प्रकाशित - 17 Sep 2023
किसान भाई, अच्छी किस्मों को लेकर अक्सर असमंजस की स्थिति में होते हैं। कई बार अच्छे मुनाफे के लिए किसानों को खराब किस्म का बीज दुकानदारों या कंपनियों द्वारा दे दिए जाते हैं। इससे किसानों को काफी नुकसान पहुंचता है और फसल अच्छी नहीं हो पाती है। अक्टूबर से नवंबर के बीच गेहूं की बुआई शुरू हो जाती है। गौरतलब है कि गेहूं भारत की सबसे लोकप्रिय फसलों में से एक है। किसान भारत को अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर बना रहे हैं। गेहूं का उत्पादन बढ़ाने के लिए भारत के कृषि अनुसंधान संस्थान लगातार नई और बेहतर किस्मों की खोज करते रहते हैं। गौरतलब है कि समय के साथ बीज की तकनीक बेहतर हो रही है और गेहूं के उत्पादन को बढ़ाने के लिए बीज, उन्नत किस्म का होना जरूरी है। क्योंकि उत्पादन बढ़ाने के लिए बीज की उन्नत किस्म का होना सबसे बेसिक जरूरत है।
ट्रैक्टर जंक्शन के इस पोस्ट में हम गेहूं के टॉप 3 किस्म, खासियत, पैदावार के बारे में और कौन सा किस्म किन इलाकों के लिए बनाया गया है इसकी जानकारी भी दे रहे हैं।
गेहूं के टॉप 3 किस्मों की बात करें, जिससे गेहूं की पैदावार में बढ़ोतरी होगी। वह इस प्रकार है। ये सभी तीन किस्में श्री राम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल लिमिटेड से विकसित हुई है। भारत में यह कंपनी एग्रीकल्चर साइंटिस्ट की मदद से लगातार बीजों पर रिसर्च करती है और नई एवं उन्नत किस्में विकसित करती है। यही वजह है कि यह किस्म बीते कुछ सालों से किसानों के बीच बहुत प्रसिद्ध है। चलिए, श्री राम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल लिमिटेड की सबसे उन्नत किस्मों की चर्चा करते हैं।
श्री राम 303 गेहूं की सबसे अच्छी वैरायटी है। गेहूं की यह किस्म 156 दिनों में तैयार हो जाती है और यह लगभग सभी प्रकार के रोगों से भी लड़ने में सक्षम है। यह पीला, भूरा, व काला रतुआ रोधी किस्म है, इससे किसानों को काफी लाभ होता है। इस किस्म की कुछ खासियत इस प्रकार है।
श्री राम सुपर 111 गेहूं, किसानों के लिए बेहद लाभकारी है और यह किस्म बंजर जमीनों पर भी अच्छे उत्पादन की क्षमता रखती है। यह किस्म मध्यप्रदेश की सबसे ज्यादा बोई जाने वाली गेहूं की किस्म है। इसकी खासियत इस प्रकार है।
यह किस्म तीनों किस्मों की लिस्ट में सबसे जल्दी पकने वाली किस्मों में से एक है। गेहूं की यह किस्म मात्र 90 से 100 दिन के अंदर पककर तैयार हो जाती है। ज्यादा फुटाव, लंबी बाली और कठोर एवं चमकदार दाना प्रदान करती है। इसकी बुआई अगेती या पछेती दोनों में की जा सकती है। कम समय में अच्छा उत्पादन देने की वजह से लांच के साथ ही श्री राम सुपर 252 गेहूं की लोकप्रियता बढ़ गई है। श्री राम 252 गेहूं मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तरप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और तराई के क्षेत्रों में अनुकूल किस्म है।
नोट : किसी भी फसल की बुआई के लिए किस्मों या उर्वरकों का चयन मिट्टी की सही जांच के बाद ही किया जाना चाहिए। इसलिए किसी भी निर्णय के लिए अपने नजदीक कृषि सलाहकार से संपर्क करें।
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