प्रकाशित - 09 Sep 2022 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
पीएम किसान सम्मान निधि योजना सरकार की एक बहुत महत्वाकांक्षी योजना है। इसके जरिये किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इसके तहत किसानों को हर साल में 6 हजार रुपए की सहायता केंद्र सरकार की ओर से दी जाती है जिसका भुगतान हर चार माह के अंतराल में 2-2 हजार रुपए की किस्त के रूप में किया जाता है। अब तक किसानों को इस योजना की 11 किस्तें मिल चुकी है और इसकी 12वीं किस्त सरकार की ओर से जारी की जानी है, जिसका किसानों को बेसब्री से इंतजार है। इस योजना का लाभ देश के करीब 11 लाख से अधिक किसानों को मिल रहा है। वहीं इस योजना में वे किसान भी शामिल हो गए हैं जो इस योजना के पात्र नहीं है। ऐसे में सरकार अपात्र किसानों की पहचान कर रही है। इस दिशा में सरकार की ओर से तेजी से कार्य किया जा रहा है ताकि वास्तविक पात्र किसान को इस योजना का लाभ मिल सके।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि प्रदेश के करीब 21 लाख किसान अगली किश्त के लिए अपात्र पाए गए हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश में पीएम-किसान योजना के तहत पंजीकृत कुल किसान 2.85 करोड़ हैं। अपात्र किसानों की संख्या अधिक है क्योंकि कुछ मामलों में पति-पत्नी को लाभार्थी के रूप में पंजीकृत किया गया है और लाभ प्राप्त कर रहे हैं। जांच पूरी होने के बाद अपात्र खातों से वसूली की जाएगी।
उन्होंने यह भी बताया कि किसान सम्मान निधि योजना (PMKSNY) की 12वीं किस्त इस माह के अंत तक जारी कर दी जाएगी। इस योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को प्रदान किया जाएगा जिनका भूमि अभिलेख और ऑन-साइट सत्यापन कार्य पीएम-किसान पोर्टल पर अपलोड किया गया है।
उत्तरप्रदेश में पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ ले रहे अपात्र किसानों की पहचान का काम तेजी से चल रहा है। ऐसे में अभी और अपात्र किसानों की पहचान सरकार कर सकती है। बता दें कि पीएम किसान योजना से यूपी में करीब 2.85 करोड़ किसान पंजीकृत हैं। इसमें से 1.71 करोड़ लाभार्थियों का सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं, जिसमें से 21 लाख अपात्र लाभार्थी की पहचान हुई है। वहीं 1 करोड़ से अधिक लाभार्थिंयों का सत्यापन होना अभी बाकी है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि अभी अन्य अपात्र लाभार्थियों की पहचान हो सकती है।
पीएम किसान योजना के लाभार्थियों को पीएम किसान सम्मान की राशि प्रदान की जाती है। सरकार ने अपात्र किसानों की पहचान के लिए ई-केवाईसी को लेकर अभियान चलाया था ताकि पात्र किसानों तक इसका लाभ मिल सके। इसके लिए सरकार ने दो बार ई-केवाईसी की तारीख बढ़ाई थी। बता दें कि ई-केवाईसी की तारीख 31 मार्च 2022 थी जिसे बढ़ाकर 31 जुलाई 2022 किया गया था। उसके बाद एक बार फिर इसकी तारीख को बढाया गया जो 31 अगस्त 2022 थी। अब चूंकी बढ़ाई गई अंतिम तिथि भी निकल चुकी है। ऐसे में अपात्र किसानों की पहचान का काम जारी है। इसके लिए कई जिलों की राज्य सरकार ने पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर अपात्र किसानों की सूची डाल दी है।
अपात्र किसान अब तक जितनी भी किश्त इस पीएम किसान योजना के जरिये प्राप्त कर चुके हैं, उन्हें वे सारी किस्त की राशि भारत सरकार के पोर्टल भारत कोष जीओवी डॉट पर ऑनलाइन लौटा सकते हैं। इसके अलावा भारत सरकार के लेखा शीर्षक 040100800000000 में जमा करके उसके चालान की एक प्रति उप कृषि निदेशक के कार्यालय में उपलब्ध करा दें। बुलंद शहर के कृषि विभाग के उप कृषि निदेशक आरपी चौधरी का कहना है कि योजना के अपात्र किसान इन दोनों तरीकों से हासिल की गई राशि खुद जमा करा सकते हैं। किसान चाहे तो जिला कृषि अधिकारी या फिर उप कृषि निदेशक के कार्यालय से भी संपर्क कर राशि जमा करा सकते हैं।
योजना के तहत नियम है कि इसका लाभ कोई भी सरकारी सेवक, पेशेवर व्यक्ति, आयकर दाता, भूतपूर्व या वर्तमान में संवैधानिक पदधारक और दस हजार से अधिक पेंशन प्राप्तकर्ता आदि लाभ नहीं ले सकते हैं। यदि ऐसे किसान इस योजना में शामिल हो गए है तो बता दें कि शासन का सख्त आदेश है कि अपात्र किसानों को सम्मान निधि की प्राप्त की गई राशि हर हाल में वापस करनी होगी।
अपात्र किसान पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) की राशि ऑनलाइन भी लौटा सकते हैं। इसके लिए किसानों नीचे दी गई प्रक्रिया को अपनाना होगा।
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