प्रकाशित - 01 Nov 2022 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
गिरते भू-जल स्तर के कारण खेती के लिए पानी का संकट गहराता जा रहा है। इसे देखते हुए सरकार पानी की बचत के लिए तरह-तरह की योजनाएं बनाकर लोगों को जागरूक कर रही है। सर्दियों की अपेक्षा गर्मियों में पानी की अधिक खपत के कारण पानी की मांग को लेकर हर जगह आंदोलन, रास्ता जाम और घेराव जैसी घटनाएं सामान्य बात हो गई है। अब इस जल संकट से निपटने के लिए सरकार की ओर से कम पानी में खेती की नई तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके तहत किसानों को ऐसी फसलों को उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है जिसमें कम पानी की आवश्यकता होती है।
वहीं पानी की बूंद-बूंद का उपयोग करने के लिए ड्रीप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिंचाई यंत्र को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस तकनीक के उपयोग से पानी की प्रत्येक बूंद का खेती के लिए उपयोग संभव होता है। इस तकनीक को अपनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए अलग-अलग राज्य सरकारें अपने स्तर पर इन यंत्रों की स्थापना के लिए किसानों को सब्सिडी का लाभ प्रदान कर रही हैं। इसी क्रम में इस समय बिहार में ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर पर 90 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ किसानों को दिया जा रहा है। बता दें कि इस वर्ष मानसून की अनियमितता के कारण बिहार के कई जिले सूखाग्रस्त घाेषित किए गए है। इन सूखाग्रस्त क्षेत्राें में इस बार सामान्य से कम बारिश हुई है। इसका असर अगली फसल की बुवाई पर पड़ रहा है। इसे देखते हुए राज्य के किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर पर अनुदान दिया जा रहा है। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में आपको कृषि सिंचाई योजना बिहार के तहत ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम की स्थापना पर दी जाने वाली सब्सिडी और इसके तहत आवेदन की प्रक्रिया और दस्तावेजों की जानकारी दे रहे हैं।
बिहार सरकार की ओर से ‘पर ड्रॉप मॉर क्रॉप' अभियान के तहत किसानों को अपने खेत में ड्रिप और स्प्रिंलकर सिंचाई सिस्टम लगवाने के लिए कुल लागत का 90 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाएगा। बाकी 10 प्रतिशत ही किसान को अपनी जेब से खर्च करना होगा। इनकी प्रति एकड़ लागत और उस पर दिए जाने वाले अनुदान की जानकारी इस प्रकार से है-
क्र. सं. | सिंचाई पद्धति | लागत | अनुदान | प्रतिशत |
---|---|---|---|---|
1. | ड्रिप सिंचाई यंत्र | 65827 | 59244 | 90 |
2. | मिनी स्प्रिंकलर | 52548 | 47293 | 90 |
3. | माईक्रो स्प्रिंकलर | 37619 | 33857 | 90 |
यहां पर किसान को ध्यान देना होगा कि GST पर अनुदान देय नहीं है।
इस कृषि तकनीक के इस्तेमाल से किसानों को काफी लाभ होगा। इस तकनीक से किसान पानी की हर बूंद का इस्तेमाल खेती के लिए कर पाएंगे। इससे कम पानी में अधिक पैदावार प्राप्त होगी। वहीं दूसरा मिट्टी की नमी बनी रहेगी जिससे भूमि की सेहत को भी लाभ मिलेगा। ड्रिप और स्प्रिंकलर पद्धिति के लाभ इस प्रकार से हैं-
किसान प्रधानमंत्री सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के तहत किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर पर अनुदान दिया जा रहा है। अब तक इस योजना में 53933 किसानों आवेदन कर चुके हैं। यदि आप भी इस योजना के तहत सरकार की ओर से दी जाने वाली सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन आप बिहार सरकार की वेबसाइट http://horticulture.bihar.gov.in/HORTMIS/Home.aspx पर जाकर कर सकते हैं।
इस योजना के तहत ड्रिप और स्प्रिंकलर पर सब्सिडी का लाभ प्राप्त करने के लिए आपको आवेदन करना होगा। इसके लिए आपको जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी जो इस प्रकार से हैं-
प्रधानमंत्री सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत फसलवार सिंचाई पद्धिति को अपनाने की अनुशंसा की गई है जो इस प्रकार से है-
प्रधानमंत्री सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत कुछ पात्रता और शर्तें भी निर्धारित की गई है जो इस प्रकार से है-
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