प्रकाशित - 29 Oct 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
खेत में अच्छी उपज के लिए जरूरी है कि किसानों के पास आधारभूत सिंचाई की सुविधा हो। बहुत सारे किसान जिनकी आय कम है, वह सिंचाई की सुविधा विकसित करने के लिए नलकूप करवाना तो चाहते हैं लेकिन कम आय और कम पूंजी की उपलब्धता की वजह से बोरिंग नहीं करवा पाते हैं। यही वजह है कि सरकार द्वारा छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों के लिए बोरिंग करवाने पर अनुदान देने और आर्थिक सहायता दिए जाने का प्रावधान है। सिंचाई की सुविधा विकसित करने के क्रम में सरकार नलकूप तक बिजली की पहुंच भी स्थापित कर रही है ताकि किसान बहुत ही कम लागत में इलेक्ट्रिक पंप से खेत की सिंचाई कर पाएं और खेती में अच्छा मुनाफा कमा सकें। गौरतलब है कि सिंचाई की सस्ती सुविधा न होने पर किसानों को खेत में अच्छी उपज के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। यही वजह है कि उनके लिए बोरिंग करवाना बहुत जरूरी हो जाता है। बोरिंग करवाने में अच्छी खासी लागत आती है, लेकिन अगर आप सरकार की इन बेहतरीन नलकूप योजनाओं के तहत आवेदन करते हैं और आप इन योजनाओं का लाभ पाने के लिए पात्र होते हैं तो बोरिंग करवाना बेहद सस्ता हो सकता है।
ट्रैक्टर जंक्शन के इस पोस्ट में हम इन्हीं सिंचाई समस्याओं के समाधान के लिए हम टॉप 3 नलकूप योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं।
बोरिंग के लिए बेहतरीन टॉप योजनाओं में आवेदन करके आप आसानी से अपने खेत में बोरिंग का लाभ उठा सकते हैं। इन टॉप 3 बोरिंग योजना में आवेदन करके आप आसानी से कम लागत में खेतों में बोरिंग करवा सकते हैं। इनमें से कुछ योजनाओं पर 50% अनुदान का प्रावधान है जबकि कुछ योजना में पूरी तरह निःशुल्क बोरिंग का भी प्रावधान है।
उत्तरप्रदेश सरकार की यह महत्वपूर्ण सिंचाई योजनाओं में से एक है। यह सरकार की एक विभागीय फ्लैगशिप योजना है जिसके तहत व्यापक अनुदान देने का प्रावधान है।
डॉ राम मनोहर लोहिया नलकूप योजना के तहत अधिकतम 5 लाख रुपए अनुदान देने का प्रावधान है। जो कि कुल लागत का 100% तक हो सकता है। हालांकि 100% अनुदान केवल एससी और एसटी वर्ग के किसानों को ही दिया जाएगा। सामान्य एवं ओबीसी श्रेणी के लघु एवं सीमांत किसानों को 75% अनुदान यानी अधिकतम 3.92 लाख रुपए का अनुदान देने का प्रावधान है। इस योजना का लाभ लेने के लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन करने के लिए इस लिंक https://scheme.jjmup.org/mi/index.php को ब्राउजर में ओपन करें।
पहाड़ी एवं पठारी क्षेत्रों में नलकूप के निर्माण की लागत अधिक आती है और नलकूप निर्माण में काफी मुश्किलों का भी सामना करना पड़ता है। झांसी, महोबा, इलाहाबाद, सोनभद्र, चंदौली, ललितपुर, चित्रकूट, मिर्जापुर आदि इलाकों में किसान सामूहिक तौर पर ब्लास्टकूप का निर्माण कर सकते हैं। इसके लिए भी सरकार ने 50% अनुदान देने की व्यवस्था की है। ऑनलाइन आवेदन करने के लिए इस लिंक https://scheme.jjmup.org/mi/index.php को ब्राउजर में ओपन करें, अथवा अपने नजदीकी खंड विकास अधिकारी के समक्ष आवेदन प्रस्तुत करें।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों वीएसटी ट्रैक्टर, कुबोटा ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।