Published - 18 Jan 2021 by Tractor Junction
कोरोना महामारी जिसने पूरी दुनिया को अपनी जकड़ में ले लिया। इस संक्रमण के यहां सभी देशों की आर्थिक कठिनाइयों का समाना करना पड़ा। वहीं लोगों की जीवन शैली भी प्रभावित हुई। इस संक्रमण ने लोगों के जीवन जीने का तरीका ही बदल कर रख दिया। इससे बचाव के लिए विभिन्न तरीके अपनाएं गए। सरकार की ओर से इस संक्रमण से बचाव को लेकर गाइडलाइन जारी की गई जिसका पालन देशवासियों ने किया। जिसका परिणाम यह रहा कि भारत में संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या अन्य देशों के मुकाबले कम रही। वहीं कई देशों ने इस बीमारी का टीका बनाने की दिशा में काम किया। इसी कड़ी में भारत ने भी कोरोना वैक्सीन की दिशा में सकारात्मक ढंग से काम किया गया। हाल ही में देश की मोदी सरकार ने दो वैक्सीनों को आपातकाल उपयोग हेतु हरी झंडी भी दे दी जिनका तीसरा चरण का ट्रॉयल अभी चल रहा है। देश में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीन टीकाकरण का महाअभियान शुरू कर दिया गया। बता दें कि इस टीकाकरण अभियान के पहले चरण में कुल 3 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाना है। वहीं दूसरे चरण में यह संख्या 30 करोड़ तक ले जाने का लक्ष्य है।
सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रैक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1
पहले दिन करीब 1.95 लाख लोगों को लगी कोविड वैक्सीन की रिपोर्ट सामने आ गई हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार अब तक 447 लोगों को कोविड वैक्सीन का साइड इफेक्ट हुआ है। जिसमें से 3 लोगों की हालत गंभीर है। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, एक व्यक्ति को उत्तरी रेलवे अस्पताल दिल्ली से 24 घंटे के भीतर एक को डिस्चार्ज किया गया है। जबकि दूसरे को एम्स दिल्ली से छुट्टी दे दी गई है। जबकि एक व्यक्ति अभी एम्स ऋषिकेश में निगरानी में है और ठीक है। मंत्रालय के अनुसार साइड इफेक्ट के अधिकांश मामले काफी मामूली हैं। जिनके लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। वहीं उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में स्वास्थ्यकर्मी की संदिग्ध मौत हो जाने के बाद हडकंप मच गया है। इस संबंध में मुरादाबाद के सीएमओ डॉ. एमसी गर्ग नेे मीडिया को बताया कि महिपाल की मौत का कोरोना वैक्सीनेशन से कोई लेना-देना नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी। बता दें कि कोरोना का टीकाकरण करवाने के अगले दिन मौत के बाद वार्ड ब्वॉय के परिजनों ने आरोप लगाया था कि वैक्सीन की वजह से जान गई है।
इन सब घटनाओं को देखते हुए लोगों को कोरोना टीकाकरण के संबंध में रखने वाली सावधानियों के बारें में जानना बेहद जरूरी हो जाता है। आज हम आपको वैक्सीनाइजेशन के संबंध में जरूरी बातों को आपसे शेयर करेंगे ताकि आपको टीका लगवाने में कोई असुविधा न हो और आप पूर्ण रूप से सुरक्षित टीकाकरण कराने में सफल हो सकें।
वैक्सीन की दो डोज लेना बहुत जरूरी है। पहली खुराक लेने के 28 दिन के बाद दूसरी खुराक दी जानी है, जिसके 14 दिन के बाद ही टीके से शरीर में प्रतिरक्षा पैदा होनी शुरू होगी। यह प्रतिरक्षा धीरे-धीरे बढ़ेगी।
वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर कोई रिएक्शन दिखना होगा तो वह आधे घंटे में दिखने लगेगा। इसलिए टीका लगने के बाद 30 मिनट तक आपको टीका केंद्र में रहना होगा। इसके बाद आप घर जा सकेंगे। पहला टीका लगने के 28 दिन के बाद वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जाएगी। जिस कंपनी की पहली डोज लगी है उसी कंपनी की दूसरी डोज भी लगेगी। पहला टीका लगने के बाद दूसरी डोज कब लगेगी, इसकी जानकारी भी आपके फोन पर दी जाएगी।
जहां इंजेक्शन लगाया है वहां दर्द, सिरदर्द, थकान, मांसपेशियों में दर्द, असहज महसूस करना, उल्टी आना, कमजोरी, बुखार, पसीना आना, सर्दी, खांसी आना जैसे प्रभाव हो सकते हैं, लेकिन घबराएं नहीं, सामान्य दर्द की दवा से आराम मिल जाएगा।
अगर घर पर भी कोई रिएक्शन के लक्षण दिखें तो टीकाकरण कार्ड में कुछ आवश्यक मोबाइल नंबर दिए गए हैं, जिस पर फोन किया जा सकता है। बिना डॉक्टरों की सलाह के कोई भी दवा न लें।
कोरोना की वैक्सीन को लगाने के लिए आपको को-विन ऐप पर खुद का रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिए आपको एक फोटो आईडी प्रूफ की जरूरत पड़ेगी। इसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर रजिस्ट्रेशन पूरा होने का मैसेज आ जाएगा। इसके बाद आपके पास दूसरा मैसेज भेजा जाएगा, जिसमें टीकाकरण की तिथि और स्थान की जानकारी दी जाएगी। पहले डोज के बाद आपको मैसेज के द्वारा ही दूसरे डोज की तिथि बताई जाएगी। टीकाकरण केंद्र पर जाकर आपको मैसेज दिखाना होगा। दोनों डोज लगने के बाद आपको एक डिजिटल सर्टिफिकेट मिल जाएगा, जो इस बात की पुष्टि करेगा की आपने कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिए हैं।
कागजातों की लिस्ट में आधार कार्ड, मतदाता पहचान-पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, सर्विस पहचान-पत्र, मनरेगा जॉब कार्ड, पासपोर्ट, स्मार्ट कार्ड, पेंशन पहचान पत्र, कार्यालय पहचान पत्र, बैंक/पोस्ट ऑफिस पासबुक और स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड शामिल है। इनमें से किसी एक कागजात के आधार पर ही वैक्सीनेशन के लिए कोई व्यक्ति रजिस्टर हो पाएगा। इसके साथ ही एक टॉल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1075 भी जारी किया गया है।
अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।