Published - 16 Jun 2021 by Tractor Junction
मध्यप्रदेश सरकार की ओर से किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से जायद मूूंग की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू कर दी गई है। राज्य सरकार की ओर से 15 जून से मूंग एवं उड़द की खरीदी का कार्य शुरू किया गया है। इससे यहां के किसानों को फायदा होगा। बता दें कि मध्यप्रदेश में इस वर्ष 4.77 लाख हेक्टेयर में ग्रीष्मकालीन मूंग की फसल की बोवनी की गई है, जिससे 6.56 लाख मीट्रिक टन मूंग का उत्पादन होना संभावित है लेकिन बाजार में इसके गिरते भाव को देखते हुए किसान चिंतित थे। इसको देखते हुए जायद में किसानों द्वारा लगाई गई मूंग को प्रोत्साहित करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने जायद मूंग को समर्थन मूल्य पर खरीदने का फैसला लिया है। इसके लिए 8 जून से ही किसानों के पंजीकरण की व्यवस्था शुरू कर दी गई थी।
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मूंग खरीद प्रक्रिया का वर्चुअल शुभारंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के पसीने की पूरी कीमत देगी। राज्य सरकार खेती को फायदे का धंधा बनाने, किसानों की आय को दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसीलिए कठिन परिश्रम से ली गई ग्रीष्मकालीन मूंग की समर्थन मूल्य पर खरीदी की घोषणा 8 जून को की गई। युद्ध स्तर पर पंजीयन हुआ और अब खरीदी की प्रक्रिया आरंभ की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कम समय में पंजीयन और खरीद की प्रक्रिया आरंभ करने के लिए कृषि मंत्री श्री कमल पटेल, कृषि विभाग के अधिकारी, जिलों के कलेक्टर तथा मैदानी अमला बधाई का पात्र है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कि बरसात में ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी कठिन कार्य है। किसानों ने गर्मी के महीनों में परिश्रम कर मूंग का रिकार्ड उत्पादन किया है। अधिक उत्पादन के कारण दाम कम होने के फलस्वरूप समर्थन मूल्य पर मूंग खरीदी का निर्णय लिया गया। इस निर्णय से मूंग के दाम स्थिर हुए हैं। वर्षा ऋतु को देखते हुए ऐसे स्थानों पर ही खरीदी केंद्र बनाए गए हैं जहां मूंग को भीगने से बचाया जा सकेगा।
किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने जानकारी दी कि प्रदेश में 6 लाख 82 हजार हेक्टर से अधिक क्षेत्र में मूंग लगाई गई है। अब तक 2 लाख 32 हजार किसानों ने पंजीयन करा लिया है। सर्वाधिक पंजीयन कराने वाले प्रथम पांच जिले क्रमश: होशंगाबाद, हरदा, नरसिंहपुर, सीहोर और जबलपुर हैं। प्रति क्विंटल 7,196 रुपए समर्थन मूल्य की घोषणा से किसानों को बड़ी राहत मिली है।
राज्य में 15 जून 2021 से ग्रीष्मकालीन मूंग एवं उड़द की खरीदी शुरू की जा रही है, यह खरीदी 90 दिनों तक चलेगी। राज्य के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने मीडिया को जानकारी दी कि प्रदेश के 25 जिलों में 4 लाख 77 हजार हेक्टेयर में ग्रीष्मकालीन मूंग होती है। इस वर्ष 6 लाख 56 हजार मीट्रिक टन मूंग उत्पादन संभावित है। इसमें हरदा तथा होशंगाबाद जिले में 3 लाख 33 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में 3 हजार 500 करोड़ रुपए की मूंग का उत्पादन होने की संभावना है।
किसान ग्रीष्मकालीन मूंग एवं उड़द को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए 8 जून से पंजीकरण चल रहे हैं। किसान सोसाइटी के माध्यम से अथवा ई-उपार्जन पोर्टल से पंजीयन करवा सकते हैं। इसके अलावा किसान एम.पी.किसान एप, ई-उपार्जन मोबाईल पंजीयन, कॉमन सर्विस सेंटर, लोक सेवा केंद्र और ई-उपार्जन केन्द्रों या समिति स्तर पर स्थापित पंजीयन केंद्र पर जाकर अपनी उपज का पंजीकरण करवा सकते हैं।
किसानों को अनिवार्य रुप से समिति स्तर पर पंजीयन हेतु आधार नंबर, बैंक खाता नंबर, मोबाइल नंबर की जानकारी उपलब्ध करवाना होगा। किसानों को पंजीयन करवाते समय कृषक का नाम, समग्र आई डी नंबर, ऋण पुस्तिका, आधार नंबर, बैंक खाता नंबर, बैंक का आईएफएससी कोड, मोबाइल नंबर की सही जानकारी देना होगा।
मध्य प्रदेश में मूंग एवं उड़द की सरकारी खरीदी केंद्र सरकार के द्वारा वर्ष 2020-21 के लिए घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जा रही है। मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 7196 रुपए प्रति क्विंटल है एवं उड़द का न्यूनतम समर्थन मूल्य 6000 रुपए प्रति क्विंटल है।
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