प्रकाशित - 09 Jul 2023
ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
कृषि वानिकी भारत में एक बढ़ता हुआ एग्रीकल्चर बिजनेस (Agriculture Business) है। जिसका बड़ा कारण कृषि वानिकी की मदद से किसानों की बढ़ती कमाई है। देश में विदेशी और उच्च गुणवत्ता की लकड़ियों का अभाव है। साथ ही किसान अगर बागवानी करते हैं तो इससे सालाना तौर पर फल का उत्पादन होता ही है। साथ ही वृक्ष की बढ़ती मोटाई किसानों के लिए एक बड़ा डिपॉजिट का काम करती है। किसान आसानी से एक समय बाद पेड़ों की बिक्री करके मोटी कमाई कर पाते हैं। गौरतलब है कि भारत में फर्नीचर के लिए लकड़ियों की बड़ी मांग है। यही वजह है कि फलदार पेड़ लगाना किसानों के लिए आय का दोहरा स्रोत बनकर उभरता है। यही कारण है कि सरकार भी किसानों को उनकी आय में वृद्धि करने के लिए बागवानी के लिए प्रोत्साहित करती है। बागवानी फसलों की ज्यादा मात्रा में कृषि हो सके इसके लिए केंद्र सरकार हो अथवा राज्य सरकारें सभी कई तरह की खास योजनाएं ला रही हैं। कृषि वानिकी को प्रोत्साहित करने के लिए राजस्थान सरकार, किसानों को एक ऐसी सुविधा प्रदान कर रही है, जिससे किसान अपने मोबाइल फोन की मदद से घर बैठे पौधा खरीद सकते हैं और उसे बरसात के मौसम (Weather) में रोपित कर भविष्य में लाखों रुपए की कमाई का सपना पूरा कर सकते हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन के इस पोस्ट में हम घर बैठे ऑनलाइन पौधा कैसे खरीदें, ऑनलाइन पौधा खरीदने के फायदे, खरीदने की प्रक्रिया, पात्रता शर्तों आदि के बारे में जानकारी देंगे।
राजस्थान सरकार ने प्रदेशभर में लोगों को पौधरोपण और बागवानी के लिए प्रोत्साहन देने के लिए अरण्यक पोर्टल लांच किया है। इस पोर्टल के माध्यम से लोग आसानी से अपने आसपास की नर्सरी से पौधों की खरीद कर सकते हैं। इसके लिए यूजर खुद भी ऑनलाइन ऑर्डर कर सकता है। ऑर्डर के लिए भुगतान भी डिजिटली किया जा सकेगा। गौरतलब है कि सरकार नई नई योजनाओं के माध्यम से किसानों को खेती और बागवानी के लिए प्रोत्साहित कर रही है। पर्यावरण को बेहतर रखने के लिए समय-समय पर पौधरोपण अभियान चलाए जाते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यावरण में स्वच्छ हवाओं की आपूर्ति बनी रहे।
यह योजना सिर्फ राजस्थान के स्थायी निवासियों के लिए लाई गई है। राजस्थान के रहने वाले लोग इस योजना के तहत पौधों की खरीद कर सकते हैं। इसके अलावा इस योजना के तहत पौधों की खरीद के लिए अन्य किसी प्रकार पात्रता नहीं रखी गई है। राजस्थान का कोई भी व्यक्ति इस योजना के अंतर्गत पौधों की खरीदी कर सकता है।
राज्य सरकार की इस योजना से किसानों और आम लोगों को व्यापक लाभ होंगे। किसान वृक्षारोपण और कृषि वानिकी के लिए आसानी से पौधा पा सकेंगे और आसानी से अपने खेतों में कृषि वानिकी भी कर पाएंगे। जरूरत के हिसाब से बेहतर और अच्छी किस्म का पौधा ऑनलाइन ऑर्डर कर पाएंगे और नजदीकी नर्सरी से इसकी खरीदी कर पाएंगे।
इस योजना के तहत दिए जाने वाले पौधों की एक निश्चित शुल्क भी निर्धारित किया गया है।अगर कोई व्यक्ति 1 से 10 पौधों की खरीदी करता है तो उस व्यक्ति को प्रति पौधा 2 रुपए का भुगतान करना होगा। अगर कोई व्यक्ति 11 से 50 पौधों की खरीदी करता है तो उस व्यक्ति को प्रति पौधा 5 रुपए का भुगतान करना होगा। लेकिन अगर 51 से 200 पौधों की खरीदी की जाती है तो वन विभाग एक पौधा के लिए 10 रुपए का शुल्क लेगा। शुल्क का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकेगा। भुगतान के बाद ऑर्डर कंफर्म हो जाएगा।
राजस्थान सरकार ने राज्य में पौधों की खरीद के लिए ऑनलाइन पोर्टल लांच किया है। इस पोर्टल के माध्यम से आसानी से पौधों की खरीदी की जा सकती है और नजदीकी नर्सरी से पौधों को पाया जा सकता है। खरीदी की प्रक्रिया इस प्रकार है।
कृषि वानिकी या पौधारोपण से आजकल किसानों की कमाई काफी बढ़ी है। कृषि वानिकी के तौर पर कई किसान फलों और औषधीय पौधों की बागवानी (Horticulture of Medicinal Plants) कर पा रहे हैं। फलों के रूप में किसानों की नकदी कमाई हो जाती है। सालाना नकदी कमाई होती रहती है, साथ ही पौधों का विकास एक प्रकार से फिक्स डिपोजिट की तरह काम करता है। एक समय के बाद किसान पौधों की बिक्री कर अच्छी और मोटी कमाई कर पाते हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों स्वराज ट्रैक्टर, प्रीत ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।