Published - 08 Jul 2020
कोरोना लॉकडाउन के कारण इस बार अधिकांश कृषि जिंसों के भाव स्थिर बने हुए हैं और न्यूनतम स्तर पर हैं वहीं फसल आने के बाद से सरसों के भावों में लगातार तेजी बनी हुई है। राजस्थान की मंडियों में सरसों 4700-4800 रुपए प्रति क्विंटल बिक रही है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि भविष्य में सरसों 5 हजार रुपए प्रति क्विंटल के भाव पर पहुंच सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि मंडियों में तिलहन की सप्लाई घटने और मांग बढऩे से सरसों की कीमतों में तेजी का रूझान है। जानकारों का मानना है कि मौजूदा स्तरों से सरसों के दामों में करीब 200 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आ सकती है। कमोडिटी एक्सचेंज एनसीडीईएक्स पर सरसों का जुलाई कॉन्ट्रैक्ट 5000 रुपये प्रति क्विंटल तक जा सकता है। वर्तमान में यहां 4800 रुपए के आसपास कारोबार हो रहा है।
सरकार ने सरसों का समर्थन मूल्य 4425 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है। राजस्थान में सरसों की सरकारी खरीद अप्रैल माह में शुरू हुई थी। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान में सरकारी खरीद जारी रह सकती है, लेकिन हरियाणा सरकार खरीद को रोक सकती है।
मंडियों में सरसों की सप्लाई पिछले वर्ष की तुलना में कम हो रही है और मांग लगातार बनी हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार मार्च और अप्रैल महीनों के दौरान हरियाणा और राजस्थान के क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण इस वर्ष सरसों की फसल कम होने की उम्मीद है। इस साल लगभग 20 से 25 प्रतिशत नुकसान संभावित है। इसे कीमतों में तेजी की संभावना को बल मिलेगा।
अगर आप अपनी कृषि भूमि, अन्य संपत्ति, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण, दुधारू मवेशी व पशुधन बेचने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु की पोस्ट ट्रैक्टर जंक्शन पर नि:शुल्क करें और ट्रैक्टर जंक्शन के खास ऑफर का जमकर फायदा उठाएं।
Social Share ✖