प्रकाशित - 10 Oct 2022 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
हर किसान चाहता है कि वह एक ऐसा ट्रैक्टर खरीदे जिससे उसके खेती का काम आसान हो जाए और खर्चा भी कम आए। जब किसान ट्रैक्टर खरीदने जाता है तो उसके सामने यह सवाल खड़ा हो जाता है कि ट्रैक्टर 2 व्हील ड्राइव में ले या 4 व्हील ड्राइव में। उसकी खेती के हिसाब से कौनसा ट्रैक्टर उचित रहेगा। किस व्हील ड्राइव के ट्रैक्टर से कौन-कौन से कृषि उपकरण चलाए जा सकते हैं। दोनों की कीमतों में कितना अंतर है। डीजल की खपत किसमें कम होती है। 2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर खरीदने के क्या फायदे हैं और क्या नुकसान। 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर के क्या फायदे और क्या नुकसान हैं। लेकिन अब किसान को परेशान होने की जरुरत नहीं है। किसान अपनी खेती के हिसाब से सही ट्रैक्टर खरीदने का निर्णय ले सकें, इसके लिए ट्रैक्टर जंक्शन ने यह खास पोस्ट बनाई है। इसलिए ट्रैक्टर जंक्शन के साथ बने रहें क्योंकि ट्रैक्टर सही मिलेगा यहीं।
2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर पिछले 2 पहियों की पावर से काम करता है और 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर 4 पहियों की पावर से काम करता है। 2 डब्ल्यूडी ट्रैक्टर से जब किसी भी चीज को खींचते हैं तो 2 पहियों पर काम करने की वजह से इंजन पर ज्यादा दबाव पड़ता है जबकि 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर चारों पहियों से काम करने के कारण इंजन पर कम दबाव डालता है और इंजन आसानी से काम करता है। इससे डीजल की बचत होती है। 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर कम डीजल खपत में 15-30 प्रतिशत तक ज्यादा काम करते हैं। 2 व्हील ड्राइव के मुकाबले 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर अधिक शक्तिशाली और मजबूत होते हैं। 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर मजबूत पहियों के कारण उबड़-खाबड़ रास्तों में भी आसानी से काम करते हैं।
किसान को अपनी खेती के प्रकार, भूमि, मिट्टी और उसके कृषि उपकरणों के आधार पर ट्रैक्टर खरीदना चाहिए। अगर किसान के पास बड़े क्षेत्र में खेती करता है, खेती में बड़े कल्टीवेटर, रिवर्सिबल एमबी प्लाउ, लेजर-लेवलर, लोडर, डोजर आदि उपकरण चलाता है। पुडलिंग जैसे काम करता है, ट्रैक्टर-ट्रॉली को पहाड़ी व चढ़ाई वाले रास्ते पर चलाता हो तो उसे 4 डब्ल्यूडी ट्रैक्टर खरीदना चाहिए। अगर किसान खेती के साथ-साथ ट्रांसपोर्टेशन का काम करता, ट्रैक्टर को किराए पर चलाता है तो उसके लिए 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर एक बेहतर ऑप्शन है।
अगर किसान ज्यादा बड़े क्षेत्र में खेती नहीं करता है और उसकी खेती में छोटे कृषि उपकरण जैसे रोटावेटर, सीड ड्रिल, 9 टाइन का कल्टीवेटर आदि काम आते हैं और वह छोटी जगह में पुडलिंग का काम करता है, ऐसे किसानों को 2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर खरीदना चाहिए। 2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर से स्प्रेयिंग का काम भी आसानी से कर सकते हैं। छोटे खेतों में जुताई और बुवाई के लिए 2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर सबसे बेहतर हैं।
2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर एचपी रेंज 15 एचपी से 90 एचपी तक है। जबकि 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर एचपी रेंज 18.5 से 120 एचपी तक है।
भारत में 2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर की कीमत 2 लाख रुपए से शुरू होकर 20 लाख रुपए तक है जबकि 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर की कीमत 3 लाख से 30 लाख रुपए तक है।
कृषि गतिविधियों का प्रबंधन : 2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर आवश्यक कृषि कार्यों का कुशलता से प्रबंधन करते हैं।
किफायती मूल्य : भारत में 2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर की कीमत भारतीय किसानों के लिए वहनीय है। छोटे और सीमांत किसान न्यूनतम निवेश के साथ 2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर आसानी से खरीद सकते हैं।
छोटा टर्निंग साइकिल : टू-व्हील-ड्राइव ट्रैक्टर का सरल डिज़ाइन विशेष रूप से छोटे क्षेत्रों में स्मॉल टर्निंग साइकिल प्रदान करने में मदद करता है।
संचालन में आसानी : 2 व्हील ड्राइव वाले ट्रैक्टरों का संचालन करना आसान होता है, और इसलिए, वे बेहतर गतिशीलता के साथ काम करते हैं।
प्राथमिक कृषि कार्यों के लिए उपयुक्त : दोपहिया ट्रैक्टर आवश्यक कृषि गतिविधियों जैसे बुवाई, छिड़काव आदि के लिए सबसे उपयुक्त हैं। ये ट्रैक्टर कम कृषि भूमि वाले किसानों के लिए एकदम सही हैं।
भारत में सभी प्रमुख कंपनियों के 2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर उपलब्ध है। यहां कुछ लोकप्रिय 2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर की जानकारी दी जा रही है।
4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर अपने दमदार प्रदर्शन और विश्वसनीयता के कारण किसानों के बीच लगातार लोकप्रिय हो रहे हैं।
अधिक कर्षण : 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर सभी चार पहियों के साथ खींचने की अधिकतम शक्ति का उपयोग करते हैं। आगे के पहिये पीछे के पहियों को अधिक कर्षण के साथ ट्रैक्टर को आगे खींचने में मदद करते हैं, जो कम फिसलन प्रदान करके कृषि कार्यों के बेहतर निष्पादन में मदद करता है।
उबड़-खाबड़ इलाकों के लिए उपयुक्त : ये ट्रैक्टर विशेष रूप से ऊबड़-खाबड़ क्षेत्रों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, यही वजह है कि 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर कठोर, गीले और कीचड़ भरे खेत के लिए भी सबसे उपयुक्त हैं।
बहुमुखी : एक 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर केवल बुनियादी कृषि गतिविधियों जैसे फसल सुरक्षा, लोडिंग आदि से अधिक प्रदर्शन कर सकता है। इससे उन कार्यों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त उपकरण खरीदने की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
लंबा जीवन : 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टरों के निर्माण में उपयोग की जाने वाली टिकाऊ सामग्री निश्चित रूप से ट्रैक्टर को लंबा जीवन प्रदान करती है। इसके अलावा, ट्रांसमिशन लोड समान रूप से रियर और फ्रंट एक्सल इकाइयों के बीच वितरित किया जाता है।
उच्च उत्पादकता : 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर कल्टीवेटर, लोडर आदि जैसे कई हैवी ड्यूटी उपकरणों को कुशलतापूर्वक संचालित कर सकते हैं। यह गुणवत्ता बनाए रखते हुए समग्र उत्पादकता बढ़ाने में मदद करता है।
भारत में सभी प्रमुख कंपनियों के 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर उपलब्ध है। यहां कुछ लोकप्रिय 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर की जानकारी दी जा रही है।
उपरोक्त विश्लेषण के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि अगर किसान का बजट कम है और उसे कम भूमि में खेती करनी है तो उसे 2 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर खरीदने को प्राथमिकता देनी चाहिए। अगर किसान के सामने बजट की कोई परेशानी नहीं है और वह अधिक भूमि में कृषि उपकरणों से खेती करता है तो उसे 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर को प्राथमिकता देनी चाहिए। अगर किसान खेती और व्यावसायिक कार्य बड़े पैमाने पर करना चाहता है तो उसे 4 व्हील ड्राइव ट्रैक्टर ही खरीदने की सलाह दी जाती है।
हमें उम्मीद है कि ट्रैक्टर जंक्शन की यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। भारत में ट्रैक्टर की कीमत और स्पेसिफिकेशन्स के लिए ट्रैक्टर जंक्शन पर विजिट करें।
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