प्रकाशित - 16 Nov 2023
ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
गन्ने की खेती (sugarcane Farming) करने वाले किसानों के लिए बहुत ही जरूरी खबर निकल कर सामने आ रही है। इस समय गन्ना पेराई सत्र चल रहा है। ऐसे में किसानों से चीनी मिले गन्ने की खरीद कर रही है जिसके लिए किसानों को गन्ना पर्ची (sugarcane slip) का एसएमएस (SMS) भेजा जा रहा है। लेकिन कई किसानों को गन्ना पर्ची का एसएमएस (sugarcane slip sms) प्राप्त नहीं हो पा रहा है जिससे किसानों को अपनी गन्ने की फसल बेचने में परेशानी आ रही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने गन्ना किसानों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं ताकि गन्ना किसानों को गन्ना बेचने में काेई परेशानी नहीं हो और उन्हें मोबाइल पर गन्ना पर्ची का एसएमएस (sugarcane slip sms) घर बैठे मिल सके ताकि वह निश्चित समय पर अपना गन्ना बेचने के लिए आए, जिससे उनका समय खराब न हो और समय पर आसानी से गन्ने की खरीद की जा सके। ऐसे में गन्ना किसानों के लिए गन्ना पर्ची से संबंधित सभी महत्वपूर्ण बातों को जानना बेहद जरूरी है। साथ ही इससे संबधित दिशा-निर्देशों का पालन करना भी आवश्यक है ताकि वे बिना किसी रूकावट के गन्ने का विक्रय कर सकें।
राज्य सरकार ने किसानों के लाभार्थ ई-गन्ना पर्ची सिस्टम (e-cane slip system) की शुरुआत की है। इसके जरिये किसान अपने गन्ने की सप्लाई से संबंधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। गन्ना पर्ची कैलेंडर (sugarcane slip calendar) माध्यम से किसान अपने चीनी मिल से संबंधित सर्वे, टोल भुगतान, विकास संबधित समस्या आदि की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें कही जाने की जरूरत नहीं है। किसानों को इन सब बातों की जानकारी घर बैठे मोबाइल पर मिल जाएगी। इस पर्ची का सबसे अधिक फायदा यह है कि इससे गन्ने की कालाबाजारी पर रोक लगेगी, सिस्टम में पारदर्शिता आएगी। इसके अलावा किसानों के समय और धन की बचत भी होगी। उन्हें गन्ना पर्ची के लिए इधर-उधर चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी।
राज्य में गन्ना पेराई सत्र 2023-24 में प्रदेश के गन्ना किसानों को गन्ना पर्चियां एमएमएस के जरिये उनके मोबाइल फोन पर भेजी जा रही है ताकि उन्हें घर बैठे गन्ना पराई सत्र की सभी जानकारी मिल सके। वह निश्चत समय पर अपना गन्ना लेकर चीनी मिलों पर पहुंच सके ताकि उन्हें गन्ना बेचने में कोई परेशानी नहीं आए। लेकिन कई किसानों द्वारा गन्ना पर्ची नहीं मिलने की बात सामने आई है, ऐसे में शासन की ओर से किसानों को बिना रूकावट गन्ना पर्ची प्राप्त करने के संबंध में कुछ दिशा-निर्देश दिए हैं जिनका पालन करके किसान करके किसान अपनी इस समस्या को दूर कर सकते हैं और आसानी से गन्ना पर्ची प्राप्त कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के गन्ना आयुक्त ने किसानों से अपील की है कि वे अपने मोबाइल का इनबॉक्स खाली रखें और अपने मोबाइल को हमेशा चालू रखें। उत्तर प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी, प्रभु एन. सिंह ने बताया कि पेराई सत्र 2023-24 में प्रदेश के गन्ना किसानों को गन्ना पर्चियां केवल एसएमएस पर्ची के रूप में ही उनके मोबाइल फोन पर भेजी जा रही है। इसलिए जरूरी है कि ई.आर.पी. पर गन्ना किसानों को सही मोबाइल नंबर पंजीकृत हो। इसके लिए उन्होंने गन्ना किसानों से अपील की है कि वे ई.आर. पी. पर पंजीकृत अपने मोबाइल नंबर की जांच अवश्य कर लें, यदि नंबर गलत है तो अपने गन्ना पर्यवेक्षक के जरिये से या फिर ई-गन्ना एप पर स्वयं अपना सही मोबाइल नंबर अपडेट कर लें ताकि आपको गन्ना आपूर्ति से संबंधित एसएमएस आसानी से मिल सके।
गन्ना आयुक्त सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से किसानों को गन्ना आपूर्ति के लिए उनके मोबाइल पर भेजी जाने वाली करीब 10 प्रतिशत एसएमएस गन्ना पर्चियों की डिलीवरी रोजाना फेल हो रही है। इसका कारण यह है कि किसान के ई.आर.पी. पर पंजीकृत मोबाइल नेटवर्क क्षेत्र में उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं या उनके मोबाइल का एसएमएस इनबॉक्स भरा हुआ है। बता दें कि मोबाइल स्विच ऑफ होने पर डीएनडी एक्टिवेट होने की स्थिति में एसएमएस पर्ची का संदेश 24 घंटे के बाद स्वत: ही निरस्त हो जाता है। ऐसे में किसान को पर्ची की जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती है।
इस तकनीकी समस्या के समाधान के लिए जरूरी है कि किसान भाई एसएमएस पर्ची (sms slip) प्राप्त करने के लिए नीचे दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें ताकि उन्हें एसएमएस पर्ची बिना रूकावट के आसानी से प्राप्त हो सके, यह दिशा-निर्देश इस प्रकार से हैं
किसानों को गन्ना पर्ची बिना रूकावट के प्राप्त हो, इसके लिए गन्ना एवं चीनी आयुक्त ने अधिकारियों और जिला गन्ना अधिकारियों को भी निर्देशित किया है। उन्होंने अधिकारियों को इसका व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत एक अभियान चलाकर सभी गन्ना किसानों को सही मोबाइल नंबर अपडेट करना सुनिश्चित करने को कहा है ताकि किसानों को गन्ना आपूर्ति में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो। बता दें कि पर्ची निर्गमन की यह व्यवस्था पूरी तरह से पारदर्शी है। इस व्यवस्था के जरिये किसान अपने मोबाइल नंबर पर एसएमएम पर्ची प्राप्त कर सकते हैं जिससे वे ताजा गन्ना मिल में ला सके जिससे गन्ने के सूखने से होने वाली हानि से बचा जा सके।
यदि आप गन्ना पर्ची कैलेंडर से संबधित किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इसके लिए इसके हेल्पलाइन नंबर 1800-121-3203 पर संपर्क कर सकते हैं।
गन्ना पर्ची के लिए आधिकारिक वेबसाइट लिंक- https://upcane.gov.in/
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