यूजर प्रोफाइल

नया उपयोगकर्ता

ट्रैक्टर जंक्शन से जुड़ें

पौधरोपण पर फायदा ही फायदा : 50 हजार रुपए के साथ फ्री दुर्घटना बीमा

प्रकाशित - 08 Jun 2023

जानें, क्या है राज्य सरकार की योजना और इससे कैसे मिलेगा लाभ

पृथ्वी पर जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण प्रदूषण के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार की ओर से इसे कम करने का प्रयास किया जा रहा है। पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के उद्‌देश्य से सरकार की ओर से किसानों को पौधरोपण करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से पौधरोपण अभियान की शुरुआत की गई है। खास बात ये हैं इस अभियान से जुड़ने वाले किसानों को फ्री दुर्घटना बीमा का लाभ दिया जाएगा। साथ ही किसानों को 50 हजार रुपए का भी फायदा होगा।

दरअसल मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में एक करोड़ 20 लाख पौधे लगाने का अभियान शुरू किया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास कार्यालय से विश्व पर्यावरण दिवस पर नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा के आवली घाट में रुपई एग्रो फाउंडेशन प्राइवेट लिमिटेड के विशाल कृषक एवं नर्मदा संरक्षण संकल्प अभियान का वर्चुअल शुभारंभ किया। इस अभियान के तहत किसानों के खेतों में भी पौधरोपण करने का कार्य किया जाएगा। वहीं इस पौधरोपण अभियान से जुड़ने वाले किसानों को दुर्घटना बीमा का लाभ भी प्रदान किया जाएगा।

ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आज हम आपको मध्यप्रदेश में चलाए जा रहे पौधरोपण अभियान के साथ ही इस अभियान के तहत मिलने वाले दुर्घटना बीमा सहित अन्य लाभों की जानकारी भी दे रहे हैं।

किसानों के खेतों में किया जाएगा पौधरोपण

मध्यप्रदेश सरकार की ओर से चलाए जा रहे इस पौधरोपण अभियान के तहत करीब 22 हजार किसानों के खेतों में पौधरोपण किया जाएगा। इसके तहत माखन नगर, इटारसी, डोलरिया, नर्मदापुरम, सीहोर, रेहटी और भैंरूंदा के 22 हजार किसान इस अभियान के तहत अपने खेतों में पौधरोपण करेंगे। इसके तहत किसान अपने खेत की मेड़ पर पौधरोपण का कार्य करेंगे। पौधरोपण अभियान की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने रूपई एग्री फॉरेस्ट के संचालक गौरी मुकाती की “तुम मुझे मेड दो-मैं तुम्हें पेड़ दूंगा” की पहल की सराहना की और उन्हें पेड़ बाबा की उपाधि दी। उन्होंने दैनिक अनोखा तीर समाचार पत्र के विशेषांक तपती धरती का विमोचन भी किया।

पौधरोपण करने वाले किसानों को मिलेगा दुर्घटना बीमा का लाभ

इस दौरान कृषि मंत्री कमल पटेल ने इस पौधरोपण अभियान से जुड़े प्रेरक किसानों को जैविक मूंग का वितरण कर उन्हें सम्मानित किया। इसी के साथ ही इन किसानों को दुर्घटना बीमा भी प्रदान किया गया। मंत्री पटेल ने पौधरोपण कर सभी को पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण करने के लिए प्रेरित किया। मुकाती ने बताया कि वर्ष 2030 तक 50 करोड़ पौधे लगाने का संकल्प लिया गया है। इस कार्य में जुड़े सभी किसानों को दुर्घटना बीमा भी प्रदान किया जाएगा।

खेत में पौधरोपण से किसानों को मिलेंगे कई लाभ

इस पौधरोपण अभियान के तहत किसानों के खेत की मेड़ पर पौधरोपण किया जाएगा। इससे किसानों को यह लाभ होगा कि खेत के चारों और पेड़ रहने से खेत की सुरक्षा होगी। इसके अलावा खेत की मिट्‌टी का अपरदन भी कम होगा, क्योंकि पेड़ हवा की गति को कम करने में सहायक होंगे। वहीं, इसके अलावा किसानों को दुर्घटना बीमा का लाभ भी दिया जाएगा। इस तरह पर्यावरण के साथ ही किसानों को भी पाधरोपण के इस अभियान से लाभ मिलेगा।

किसान खेत में लगा सकते हैं इमारती लकड़ी के पेड़

किसान अपनी आय बढ़ाने के लिए खेत में सफेदा, बांस, मोहगनी आदि इमारती लड़की देने वाले पेड़ लगा सकते हैं। इसके लिए सरकार की ओर से अनुदान भी दिया जाता है। औषधीय पौधे लगाकर भी अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसके लिए किसानों को राष्ट्रीय विकास योजना के तहत सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। मध्यप्रदेश में इस योजना के तहत एग्रोफारेस्ट्री प्लांटेशन के लिए अनुदान दिया जा रहा है। इस योजना के तहत किसानों को 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है।

मेड पर एक पौधे पर कितना आता है खर्च

खेत की मेड पर एक पौधा लगाने पर करीब 70 रुपए का खर्चा आता है। इस खर्चे में पौधे की खरीद, गड‌्‌ढे की खुदाई, सिंचाई, परिवहन, दवाई और देखरेख का खर्चा आता है। इस खर्च में 50 प्रतिशत खर्चा किसान का लगता है। लेकिन इस योजना के तहत किसानों को राज्य सरकार 50 प्रतिशत खर्च देती है। इस योजना के तहत एक किसान को 50 हजार रुपए तक का अनुदान मिल सकता है।

अनुदान के लिए निर्धारित पात्रता और शर्तें

इस योजना के तहत किसान को 0.2 हैक्टेयर से 5 हैक्टेयर क्षेत्र में पेड़ लगाने के लिए अनुदान दिया जाता है। इस योजना के तहत किसान 100 से 1500 पौधे लगा सकता है। इस योजना में अधिकतम अनुदान राशि 50 हजार रुपए है। इसमें 80 प्रतिशत पौधे जीवित अवस्था में होने पर अनुदान की राशि किसानों को दी जाती है।

किसान कैसे उठाएं योजना का लाभ

इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान को इसमें आवेदन करना होता है। इसके लिए आप अपने जिले के वानिकी विभाग (उद्यान विभाग) से संपर्क करते हैं। इस योजना का लाभ मध्यप्रदेश के सभी जिलों के किसान उठा सकते हैं। 

ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों इंडो फार्म ट्रैक्टर, कुबोटा ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।

अगर आप नए ट्रैक्टरपुराने ट्रैक्टरकृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।

सर्टिफाइड पुराने ट्रैक्टर्स

स्वराज 744 एफई
₹1.40 लाख का कुल बचत

स्वराज 744 एफई

48 एचपी | 2021 Model | अहमदनगर, महाराष्ट्र

₹ 6,00,000
प्रमाणित
icon icon-phone-callविक्रेता से संपर्क करें
महिंद्रा 475 डीआई
₹2.25 लाख का कुल बचत

महिंद्रा 475 डीआई

44 एचपी | 2019 Model | सीकर, राजस्थान

₹ 4,50,000
प्रमाणित
icon icon-phone-callविक्रेता से संपर्क करें
सोनालिका डीआई 50 आरएक्स
₹1.47 लाख का कुल बचत

सोनालिका डीआई 50 आरएक्स

52 एचपी | 2020 Model | राजगढ़, मध्यप्रदेश

₹ 5,70,000
प्रमाणित
icon icon-phone-callविक्रेता से संपर्क करें
पॉवर ट्रैक 434 प्लस
₹2.08 लाख का कुल बचत

पॉवर ट्रैक 434 प्लस

37 एचपी | 2023 Model | चितौड़गढ़, राजस्थान

₹ 3,32,500
प्रमाणित
icon icon-phone-callविक्रेता से संपर्क करें

सभी देखें