प्रकाशित - 28 May 2024
ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से उन्हें बागवानी फसलों की खेती (cultivation of horticultural crops) करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से किसानों को बागवानी फसलों की खेती पर अनुदान दिया जा रहा है। इसी क्रम में राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के किसानों को आम (Mango), केला (Banana) व नारियल की खेती (coconut farming) के लिए अनुदान का लाभ प्रदान किया जा रहा है। खास बात यह है कि आम, केला व नारियल की खेती के लिए किसानों को 75 प्रतिशत तक सब्सिडी (subsidy) दी जा रही है। ऐसे में किसान मात्र 25 प्रतिशत पैसा अपनी जेब से खर्च करके आम, केला और नारियल की खेती करके काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
उद्यान विभाग की मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना (Chief Minister Horticulture Mission Scheme) के तहत किसानों को आम की खेती (mango cultivation) के लिए अनुदान का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इसके तहत आम की खेती के लिए एक हैक्टेयर की इकाई लागत 60 हजार रुपए निर्धारित की गई है। इस पर किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी (subsidy) दी जाएगी। सब्सिडी का भुगतान किसानों को दो किस्तों में किया जाएगा। प्रथम किस्त में लाभार्थी किसान को लागत की 75 प्रतिशत राशि 33,750 रुपए दी जाएगी। वहीं दूसरी किस्त 11,250 रुपए दी जाएगी। इस प्रकार आम की खेती के लिए किसान को कुल 45,000 रुपए की सब्सिडी (subsidy) दी जाएगी। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि अनुदान की दूसरी किस्त का भुगतान किसान को पौधे के जीवित रहने पर ही किया जाएगा। किसान एक हैक्टेयर में आम के करीब 1500 पौधे और एक एकड़ में करीब 800 पौधे लगा सकते हैं।
राज्य सरकार की ओर से केले की खेती (Banana farming) के लिए भी किसानों को अनुदान दिया जा रहा है। योजना के तहत टिश्यू कल्चर पद्धति से केले की खेती करने पर सब्सिडी दी जाएगी। योजना के अंतर्गत केले की लागत प्रति इकाई 1,25,000 रुपए निर्धारित की गई है जिस पर विभाग की ओर से किसानों को 50 प्रतशित अनुदान दिया जाता है। ऐसे में केले की खेती के लिए किसानों को कुल 62,500 रुपए का अनुदान दिया जाएगा।
उद्यान विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार नारियल का पौधा अनुदानित दरों पर ऐसे किसानों को दिया जाएगा जो अपने घरों के आसपास या अपनी जमीन पर नारियल का पौधा लगा सकते हैं। इसके तहत कम से कम पांच और अधिकतम चार हैक्टेयर के लिए 712 नारियल के पौधे अनुदानित दरों पर दिए जाएंगे। पांच पौधे लगाने वाले व्यक्ति अपने घर के आगे बैकयार्ड में लगा सकते हैं और जो किसान अपने खेतों में नारियल का पौधा लगाना चाहते हैं उन्हें अधिकतम चार हैक्टेयर के लिए 712 पौधे दिए जाएंगे। खेतों में नारियल का पौधा लगाने के इच्छुक किसानों के लिए दो साल का भू-लगान रसीद होना आवश्यक है। एक पौधा इकाई लागत का 85 रुपए निर्धारित की गई है जिसमें किसानों को 75 प्रतिशत यानि 63.35 रुपए की सब्सिडी (subsidy) दी जाएगी।
यदि आप बिहार के किसान है तो आप इस मुख्यमंत्री बागवानी विकास मिशन योजना (Chief Minister Horticulture Mission Scheme) के तहत केला, आम और नारियल पर दिए जाने वाले अनुदान का लाभ उठा सकते हैं। बिहार के दरभंगा जिले में किसानों को आम, केला और नारियल की खेती कराने का लक्ष्य है। उद्यान विभाग द्वारा पहली बार नारियल विकास योजना के तहत जिले में नारियल की खेती को बढ़ावा देने की योजना तैयार की गई है। इसी के साथ आम व केले की खेती के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिले के जो किसान इस योजना के तहत केला, आम और नारियल की खेती के लिए सब्सिडी का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, वे उद्यान निदेशालय बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए किसान वेबसाइट के डैशबोर्ड पर उपलब्ध फल से संबंधित योजना के लिए आवेदन करें लिंक पर क्लिक करके आवेदन कर सकते हैं। योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए लाभार्थी जिला सहायक निदेशक उद्यान से संपर्क कर सकते हैं।
ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों स्वराज ट्रैक्टर, फार्मट्रैक ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।
अगर आप नए ट्रैक्टर, पुराने ट्रैक्टर, कृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।