अक्षय कुमार और वीरेंद्र सहवाग ने जैविक खेती के स्टार्टअप में किया 14 करोड़ का निवेश

Share Product प्रकाशित - 05 May 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा

अक्षय कुमार और वीरेंद्र सहवाग ने जैविक खेती के स्टार्टअप में किया 14 करोड़ का निवेश

जैविक खेती को किया जा रहा है प्रोत्साहित, किसानों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण

सरकार की ओर से प्राकृतिक व जैविक खेती (Organic Farming) को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए किसानों को सब्सिडी का लाभ भी प्रदान किया जाता है। जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार की ओर से किसानों को इसके लिए कई तरह की सुविधाएं भी प्रदान की जा रही है। आज जैविक खेती की जरूरत को समझते हुए सरकार इसके स्टार्टअप को भी बढ़ावा दे रही है। जैविक खेती के उज्जवल भविष्य को देखते हुए कई लोग इसमें अपना पैसा भी निवेश कर रहे हैं। जैविक उत्पादों की बाजार में काफी मांग है। इसके पैसे भी अच्छे मिलते हैं। इस तरह देखा जाए तो जैविक के उत्पादों से काफी अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। जैविक खेती की अपार संभावनाओं को देखते हुए कई लोग इसमें निवेश कर रहे हैं। इसी कड़ी में फिल्म सुपर स्टार अक्षय कुमार और क्रिकेट के मशहूर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने जैविक खेती के स्टार्टअप में 14 करोड़ का निवेश किया है। बता दें कि जैविक खेती कृषि की वह विधि है जिसमें कीटनाशक, रासानिक खाद (Chemical Fertilizer) व उर्वरकों का प्रयोग नहीं करके भूमि की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने के लिए फसल चक्र, हरी खाद, कम्पोस्ट आदि का प्रयोग किया जाता है। सन 1990 के बाद से ही विश्व में जैविक उत्पादों का बाजार काफी बढ़ गया है और ये निरंतर बढ़ता ही जा रहा है।

Buy Used Tractor

इन लोगों ने किया जैविक खेती के स्टार्टअप में निवेश

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारतीय हिंदी फिल्मों के सुपर स्टार अक्षय कुमार एवं प्रसिद्ध क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने जैविक खेती के स्टार्टअप कंपनी में 14 करोड़ रुपए का निवेश किया है। इस स्टार्टअप कंपनी का नाम टू ब्रदर्स ऑर्गेनिक फार्म्स (टीबीओएफ) है। इसके अलावा कंपनी में अन्य पांच निवेशकों ने भी इसमें निवेश किया है। इस कंपनी की स्थापना 2013 में सत्यजित और अजिंक्य हांगे ने की थी। हाल ही में कंपनी ने घोषणा कर बताया है कि उन्हें कुल 14.5 करोड़ रुपए का निवेश प्राप्त हुआ है।

16000 से अधिक किसानों को किया जा रहा है प्रशिक्षित

टीबीओएफ कंपनी ने बहुत ही कम समय में किसानों व बाजार के बीच में अपनी एक विशेष छबि बना ली है। कंपनी पिछले कुछ वर्षों से जैविक खेती के लिए 16000 से अधिक किसानों को प्रशिक्षण दे रही है। इसके अलावा ये जैविक खेती के लिए कई पहल शुरू कर रहे हैं जो जैविक खेती के महत्व को समझने में मदद करेगी। बता दें कि टीबीओएफ कंपनी विभिन्न प्रकार के ऑर्गेनिक और प्राकृतिक तत्वों पर आधारित उत्पादों विक्रय करती है।

किन-किन जैविक व प्राकृतिक उत्पादों का विक्रय करती है कंपनी

टीबीओएफ कंपनी की प्राकृतिक व जैविक उत्पादों को लेकर एक विस्तृत रेंज है। इसमें कल्चर्ड ए2 घी, स्वस्थ अनाज जैसे मिलेट और अन्य अनाज आटे, वुड प्रेस्ड तेल और नट बटर शामिल है। इसके अलावा कंपनी फल, सब्जियों, अनाज, दाल और अन्न के बीच बागवानी और बहुफल फसल की खेती करती है।

53 देशों में फैला हुआ है कंपनी का व्यापार

टीबीओएफ कंपनी का प्राकृतिक व जैविक उत्पादों का बाजार भारत के अधिकतर 1000 शहरों सहित 53 देशों में फैला हुआ है। इसके अधिकांश ग्राहक अधिकारिक ई-कॉमर्स वेबसाइट, मोबाइल एप, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और मुख्य खाद्य सुपर स्टोर से जुड़े हैं। बता दें कि टीबीओएफ पिछले कुछ वर्षों से बहुत तेजी से बढ़ा है। आज हजारों परिवार इससे जुड़े हुए हैं।

भारत में जैविक खेती की आवश्यकता

आजादी के समय भारत को विदेशों से अनाज का आयात करना पड़ता था। यहां के खेतों में बहुत कम अनाज उपजता था। ऐसे में देश में हरित क्रांति की आवश्यकता को महसूस किया गया। इसके बाद 60 व 70 के दशक में देश में अनाज उत्पादन को बढ़ाने के लिए हरित क्रांति को अपनाया गया। इसके तहत नए-नए संकर बीज, रासायनिक उर्वरक (Chemical Fertilizers) और विभिन्न प्रकार के कीटनाशकों का उपयोग करके उत्पादन को बढ़ाने में सफलता प्राप्त की गई और देश की खाद्‌य आवश्यकता पूरा किया गया। और इसी का परिणाम यह हैं कि आज देश अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बना गया है। लेकिन इसी के साथ अंधाधुंध तरीके से रासायनिक खाद व कीटनाशकों के उपयोग से भूमि की उर्वरा शक्ति कम हो गई और कई खेत तो बंजर हो चले हैं। वहीं रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों के प्रयोग से अनाज का स्वाद पहले जैसा नहीं रहा है। खाद्य पदार्थ जहरीले हो गए हैं। इसे खाकर लोग कई प्रकार की भयानक बीमारियां, जैसे कैंसर, चर्मरोग जैसी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। अब समय आ गया है कि हम वापिस पहले वाली हमारी फसल उत्पादन की विधि जैविक व प्राकृतिक खेती की ओर मुड़े और प्राकृतिक रूप से तैयार अनाज और खाद्यान्न का उपयोग करें। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए तो हितकारी रहेगा ही साथ ही भूमि के उर्वराशक्ति को भी बनाए रखने में हमारी मदद करेगा।

ट्रैक्टर जंक्शन हमेशा आपको अपडेट रखता है। इसके लिए ट्रैक्टरों के नये मॉडलों और उनके कृषि उपयोग के बारे में एग्रीकल्चर खबरें प्रकाशित की जाती हैं। प्रमुख ट्रैक्टर कंपनियों फार्मट्रैक ट्रैक्टर, कुबोटा ट्रैक्टर आदि की मासिक सेल्स रिपोर्ट भी हम प्रकाशित करते हैं जिसमें ट्रैक्टरों की थोक व खुदरा बिक्री की विस्तृत जानकारी दी जाती है। अगर आप मासिक सदस्यता प्राप्त करना चाहते हैं तो हमसे संपर्क करें।

अगर आप नए ट्रैक्टरपुराने ट्रैक्टरकृषि उपकरण बेचने या खरीदने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा खरीददार और विक्रेता आपसे संपर्क करें और आपको अपनी वस्तु का अधिकतम मूल्य मिले तो अपनी बिकाऊ वस्तु को ट्रैक्टर जंक्शन के साथ शेयर करें।

हमसे शीघ्र जुड़ें

Call Back Button
scroll to top
Close
Call Now Request Call Back