Published - 17 Nov 2021 by Tractor Junction
बागावानी फसलों को बढ़ावा देने के सरकार की ओर से बागवानी मिशन चलाया जा रहा है। इसके तहत किसानों को बागवानी फसलों पर सब्सिडी, पौधे, बीज, प्रशिक्षण आदि प्रदान किया जाता है। इसके लिए समय-समय पर उद्यान विभाग की ओर से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इसी क्रम में मध्यप्रदेश में बागवानी फसलों को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से कार्य किया जा रहा है। बीते दिनों मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में कृषि मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण कर छिंदवाड़ा वासियों को सौगातें दीं।
कृषि मंत्री पटेल ने विकासखंड सौंसर के गांव कुड्डम में 6 करोड़ 68 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले उत्कृष्ट बागवानी केंद्र का भूमिपूजन किया। श्री पटेल ने कुंडीपुरा थाना की धर्मटेकरी पुलिस चौकी और अद्र्ध-शहरी थाना (देहात) के नव-निर्मित भवनों का शुभारंभ भी किया। मंत्री श्री पटेल ने जनपद पंचायत मोहखेड़ के नव-निर्मित भवन का भी लोकार्पण किया। उन्होंने भ्रमण के दौरान किसानों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना अंतर्गत चने के बीज का वितरण भी किया।
श्री पटेल ने मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर विकासखण्ड सौंसर के ग्राम कुड्डम में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (उत्कृष्ट बागवानी केंद्र) का भूमि-पूजन कर शिला-पट्टिका का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि लगभग पौने सात करोड़ की लागत से बनने वाले बागवानी केंद्र से निम्बू और संतरा की फसलों का उत्पादन करने वाले किसानों को उत्तम गुणवत्ता वाले पौधे उपलब्ध होंगे। इससे किसानों की उत्पादन लागत कम होगी, साथ ही उत्पादन बढ़ेगा। किसान आत्मनिर्भर होंगे। किसानों की आत्मनिर्भरता के लिए यह बागवानी केंद्र जिले में मील का पत्थर साबित होगा।
कृषि मंत्री श्री पटेल ने मोहखेड़ में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन में किसानों को चना बीज का वितरण किया। यह बीज चना फसल के क्लस्टर प्रदर्शन अंतर्गत किसानों को वितरित किया गया है। कार्यक्रम में 6 किसानों को चना बीज के मिनी किट वितरित किए गए।
एक जिला एक उत्पादन योजना के तहत जबलपुर जिले के लिए मटर का चयन किया जाएगा। जबलपुर जिले में उत्पादित मटर की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए इसका लोगों तैयार किया गया है और ‘‘जबलपुर मटर’’ के नाम से ट्रेडमार्क का रजिस्ट्रेशन कराया गया है। इसी क्रम में जबलपुर की मटर की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए दिसम्बर माह में जबलपुर में मटर फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। मटर फेस्टिवल की तैयारियों को लेकर बीते दिनों कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने अधिकारियों की बैठक ली आश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मटर फेस्टिवल का आयोजन स्मार्ट सिटी जबलपुर, जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल, होटल एसोसिएशन एवं उद्यानिकी विभाग के सहयोग से 25 से 30 दिसंबर तक किया जाएगा। इस दौरान सभी होटल, रेस्टारेंट, ढाबे, चौपाटी और खानपान की दुकानों में मटर से बने व्यंजन परोसे जाएंगे। होटलों, रेस्टारेंट और ढाबों और चौपाटी पर एक रूपता लिए मटर फेस्टिवल के बैनर, पोस्टर लगाये जाएंगे। इसमें जबलपुरी मटर का लोगों भी होगा।
मटर फेस्टिवल के पहले इसी माह नवंबर में मटर से बने व्यंजनों की ओपन प्रतियोगिता होगी। इसका आयोजन होटल कल्चुरी में होगा। प्रतियोगिता की तारीख जल्दी ही तय कर दी जाएगी और यह सभी के खुली रहेगी। इसमें महिला-पुरुष सभी भाग ले सकेंगे। प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा। मटर फेस्टिवल के लिए तय तारीख 25 से 30 दिसंबर तक होटल, रेस्टारेंट के लिए भी मटर के व्यंजनों की प्रतियोगिता होगी। यह प्रतियोगिता भी होटल कल्चुरी में आयोजित की जाएगी।
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बैठक में मटर फेस्टिवल के पहले जबलपुर की मटर की ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए नियमित रूप से कोई न कोई गतिविधियां करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने कहा कि जबलपुर की मटर की ब्रांडिंग के लिए वैवाहिक एवं सामाजिक समारोहों में भी मटर से बने कम से कम दो व्यंजन परोसने केटरर्स से अनुरोध किया जाना चाहिए। शादी-विवाह के कार्यक्रमों में जबलपुरी मटर का लोगों लगा कार्नर भी बनाया जाना चाहिए। बैठक में अपर कलेक्टर शेर सिंह मीणा, सीईओ स्मार्ट सिटी निधि सिंह राजपूत, जेटीपीसी के सीईओ हेमंत सिंह, उपसंचालक उद्यानिकी डॉ. नेहा पटैल, होटल एसोसिएशन के श्री राजू छाबड़ा आदि मौजूद थे।
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