प्रकाशित - 14 Feb 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
किसानों को कृषि के कई कार्यों के लिए रुपयों की आवश्यकता होती है। फसल उगाने के लिए बीज, खाद, कीटनाशक, कृषि यंत्र (agricultural machinery) आदि की खरीद के लिए उन्हें पैसों की जरूरत होती है। इतना पैसा किसान के पास नहीं होता है जिसकी वजह से उसे खेती के लिए ऋण लेना पड़ता है। स्थानीय साहूकारों की ब्याज दरें ऊंची रहने से किसान अब बैंक से ऋण लेने लगे हैं जिस पर ब्याज दर कम होती है। सहकारी और राष्ट्रीयकृत बैंकों के माध्यम से किसानों को ऋण प्रदान किया जाता है। देश के अधिकांश किसान इन बैंकों से ऋण लेते हैं लेकिन कभी-कभी मौसम की मार के कारण फसल खराब होने पर वे इन ऋणों को चुका नहीं पाते हैं। ऐसे में बैंक की ओर से किसान को डिफाॅल्टर घोषित कर दिया जाता है। नतीजा यह हाेता है कि किसी बैंक से डिफाल्टर किए गए किसान को दुबारा ऋण नहीं मिल पाता है। ऐसे बहुत से किसान है जिन्होंने सहकारी और राष्ट्रीयकृत बैंकों से ऋण लिया है और ऋण न चुकाने के कारण वे डिफॉल्टर घोषित कर दिए गए हैं। डिफॉल्टर किसान दुबारा लोन नहीं ले पाते हैं।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से किसान भाइयों को डिफॉल्टर होने के बाद ऋण कैसे ले, इस बात पर चर्चा करते हुए, यह भी बताएंगे कि कैसे आप अपना सिविल स्कोर ठीक कर सकते हैं ताकि आपको बैंक से बिना रूकावट ऋण मिल सके। तो आइए जानते हैं इसके बारें में।
यदि कोई किसान बैंक से ऋण लेता है और अपने ऋण का ब्याज, किस्तें समय पर नहीं चुका पाता है तो बैंक या वित्तीय संस्थान किसान को डिफॉल्टर घोषित कर देती है। ऐसे में किसान को दुबारा लोन लेने में कठिनाई होती है। कोई भी बैंक ऋण देने से पहले आपका सिबिल स्कोर देखता है। यदि आपका सिबिल स्कोर ठीक होता है तो आपको लोन मिल जाता है। वहीं यदि आपका सिबिल स्कोर सही नहीं है तो ऐसे ग्राहक को बैंक लोन देने में आनाकानी करता है। क्योंकि हर बैंक आपका पुराना रिकार्ड देखने के बाद ही लोन देती है।
किसान को बैंक की ओर से लोन चुकाने के लिए मौका भी दिया जाता है। किसान लेट फीस जमा कराने के साथ लोन की मूल राशि, ब्याज सहित जमा करवा कर अपना क्रेडिट स्टेटस सुधार सकते हैं। यदि आप बैंक का पुराना पूरा पैसा जमा करा देते हैं तो इसके बाद बैंक से आप दुबारा लोन लेने के अधिकारी हो जाते हैं। इसके अलावा सरकार भी अपनी ऋण ब्याज माफी योजना के तहत किसानों को बैंक ब्याज में छूट का लाभ प्रदान करती है। राजस्थान में ब्याज माफी योजना के तहत किसानों को कृषि ऋण पर ब्याज पर छूट और लेट फीस माफ करके किसानों को पुराने कर्ज मुक्त करने की योजना चलाई गई जिसका लाभ बहुत से किसानों को हुआ। इस योजना के तहत किसान बैंक के कर्ज चुकाकर दुबारा ऋण प्राप्त करने के अधिकारी बन गए।
यदि आप बैंक से डिफाॅल्टर है और अपना सिबिल स्कोर सुधारना चाहते हैं ताकि आपको बैंक से दुबारा लोन मिल सके तो बता दें कि ऐसी स्थिति में दुबारा लोन पाने के लिए आपका सिबिल स्कोर 750 से अधिक होना जरूरी है। हालांकि भारत में कई बैंक ऐसे भी है जो 300 से अधिक सिबिल स्कोर वाले आवेदकों को भी लोन दे देते हैं। लेकिन इनकी ब्याज दरें काफी ऊंची होती हैं।
यदि आप अपना सिबिल स्कोर (cibil score) सुधारना चाहते हैं तो आपको क्रेडिट उपयोगिता अनुपात को कम करना चाहिए यानि आपको बैंक से उतना ही लोन लेना चाहिए जिसे आप आसानी से चुका सकें। इसके अलावा एक साथ कभी लोन नहीं लेना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने पर लोन चुकाने में काफी परेशानी होती है और कई बार तो लोन चुका नहीं पाते हैं। ऐसे में एक अच्छा सिबिल स्कोर रखने के लिए आपको कुल उपलब्ध क्रेडिट सीमा के 30 प्रतिशत से कम का ही उपयोग करने का प्रयास करना चाहिए। ऐसे करने पर आप अपने द्वारा बैंक से लिए गए ऋण को आसानी से भुगतान कर पाएंगे।
यदि आप अपना सिबिल स्कोर सुधारना चाहते हैं तो आपको अपने पुराने बैंक खातों को बंद करने से बचना चाहिए। पुराने खाते आपके बैंकों से दीर्घकालीन संबंध और जुड़ाव को दर्शाते हैं। इसे क्रेडिट ब्यूरो द्वारा बहुत अच्छा माना जाता है। इससे आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ता है।
यदि आप अपना सिबिल स्कोर सुधारना चाहते हैं तो समय पर बैंक लोन की किस्तें और ब्याज की अदायगी करें। नियमित रूप से ईएमआई यानि किस्तें चुकाने पर आपका सिबिल स्कोर बढ़ता है और बैंक से आगे भी लोन लेने का रास्ता आसान हो जाता है।
आपको कई क्रेडिट कार्ड, ऋण और अन्य ऋण के लिए आवेदन नहीं करना चाहिए। एक से अधिक ऋण लेने पर आपको एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर देखा जा सकता है जो ऋण पर अधिक निर्भर है। इससे आपका सिबिल स्कोर प्रभावित हो सकता है।
किसानों को ऋण कृषि से संबंधित कार्यों के लिए ऋण लेने में आसानी हो। इसके लिए सरकार की ओर से किसान क्रेडिट कार्ड योजना (Kisan Credit Card Scheme) चलाई हुई है। इसके तहत किसानों को कम ब्याज दर पर बैंक ऋण उपलब्ध हो जाता है। इस कार्ड के जरिये किसान कम ब्याज दर पर 3 लाख रुपए तक का ऋण प्राप्त कर सकते हैं। वैसे तो बैंक की ब्याज दर 7 प्रतिशत होती है। लेकिन जो किसान समय पर ऋण की अदायगी कर देते हैं तो उन्हें 3 प्रतिशत ब्याज में छूट दी जाती है। ऐसे में किसानों को क्रेडिट कार्ड से मात्र 4 प्रतिशत ब्याज पर बैंक से ऋण मिल जाता है।
किसान खेती-बाड़ी के अलावा अपने व्यक्तिगत कार्यों के लिए भी बैंक से लोन ले सकते हैं। बैंक की ओर से किसानों को क्रेडिट कार्ड, ट्रैक्टर लोन, नया ट्रैक्टर लोन, ट्रैक्टर के बदले लोन, पर्सनल लोन, मोरगेज लोन, गोल्ड लोन आदि लोन दिए जाते हैं। इसके अलावा कई बार बैंकों किसानों को जमीन या वाहन को गिरवी रखकर भी लोन उपलब्ध कराता है।
केंद्र सरकार की ओर से पेश किए गए आम बजट 2023-24 में सरकार ने कृषि ऋण का लक्ष्य 20 लाख करोड़ रुपए कर दिया है। सरकार की ओर से कृषि ऋण लक्ष्य बढ़ाने का उद्देश्य देश के अधिक से अधिक किसानों को ऋण सुविधा उपलब्ध कराना है। आमतौर पर कृषि ऋण पर 9 प्रतिशत ब्याज दर लगती है। लेकिन सरकार किसानों को सस्ती दर पर अल्पकालीन फसल ऋण उपलब्ध कराती है। इसके लिए सरकार की ओर से ब्याज पर अनुदान का लाभ किसानों को दिया जाता है। इससे खेती, पशुपालन और मत्स्य पालन करने वाले किसानों को क्रेडिट कार्ड से सस्ता लोन मिलता है।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों सोनालिका ट्रैक्टर, स्वराज ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।