मौसम अलर्ट: एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना, इन राज्यों में होगी बारिश

Share Product प्रकाशित - 11 Oct 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा

मौसम अलर्ट: एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना, इन राज्यों में होगी बारिश

जानें, आगामी 5 दिनों के दौरान आपके राज्य के कैसा रहेगा मौसम का हाल

मौसम को लेकर एक बहुत बड़ा अलर्ट जारी किया गया है। कई राज्यों में मानसून की विदाई का दौर चल रहा है। इसी बीच खबर है कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) सक्रिय होने की संभावना जताई जा रही है। इससे कई राज्यों बारिश हो सकती है। हालांकि यह बारिश मानसूनी बारिश से अलग है, क्योंकि मानसून की होने वाली बारिश की गतिविधियां अब करीब-करीब पूरी चुकी है। अब जाते-जाते मानसून एक बार फिर देश के कुछ राज्यों में बारिश कर सकता है। हालांकि राजस्थान और हरियाणा में हल्की बारिश ही होगी। जबकि कई पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के आसार बन रहे हैं। यहां 15 अक्टूबर तक मौसम खराब रह सकता है। मौसम विभाग के अनुसार एक नया पश्चिमी विक्षोभ शुक्रवार से पश्चिमी हिमाचल क्षेत्र पर दस्तक देने वाला है जो इसके आसपास मे मैदानी इलाकों को भी प्रभावित कर सकता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार यह पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड क्षेत्रों में जल्द पहुंचने वाला है। ऐसे में 15 अक्टूबर को इन जगहों पर मध्यम से लेकर भारी बारिश (Heavy rain) हो सकती है। वहीं अन्य जगहों राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश आदि जगहों पर हल्की बारिश (light rain) संभव है। क्योंकि यहां मानसून की लगभग विदाई हो चुकी है।

आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको मौसम विभाग (Meteorological Department) और निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट (skymet weather report) अनुसार आज का मौसम, कल का मौसम, परसों का मौसम सहित आगामी 5 दिनों के दौरान मौसम के पूर्वानुमान (Weather forecast for 5 days) की जानकारी दे रहे हैं। तो आइए जानते हैं आगामी दिनों में देश के किन राज्यों में होगी बारिश और कहां रहेगा मौसम शुष्क।

इस समय देश में बन रहे हैं ये मौसमी सिस्टम

  • निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा 27 डिगी उत्तरी अक्षांश, 85 पूर्व देशांतर, रक्सौल, डाल्टनगंज, कांकेर, रामागुंडम, बीजापुर, बैंगलोर और 16 डिग्री उत्तर अक्षांश और 70 डिग्री पूर्व देशांतर से होकर गुजरती रहती है।  
  • अगले 24 से 48 घंटों के दौरान कर्नाटक के कुछ भागों, और तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्य अरब साग के शेष हिस्सों में, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ के कुछ और भागों, गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ भागों और ओडिशा से मानसूर की वापसी के लिए परिस्थितियां अब अनुकूल होती जा रही हैं।
  • पश्चिमी विक्षोभ को जम्मू और इससे सटे पाकिस्तान पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देख जाता है।
  • उप हिमालयी पश्चिम बंगाल पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
  • एक ट्रफ उत्तर-पूर्व उत्तर प्रदेश से बिहार तथा उप हिमालय पश्चिम बंगाल पर बने चक्रवर्ती क्षेत्र से होते हुए दक्षिण-पूर्व असम तक फैला हुआ है।

अगले 24 घंटों के दौरान कहां हो सकती है बारिश

  • अगले 24 घंटों के दौरान आंतरिक तमिलनाडु, उत्तरी केरल, दक्षिणी कर्नाटक, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
  • रायलसीमा, मणिपुर और मिजोरम में हल्की से लेकर मध्यम बारिश होने की संभावना हे।
  • पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और तटीय आंध्रप्रदेश में हल्की बारिश की संभव है।

पश्चिमी विक्षोभ का राजस्थानी दिल्ली में क्या होगा असर

पश्चिमी विक्षोभ का असर देश की राजधानी पर दिखाई देगा। इसके तहत दिल्ली 15 व 16 तारीख को बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार एक नया पश्चिमी विक्षोभ शुक्रवार को पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में दस्तक देगा जिससे यहां के आसपास के मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती है।

पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान में कहां-कहां हो सकती है बारिश

मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के अनुसार प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में 15 अक्टूबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इससे राज्य के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ के कुछ इलाकों में दोपहर बाद कहीं-कहीं बूंदाबांदी होने की संभावना है। वहीं 16 व 17 अक्टूबर को जयपुर, अजमेर, जोधपुर, बीकानेर संभाग के कुछ भागों में बादल गरजने के साथ ही कहीं-कहीं हल्की व मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। इसके अलावा 18 अक्टूबर को भी उत्तरी व पूर्वी भागों में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है। अनुमान है कि बारिश के बाद राज्य में न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी और सर्दी की शुरूआत हो जाएगी।

हरियाणा पर पश्चिमी विक्षोभ का क्या पड़ेगा प्रभाव

यदि बात की जाए पश्चिमी विक्षोभ का हरियाणा पर प्रभाव की तो इसके प्रभाव से हरियाणा में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। इस दौरान यहां कहीं-कहीं हल्की से लेकर मध्यम बारिश हो सकती है। पर्यावरण क्लब राजकीय महाविद्यालय के नोडल अधिकारी नारनौल डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार वर्तमान में एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय हैं जिसकी वजह से हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर गुरुवार  से दोपहर बाद हल्की बादल वाही देखने को मिलीं हैं। आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली के एक दो स्थानों पर केवल छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है। यहां एक के बाद एक तीन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहे हें। सबसे पहला  कमजोर पश्चिमी विक्षोभ 15 अक्टूबर को उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय होने से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में बादलवाही के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना है। उसके बाद 17 अक्टूबर को दूसरा मध्यम श्रेणी का पश्चिमी विक्षोभ और उसके बाद जिसके असर से हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर बादल वाही और हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है  इसके अलावा 19 अक्टूबर से एक और मजबूत पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय होने से एक बार फिर से हल्की बारिश की गतिविधियों की संभावना बन रही है।

मध्यप्रदेश पर कितना होगा पश्चिमी विक्षोभ का असर

मध्य प्रदेश के सभी जिलों से मानसून पूरी तरह विदा हो गया है और अब पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 15 अक्टूबर के बाद ठंड का असर देखने को मिलेगा। वर्तमान में उत्तर भारत में मौसम का पहला पश्चिमी विक्षोभ पहुंच चुका है, जिससे पहाड़ी इलाकों में बारिश होगी और प्रदेश में हवा की दिशा उत्तर पूर्वी होते ही सर्दी दस्तक दे देगी। रात के तापमान में गिरावट आएगी, इसके बाद नवंबर के महीने से दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी। इस साल दिसंबर जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है। एमपी मौसम विभाग के मुताबिक 11 व 12 अक्टूबर को पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव कम दिखाई देगा। इसके बाद तापमान में गिरावट आएगी। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव अगले दो से तीन दिन रह सकता है जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होने के बाद हवा का रूख उत्तरी या उत्तर-पश्चिमी होगा। इससे न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट आएगी और लोगों को गुलाबी सर्दी का अहसास होने लगेगा। 

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