प्रकाशित - 13 Oct 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
सरकार की ओर से किसानों को महंगी सब्जियों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। जिन महंगी सब्जियों के खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है उसमें ब्रोकली भी शामिल है। ब्रोकली एक बहुत ही पोष्टिक सब्जी मानी जाती है। यह स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी लाभकारी सब्जी है। यह सब्जी फूलगोभी की तरह दिखाई देती है। ब्रोकली एक ऐसी हरी सब्जी है जिसके भाव साधारण फूलगोभी से अधिक मिलते हैं। इसको कच्चा सलाद के रूप में खाया जाता है और इसकी सब्जी बनाकर भी खाई जाती है। स्वास्थ्य के लिए गुणकारी होने के साथ ही ब्रोकली की खेती किसानों को अधिक मुनाफा देने वाली साबित हो रही है। खास बात यह है इसकी खेती के लिए राज्य सरकार की ओर से किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको ब्रोकली की खेती (Broccoli Cultivation) के लिए शासन द्वारा कितनी सब्सिडी (subsidy) दी जा रही है। इसके लिए आपको कैसे आवेदन करना होगा, इसके साथ ही हम आपको ब्रोकली की खेती का तरीका भी बताएंगे। तो आइए जानते हैं, इसके बारे में पूरी जानकारी।
ब्रोकली में प्रचूर मात्रा में कैल्शियम, फाइबर, आयरन, जिंक, प्रोटीन, सेलेनियम और विटमिन -A,C पाया जाता है। इसके अलावा इसमें पॉलीफेनोल, ग्लूकोसाइड, पॉलीफेनोल क्वेरसेटिन सहित कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं। इसके प्रयोग से कई प्रकार की बीमारियों से बचाव होता है। माना जाता है कि ब्रोकली का सेवन करने से डायबिटीज, कैंसर, सिजोफ्रेनिया व ऑस्टियोआर्थराइटिस की बीमारियों की संभावना कम रहती है।
राज्य सरकार की ओर से सब्जी विकास योजना (Vegetable development scheme started) शुरू की गई है। इसके तहत ब्रोकली की खेती (Broccoli cultivation) के लिए राज्य सरकार की ओर से 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। इसके तहत किसानों को ब्रोकली की खेती के लिए सब्जी के बिचड़ा उपलब्ध कराया जाएगा। उदाहरण के लिए यदि किसी सब्जी का बिचड़ा 10 रुपए प्रति इकाई है तो उस पर 75 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी यानि 7.50 रुपए की प्रति बिचड़ा सब्सिडी दी जाएगी। यानि किसान को एक बिचड़ा 2.50 रुपए का पड़ेगा। इस योजना के तहत राज्य सरकार की ओर से किसानों को सब्जी का बिचड़ा प्रत्येक किसान को न्यूनतम 1000 रुपए एवं अधिकतम 10,000 रुपए तक सहायतानुदान पर दिया जाएगा। सब्जी का बीज वाले किसानों को न्यूनतम 0.25 एकड़ एवं अधिकतम 2.5 एकड़ तक का बीज सहायतानुदान पर दिया जाएगा। किसानों को सब्जी के बिचड़े की उपलब्धता सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सब्जी), चंडी नालंदा से उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं सब्जी के बीज बिहार राज्य बीज निगम, पटना के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा।
सब्जी विकास योजना के तहत ब्रोकली की खेती के लिए सब्सिडी (Subsidy for broccoli cultivation) का लाभ रैयत कृषक, जमीन के कागजात के आधार पर तथा गैर रैयत कृषक एकरारनामा के आधार पर ले सकते हैं। एकरारनामा का प्रारूप सब्जी विकास योजना की आधिकारिक वेबसाइट (Official website of Vegetable Development Scheme) पर दिया गया है। किसान वहां से इसे आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। बता दें कि इस यह योजना उद्यान निदेशालय, कृषि विभाग बिहार की ओर से चलाई जा रही है। इसमें पटना, मगध, तिरहुत प्रमंडल के सभी जिले के किसान इस योजना में आवेदन कर सकते हैं। इस योजना में आवेदन के लिए आप इसकी आधिकारिक वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in/ पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। योजना से सबंधित अधिक जानकारी के लिए किसान संबंधित जिले के निदेशक उद्यान से संपर्क कर सकते हैं।
ब्रोकली की खेती (Broccoli cultivation) बिलकुल फूलगोभी (Cauliflower) की तरह की जाती है। इसके बीज व पौधे देखने में करीब-करीब फूलगोभी की तरह ही दिखाई देते हैं। ब्रोकली को फूल खिलने से पहले ही पौधे से काट लिया जाता है क्योंकि यह खाने के काम आता है। फूल गोभी में एक पौधे से एक फूल मिलता है। वहीं बोकली के पौधे (bokali plants) से एक मुख्य गुच्छा काटने के बाद भी पौधे से कुछ शाखाएं निकलती हैं। इन शाखाओं से बाद में ब्रोकली के छोटे गुच्छे बेचने अथवा खाने के काम आते हैं। उत्तर भारत में इसकी खेती मैदानी इलाकों में सर्दी के दिनों में की जाती है। इसको सितंबर के मध्य के बाद से फरवरी तक उगाया जा सकता है। इसकी खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी (sandy loam soil) सबसे अच्छी रहती है। हालांकि इसकी खेती कई प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है। इसके बीजों की बुवाई के करीब 4-5 सप्ताह में इसकी पौध खेत में रोपाई के लिए तैयार हो जाती है। ब्रोकली की नर्सरी (Broccoli nursery) भी आप फूलगोभी की नर्सरी (cauliflower nursery) की तरह ही तैयार कर सकते हैं। इसकी अधिकांश किस्में विदेशी है।
कृषि जानकारों की मानें तो एक हैक्टेयर में ब्रोकली की 80 से 100 क्विंटल की पैदावार मिलती है। यदि बाजार में इसे बेचा जाए तो इसका रेट 50 रुपए प्रति किलोग्राम आसानी से मिल जाता है। यदि सही तरीके से इसकी खेती की जाए तो तीन से चार महीनों में ब्रोकली की खेती 4-5 लाख रुपए की कमाई की जा सकती है।
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