प्रकाशित - 03 Jun 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
वायुमंडल में बन रहे मौसम सिस्टम (weather system) के कारण अरब सागर में एक डिप्रेशन (depression) बन रहा है। इसके जल्द सक्रिय होने की संभावना है जिससे देश के कई राज्यों में बारिश की संभावना है। जून के शुरुआती दिनों में इस डिप्रेशन का असर दिखाई देगा जिससे 5 से 6 दिनों के दौरान आपको बारिश, आंधी की गतिविधियां देखने का मिल सकती है। हालांकि मौसम विभाग की ओर से जून में तापमान बढ़ने की बात भी कही गई है, लेकिन इसी के साथ कई राज्यों में प्री-मानसून की गतिविधियां भी देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार मानसून केरल में कुछ देरी से दस्तक देगा। लेकिन पश्चिमी तट पर बारिश की गतिविधियां बेहतर रहेंगी। 5 से 6 जून के आसपास अरब सागर में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा जो धीरे-धीरे सशक्त होकर डिप्रेशन बन सकता है। इसके प्रभाव से मानसून के आगे बढ़ने की रफ्तार रूक सकती है। इसका असर यह होगा कि जून का पहले पखवाड़े में सामान्य से कम बारिश देखने को मिलेगी। वहीं पश्चिमी विक्षोभ के पहाड़ों पर सक्रिय होने से पहाड़ी इलाकों में बारिश होगी। इस दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं राजस्थान और मध्यप्रदेश में तेज बारिश की संभावना है। वहीं निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट (skymet weather report) के अनुसार 5 जून तक दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने की उम्मीद है। इसके प्रभाव से 6 जून तक उसी क्षेत्र में निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होगा जिससे देश के कई इलाकों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती है।
ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आज हम आपको जून के शुरुआती दिनों में कैसा रहेगा मौसम इससे संबंधित जानकारी (weather information) दे रहे हैं। जिसमें मौसम विभाग के साथ ही स्काईमेट वेदर की ओर से जारी किए गए पूर्वानुमान को भी शामिल किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण अरब सागर के कुछ और हिस्सों में दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र, बंगाल की दक्षिण खाड़ी, बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी और पूर्वोत्तर की खाड़ी के कुछ हिस्से मानसून से पहले बनने वाले डिप्रेशन से प्रभावित रहेंगे। अगले 24 घंटे के दौरान बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है। इससे देश के कई इलाकों में बारिश व आंधी की गतिविधियां देखने को मिल सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार इस समय पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी क्षोभमंडल स्तर में एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में उत्तरी पाकिस्तान पर स्थित है और इससे सटे पंजाब और जम्मू क्षेत्र और एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पंजाब के निचले हिस्से पर बना हुआ है। वहीं निचले क्षोभमंडल स्तरों में दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इससे 5 जून के आसपास दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। वहीं अगले 24 घंटे के दौरान इसी क्षेत्र में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
मौसम विभाग अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान (Today's Weather) उत्तर पश्चिमी भारत में गरज, बिजली और कभी-कभार तेज हवाओं के साथ हल्की से लेकर मध्यम, छिटपुट से लेकर व्यापक बारिश होने की संभावना है। दक्षिण भारत के केरल में गरज के साथ बिजली चमकने या तेज हवाओं के साथ हल्की से लेकर मध्यम व्यापक बारिश होने की संभावना है। लक्षद्वीप, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में छिटपुट बारिश की संभावना है। वहीं पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 40-50 से लेकर 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और इसके बाद कम होने की संभावना है। उत्तराखंड के छिटपुट स्थानों पर ओलावृष्टि की संभावना है।
इधर निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्यप्रदेश और गुजरात के उत्तरी भागों, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में एक-दो जगहों पर हल्की बरिश की संभावना है। पश्चिमी हिमालय, पंजाब के कुछ हिस्सों, दक्षिण कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के तटीय भागों, रायलसीमा और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश और धूल भरी आंधी चल सकती है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में अधिकतम तापमान सामान्य से 4-6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की संभावना है। वहीं अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होने की संभावना है। इसके बाद धीरे-धीरे तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी होगी। पश्चिम और मध्य भारत में अधिकतम तापमान में 2 से लेकर 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। वहीं अगले दो दिनों के दौरान और इसके बाद कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं दिखाई देगा। अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा। हालांकि इस दौरान बिहार और पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में लू की स्थिति बने रहने की संभावना है। 2 से 6 जून और 2 और 3 जून को मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ और छत्तीसगढ़ पर तापमान प्रबल होने की संभावना है। वहीं नम हवा और उच्च तापमान के कारण 2 जून को कोंकण में गर्म और बेचैनी का मौसम होने की संभावना है।
मौसम कल कैसा रहेगा (कल का बारिश का मौसम) या अगले दिन के मौसम का हाल जानने के लिए हम मौसम विभाग की ओर से दिए गए पूर्वानुमान का अवलोकन करेंगे।
मौसम विभाग के मुताबिक इस दिन केरल के छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। जम्मू, कश्मीर, लद्दाख में अलग-अलग स्थानों पर बिजली और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, छत्तीसगढ़ के अलग-अलग इलाकों में लू की संभावना है। केरल-कर्नाटक के तटों और आसपास के पूर्वमध्य में 40-45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। अरब सागर और लक्षद्वीप, मन्नार की खाड़ी और निकटवर्ती कोमोरिन क्षेत्र, बंगाल की दक्षिण खाड़ी और अंडमान सागर में 45-55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पूर्वोत्तर अरब सागर में हवा चलने की संभावना है। मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे इन इलाकों में नहीं जाएं।
इस दिन केरल के छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। राजस्थान, मध्यप्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बिजली और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ ही गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। ओडिशा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल, गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय और उत्तरी आंतरिक भाग में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने के साथ ही बारिश की संभावना है। इधर बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग हिस्सों में गर्म हवा चलने की संभावना है। केरल-कर्नाटक के तटों और आसपास के पूर्वमध्य में 40-45 किलोमीटर से लेकर 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर 45-55 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। इसलिए मछुआरों को सलाह दी जाती है इन क्षेत्रों में नहीं जाएं।
इस दिन केरल में छिटपुट स्थानो पर भारी बारिश की संभावना है। राजस्थान, ओडिशा, तटीय और अलग-अलग स्थानों पर बिजली और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने के साथ ही गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल, गंगीय पश्चिम बंगाल के अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने के साथ बारिश की संभावना है। वहीं बिहार, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग भागों में गर्म हवा चलने की सभावना है। इधर दक्षिण पूर्व अरब सागर और आसपास के लक्षद्वीप में 40-45 से लेकर 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर भी इसी तरह का मौसम बना रह सकता है। इसलिए मछुआरों को इन क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी जाती है।
इस दिन केरल के छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। राजस्थान, ओडिशा, तटीय और अलग-अलग स्थानों पर बिजली और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा के साथ गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल, गंगीय पश्चिम बंगाल के अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने के साथ बारिश हो सकती है। इधर बिहार, उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग स्थानों में गर्म हवा के चलने की संभावना है। वहीं दक्षिण पूर्व अरब सागर और आसपास के लक्षद्वीप में 40-45 से लेकर 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। इसी तरह पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर 45-55 से लेकर 65 किेमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे इन इलाकों में नही जाएं।
वेदर कॉम. के अनुसार नीचे हम आपको 10 दिनों के मौसम का पूर्वानुमान दे रहे हैं, जो इस प्रकार से हैं
ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से हमने ऊपर आपको 5 दिन व 10 दिन के मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी दी है। इसके अलावा हम आपको मानसून संबंधित जानकारी भी देते रहते हैं। 20 का मौसम और 30 दिन का मौसम का पूर्वानुमान जानने के लिए आप हमारे साथ बने रहे।
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