प्रकाशित - 16 Oct 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिणी पश्चिमी मानसून (south western monsoon) की वापसी के साथ ही एक चक्रवाती परिसंचरण (cyclonic circulation) बनने से कई देश में कई राज्यों में हल्की से लेकर भारी बारिश (light to heavy rain) होने की संभावना है। वहीं पहाड़ों पर बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग (weather department) के मुताबिक एक चक्रवाती परिसंचरण (cyclonic circulation) के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) निचले क्षोभमंडल स्तर पर जम्मू संभाग और उससे सटे पाकिस्तान पर स्थित है और इससे प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण निचले स्तर पर पंजाब पर स्थित है। वहीं एक ओर चक्रवाती परिसंचरण तटीय तमिलनाडु और निचले क्षोभमंडल स्तर पर आसपास के क्षेत्र पर स्थित है। इसके अलावा एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण लक्षद्वीप क्षेत्र और उससे सटे दक्षिण पूर्व अरब सागर और केरल तट पर स्थित है और औसत समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव से 17 अक्टूबर के आसपास दक्षिण पूर्व और इससे सटे पूर्वी मध्य अरब सागर पर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 48 घंटों के दौरान और तेज होने की संभावना है। इससे देश के कई भागों में बारिश की गतिविधियां हो सकती है। इस दौरान आंधी और बिजली गिरने की भी संभावना है। वहीं पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी भी देखने को मिल सकती है।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको मौसम विभाग (Meteorological Department) और निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट (skymet weather report) अनुसार आगामी 5 दिनों के मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी दे रहे हैं।
स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के मुताबिक इस समय देश में जो मौसमी स्थितियां बन रही है उसके अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश (Heavy rain) हो सकती है।
अगले दो दिन के दौरान केरल, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और द्वीपों के कुछ हिस्सों में छिटपुट से लेकर काफी व्यापक, हल्की/ मध्यम वर्षा होने की संभावना दिखाई दे रही है। वहीं जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, पश्चिमी राजस्थान, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में छिटपुट बारिश होने की संभावना है। देश के बाकी भागों में आमतौर पर मौसम शुष्क रहेगा।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 16 अक्टूबर को पश्चिमी राजस्थान व आसपास क्षेत्र के ऊपर एक प्रेरित परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। इसके असर से जोधपुर व बीकानेर संभाग के क्षेत्रों में बारिश दर्ज की गई। सुबह 8.30 बजे दर्ज की गई बारिश के अनुसार सर्वाधिक बारिश गंगानगर में 18.4 एमएम दर्ज की गई है। वहीं 16 अक्टूबर को जोधपुर, बीकानेर संभाग के अधिकतर स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की मध्यम बारिश हो सकती है। इस दौरान 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती है। एक या दो स्थानों पर ओलावृष्टि होने की संभावना है। 16 अक्टूबर को अजमेर, जयपुर, भरतपुर व कोटा संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ हल्की से लेकर मध्यम बारिश हो सकती है। 17 अक्टूबर को भी राज्य के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। 18 अक्टूबर को राज्य में मौसम शुष्क रहेगा तथा तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है।
हरियाणा राज्य में 16 व 17 अक्टूबर के दौरान चंडीगढ़, पंचकुला, अम्बाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, महेंद्रगढ़, रेवारी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी एवं चरखी दादरी जिलों में अधिकांश स्थानों पर गरज–चमक के साथ बारिश एवं ओलावृष्टि होने की संभावना है।
भारतीय मौसम विभाग चंडीगढ़ केंद्र के द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार 16 व 17 अक्टूबर के दौरान पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरन–तारण, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर, मोगा, भटिंडा, लुधियाना, बरनाला, मनसा, संगरूर, मलेरकोटला, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, पटियाला एवं सास नगर जिलों में अधिकांश स्थानों पर गरज–चमक के साथ बारिश हो सकती है। वहीं कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि भी संभव है।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अगले 48 घंटों के दौरान ग्वालियर, चंबल, उज्जैन संभाग, सागर और रीवा संभाग के जिले में बारिश होने की संभावना है। इस दौरान बादल गरजने और बिजली गिरने की भी संभावना भी है। सोमवार को प्रदेश में रतलाम, आगर, मंदसौर, नीमच, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर समेत कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं 18 अक्टूबर से पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होते ही तापमान में गिरावट आएगी और 20 अक्टूबर के बाद प्रदेश में सर्दी का असर दिखाई देगा। एमपी मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भोपाल, ग्वालियर, भिंड, दतिया, मुरैना, श्योपुरकलां, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, राजगढ़, आगर-मालवा, शाजापुर, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, झाबुआ, विदिशा, रायसेन, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, सागर, पन्ना, छतरपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, रीवा और सतना जिलों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इन जगहों पर गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। वहीं मंगलवार को ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, श्योपुर कलां, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना और सतना जिले में बारिश होने की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर प्रदेश में अगले 3 दिन तक प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में बादलों की आवाजाही के साथ बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान आंधी, तेज हवा और बिजली गिरने चमकने की आशंका है। यूपी मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार 16 अक्टूबर को पश्चिमी यूपी के साथ पूर्वी यूपी में भी बारिश हो सकती है, लेकिन पश्चिमी यूपी में कई जगहों पर बारिश हो सकती है। एक दो स्थान पर बादल गरजने और आकाशीय बिजली गिरने का भी अलर्ट जारी किया गया है। 18 अक्टूबर से फिर मौसम का मिजाज बदलेगा और 19-20 अक्टूबर को तापमान में गिरावट आना शुरू हो जाएगी। दशहरे के बाद प्रदेश में तेज सर्दी का असर देखने को मिलेगा।
भारतीय मौसम विभाग के शिमला केंद्र के द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार 16 से 17 अक्टूबर के दौरान राज्य के ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, काँगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर लाहुल एंड स्पीती जिलों में अधिकांश स्थानों पर गरज–चमक के साथ भारी बारिश होने की संभावना है वहीं कुछ स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के पटना केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटे दौरान बिहार के पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुज़फ़्फ़रपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, पटना, गया, नालंदा, शेख़पुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, जहनाबाद, जिलों में कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ गरज–चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
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