी दिया जायेगा। इस पोर्टल की लांचिंग श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव के नेतृत्व में किया गया है। सरकार इस पोर्टल के जरिए श्रमिकों का राष्ट्रीय डेटाबेस तैयार करने की योजना में है। इसके तरह असंगठित कामगारों जैसे छोटे व्यापारी, वाहन चालक आदि को ई श्रम कार्ड जारी किए जायेंगे। कार्ड में 12 अंकों का यूनिक नंबर होगा। कार्ड को पूरे देश में वैधता दिया जायेगा। साथ ही इन्हीं कार्ड के जरिए श्रमिकों को वर्तमान में चल रही श्रमिक योजना या आने वाली योजना का लाभ मिलेगा। इसके साथ साथ राज्य सरकारें भी इस डेटाबेस के माध्यम से श्रमिकों के हित में योजनाएं लाकर लाभ प्रदान कर सकती है। ई श्रम पोर्टल एक प्रकार से श्रमिकों का पोर्टल है। जिसके माध्यम से श्रमिक हितैषी प्लानिंग की जा सकेगी।
ई श्रम पोर्टल (E-Shram Portal) श्रमिकों की वेबसाइट है, जिसके माध्यम से सरकार विभिन्न श्रमिक हितैषी योजनाओं का लाभ श्रमिकों को देगी। श्रमिकों के लिए इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के व्यापक लाभ सबसे पहला लाभ जो कल ही श्रम मंत्री ने बताया कि इससे असंगठित कामगारों को बीमा की सुविधा प्राप्त हो जाती है। श्रमिकों के लिए दुर्घटना बीमा जो कि 2 लाख रुपए के होंगे। पोर्टल पर रजिस्टर्ड हर कामगारों को इस बीमा का लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस बात की स्वीकृति दी है कि ई श्रम पर पंजीकृत श्रमिकों को 2 लाख रुपए का एक्सीडेंटल इंश्योरेंस कवर दिया जायेगा। पोर्टल पर पंजीकृत श्रमिक यदि किसी भी प्रकार के दुर्घटना का शिकार होते हैं, यदि वो विकलांग हो जाते हैं। या मृत्यु को प्राप्त होते हैं, तो उन्हे 2 लाख रुपए की सहायता राशि प्राप्त होगी। इतना ही नहीं इसके अतिरिक्त भी आने वाले समय में कई योजनाओं का लाभ इस पोर्टल के माध्यम से श्रमिकों को मिलेगा। इसलिए हर असंगठित कामगारों को इस पोर्टल पर जरूरी पंजीकरण करना चाहिए। आइए इसके पंजीकरण प्रक्रिया को जानें।
ई श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया काफी आसान से, पंजीकरण बड़ी ही आसानी से सिर्फ मोबाइल के माध्यम से भी किया जा सकता है। इसकी पूरी प्रक्रिया इस प्रकार हैं।
कई लोगों का सवाल है कि क्या मजदूरों को सरकारी योजना का भी लाभ मिलेगा? तो इसके जवाब में केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा है, पोर्टल के जरिए अंतिम पायदान पर मौजूद सभी श्रमिकों ( जो असंगठित हैं) को लाभ पहुंचेगा। और इसके अंतर्गत केंद्र सरकार की सारी योजनाओं का लाभ दिया जायेगा। रजिस्ट्रेशन मात्र से श्रमिकों का बीमा होने के अतिरिक्त अन्य कई लाभ श्रमिकों को प्राप्त होंगे। यादव ने यह भी कहा है कि इतिहास में पहली बार ऐसा चैन सिस्टम बन रहा है जिसके माध्यम से सरकार सीधे सीधे मजदूरों तक अपना संपर्क स्थापित कर पाएगी। इससे विभिन्न योजनाओं के लिए लाभग्राही की पहचान होगी। साथ ही सरकारें श्रमिकों को लाभान्वित भी करेगी।
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