प्रकाशित - 11 May 2024
ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
इस समय देश में ग्रीष्मकालीन फसलों की बुवाई की जा रही है। इसके बाद खरीफ सीजन की तैयारी शुरू हो जाएगी। ऐसे में किसानों को फसलों की सिंचाई की पर्याप्त सुविधा मिल सके, इस उद्देश्य के साथ सरकार की ओर से पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana) के तहत जिले के 1400 किसानों को सब्सिडी पर सोलर पंप (solar pump) उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
खास बात यह है कि इन किसानों को सोलर पंप पर 60 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। वहीं अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के किसानों को सोलर पंप सेट लगाने पर 45,000 रुपए का अतिरिक्त अनुदान दिया जाएगा। इस तरह किसान बहुत ही कम खर्च में अपने खेत में सिंचाई के लिए सोलर पंप लगवा सकेंगे।
केंद्र सरकार की ओर से राज्य के उद्यान विभाग के जरिये किसानों को सब्सिडी पर सोलर पंप लगवाने के लिए पीएम कुसुम योजना चलाई जा रही है। इसके तहत किसानों को सोलर पंप की स्थापना पर सरकार की ओर से लाभार्थी किसान को 60 प्रतिशत सब्सिडी (subsidy) दी जाएगी। सोलर पंप के लिए किसान बैंक से 30 प्रतिशत तक लोन प्राप्त कर सकते है और शेष 10 प्रतिशत राशि किसान को स्वयं वहन करनी होगी। वहीं अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को सोलर पंप सेट लगवाने पर 45,000 रुपए का अतिरिक्त अनुदान दिया जाएगा। इस योजना के तहत किसान के खेत में 3 एचपी, 5 एचपी, 7.5 एचपी और 10 एचपी के सोलर पंप लगाए जाएंगे।
अभी राजस्थान के सवाईमाधोपुर जिले में 1400 किसानों के यहां सोलर पंप सेट लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से 1 हजार 174 किसानों के यहां सोलर पंप सेट (solar pump set) लगाने की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की जा चुकी है। शेष लक्ष्य के लिए भी नियमित रूप से स्वीकृति जारी की जा रही है। सौ से अधिक किसानों के यहां सोलर पंप सेट स्थापित किए जा चुके हैं। 65 से अधिक सोलर पंप सेटों का भौतिक सत्यापन किया जा चुका है।
खेत में सोलर पंप (solar pump) की स्थापना से किसानों को 24 घंटे सिंचाई की सुविधा मिलेगी जिससे वे अपनी मर्जी के अनुसार किसी भी समय खेत की सिंचाई कर सकेंगे। किसानों को बार-बार पावर कट की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा। इतना ही नहीं किसान सोलर पंप से उत्पादिक अतिरिक्त बिजली को विद्युत विभाग को बेच सकेंगे जिसके बदले उन्हें प्रतिमाह 6,000 रुपए की अतिरिक्त आय हो सकती है। बता दें कि पीएम कुसुम योजना के तहत 10 लाख ग्रिड-कनेक्टेड कृषि पंपों का सोलराइजेशन किया जाएगा। 2024 तक कुसुम योजना के पहले चरण में 17.5 लाख सिंचाई पंपों को सौर ऊर्जा से चलाया जाएगा, जिससे डीजल की खपत कम होगी। खेतों की सिंचाई के उपयोग में आने वाले सोलर पंप सौर ऊर्जा से चलेंगे जिससे कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी होगी।
पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana) केंद्र सरकार की योजना है जिसे अलग-अलग राज्यों में संचालित किया जा रहा है। इसके लिए केंद्र व राज्य सरकारें मिलकर सब्सिडी देती है। जो किसान सब्सिडी पर अपने खेत में सोलर पंप लगाना चाहते हैं, उन्हें इसके लिए राज्य या जिलेवार लक्ष्यों के अनुरूप आवेदन करना होता है। आवेदन के बाद प्रशासनिक स्वीकृति जारी की जाती है। स्वीकृति के बाद किसानों के खेत में सोलर पंप स्थापित किए जाते हैं। पीएम कुसुम योजना में आवेदन करने के लिए किसान के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड, रजिस्ट्रेशन का कॉपी, ऑथराइजेशन लेटर, जमीन जमाबंदी की कॉपी, मोबाइल नंबर, बैंक खाता, पासपोर्ट साइज फोटो व चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा जारी किया गया नेटवर्थ सर्टिफिकेट होना चाहिए। किसान पीएम कुसुम योजना की आधिकारिक बेवसाइट (Official website of PM Kusum Yojana) पर जाकर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए किसान अपने जिले के उद्यान विभाग या कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
पीएम कुसुम योजना से संबंधित महत्वपूर्ण लिंक
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