यूजर प्रोफाइल

नया उपयोगकर्ता

ट्रैक्टर जंक्शन से जुड़ें

धान खरीदी के सारे रिकार्ड टूटे, किसानों के खाते में आएंगे 22000 करोड़ रुपए

प्रकाशित - 06 Feb 2023

राज्य में इस बार धान की बंपर खरीद, किसानों को ये बैंक करेगा खरीदी का भुगतान

देश के अधिकांश राज्यों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर धान की खरीद लगभग पूरी हो चुकी है और किसानों के खाते में खरीदी का भुगतान आना शुरू हो गया है। इस बार एमएसपी पर सबसे ज्यादा धान की खरीद करने में छत्तीसगढ़ सरकार ने बाजी मारी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस बार छत्तीसगढ़ में एमएसपी पर रिकार्ड तोड़ धान की खरीद की गई है। इस बार की गई धान की खरीदी ने पुराने सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने 31 जनवरी तक राज्य के किसानों से 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य रखा था जिसमें से 30 जनवरी तक राज्य में 107 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी थी जो पिछले सभी रिकार्ड से ज्यादा है। इस तरह छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों से रिकार्ड तोड़ धान की खरीद करके एक नया रिकार्ड बना लिया है। इस बार एमएसपी पर प्रदेश के 23.39 लाख किसानों से धान की खरीद की गई है। अब इन किसानों को जल्द ही धान खरीदी का भुगतान किया जाएगा।

किसानों को कैसे किया जाएगा धान खरीदी का भुगतान

छत्तीसगढ़ में किसानों को अपैक्स बैंक के माध्यम से एमएसपी पर खरीदे गए धान का भुगतान किया जाएगा। यहा धान की खरीद के लिए मार्कफेड ने अपैक्स बैंक को अधिकृत किया है। मार्कफेड ने अपैक्स बैंक को 22 हजार करोड़ रुपए की राशि जारी की है। जिन किसानों को धान खरीद का भुगतान नहीं किया गया है उनको जल्दी ही भुगतान किया जाएगा। बैंक जल्द ही उनके खाते में राशि ट्रांसफर करेगा।

इस साल कितने किसानों ने कराया था धान बेचने के लिए पंजीकरण

राज्य में इस बार करीब 24.98 लाख किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया था जिसमें 2.32 लाख नए किसान शामिल रहे। जबकि 30 जनवरी तक एमएसपी पर 23.39 लाख किसानों से धान की खरीद की जा चुकी थी यानि इस बार राज्य में लक्ष्य के बराबर धान की खरीद की गई है। प्रदेश में किसानों से सामान्य धान 2040 रुपए प्रति क्विंटल और ग्रेट-ए धान 2060 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीद की गई है।

अब तक कितने धान का हुआ है उठाव

राज्य सरकार की ओर से एमएसपी पर धान की खरीद के बाद इसके उठाव का काम हो रहा है ताकि धान का सुरक्षित भंडारण किया जा सके। राज्य में 107 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद में से करीब 96 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया जिसमें से मिलर्स ने 89 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान का उठाव कर लिया है।  

उत्तर प्रदेश और बिहार में धान की खरीद की स्थिति क्या है

उत्तर प्रदेश और बिहार में धान की खरीद शुरू से ही सुस्त रही है। वहीं एमएसपी पर धान की खरीद में सबसे बुरा हाल पश्चिम बंगाल का है। यहां अब तक लक्ष्य से आधे से भी कम धान की खरीद हो पाई है। बात करें उत्तरप्रदेश की तो यहां धान की खरीद शुरुआत में ही धीमी रही। इसे देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से किसानों को कोई परेशानी नहीं हो इसके निर्देश दिए गए। साथ ही कहा गया कि जब तक किसान मंडी में धान लाएगा, तब तक इसकी खरीद एमएसपी पर जारी रहेगी। इसके बाद भी अभी तक लक्ष्य से सिर्फ आधी ही धान की खरीद यूपी में हो पाई है। बता दें कि इस बार उत्तरप्रदेश ने एमएसपी पर किसानों से 70 लाख मीट्रिक टन धान ख्ररीदने का लक्ष्य रखा है।

बिहार में 40 प्रतिशत ही हो पाई है धान की खरीद

बिहार सरकार ने इस बार राज्य के किसानों से 45 लाख टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है। लक्ष्य के विरूद्ध करीब 40 प्रतिशत धान की खरीद किसानों से की जा चुकी है। और 80 प्रतिशत किसानों को धान खरीदी का भुगतान किया जा चुका है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी माह के दौरान बिहार में करीब 35 सौ करोड़ रुपए से 17 लाख 52 हजार टन से ज्यादा धान की खरीद की जा चुकी है। राज्य में दो लाख 27 हजार से ज्यादा किसानों से सरकारी खरीद केंद्रों पर धान की खरीद की जा चुकी है। राज्य में सबसे अधिक धान की खरीद 80 प्रतिशत सिवान में हुई है और सबसे कम धान की खरीद दरभंगा और बांका में क्रमश: 20 और 23 प्रतिशत धान की खरीद ही हो सकी है।  

पश्चिम बंगाल में किसान बहुत कम बेच रहे एमएसपी पर धान

पश्चिम बंगाल में एमएसपी पर धान की खरीद का सबसे बुरा हाल है। यहां अधिकांश किसान एमएसपी पर धान बेचने से दूरी बनाए हुए है। उनका कहना है कि धान के रेट में एमएसपी और खुले बाजार भाव में थोड़ा बहुत ही अंतर है। इसलिए वे सरकारी खरीद केंद्रों पर धान ले जाने की जगह अपने निकट के निजी खरीद केंद्रों पर ही धान बेचना अधिक पसंद कर रहे हैं। इस कारण यहां एमएसपी पर धान की खरीद काफी पिछड़ गई है। जैसा कि धान का एमएसपी 2060 रुपए प्रति क्विंटल है। जबकि यहां खुले बाजार में धान 1950 और 1960 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है। ऐसे में कुछ ज्यादा अंतर नहीं होने की वजह से किसान धान बेचने के लिए निजी खरीद केंद्रों की ओर रूख कर रहे हैं। बता दें कि इस बार पश्चिम बंगाल ने किसानों से 55 लाख मीट्रिक टन धान खरीद लक्ष्य रखा है जिसके विद्ध 26 लाख टन के करीब ही धान की एमएसपी पर खरीद हुई है यानि तय किए गए लक्ष्य महज 47 प्रतिशत ही धान की खरीद हो पाई है। 

ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों महिंद्रा ट्रैक्टर, स्वराज ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।

अगर आप नए ट्रैक्टरपुराने ट्रैक्टरकृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।

सर्टिफाइड पुराने ट्रैक्टर्स

पॉवर ट्रैक 434 प्लस
₹1.10 लाख का कुल बचत

पॉवर ट्रैक 434 प्लस

37 एचपी | 2023 Model | चितौड़गढ़, राजस्थान

₹ 4,30,000
प्रमाणित
icon icon-phone-callविक्रेता से संपर्क करें
महिंद्रा 575 डीआई एक्सपी प्लस
₹4.90 लाख का कुल बचत

महिंद्रा 575 डीआई एक्सपी प्लस

47 एचपी | 2014 Model | हनुमानगढ़, राजस्थान

₹ 2,87,500
प्रमाणित
icon icon-phone-callविक्रेता से संपर्क करें
महिंद्रा 475 डीआई एक्सपी प्लस एमएस
₹1.20 लाख का कुल बचत

महिंद्रा 475 डीआई एक्सपी प्लस एमएस

42 एचपी | 2023 Model | डूंगरपुर, राजस्थान

₹ 5,90,250
प्रमाणित
icon icon-phone-callविक्रेता से संपर्क करें
मैसी फर्ग्यूसन 1035 डीआई
₹1.28 लाख का कुल बचत

मैसी फर्ग्यूसन 1035 डीआई

36 एचपी | 2020 Model | टोंक, राजस्थान

₹ 5,00,000
प्रमाणित
icon icon-phone-callविक्रेता से संपर्क करें

सभी देखें