प्रकाशित - 04 Feb 2023
किसानों के लिए इस बार के आम बजट 2023 में केसीसी लोन से जुड़ी एक बहुत ही अच्छी घोषणा की गई है। केंद्र सरकार ने इस बार के नए बजट में किसानों को 20 लाख करोड़ रुपए के ऋण देने का लक्ष्य रखा है। इससे अब और पहले से अधिक किसानों को सस्ता लोन उपलब्ध हो सकेगा। बता दें कि किसानों को केसीसी योजना के तहत बैंकों से सस्ता लोन उपलब्ध कराया जाता है। इससे किसानों को खेती के कामकाज के लिए आसानी से लोन प्राप्त हो जाता है। सरकार की ओर से दिए जाने वाले इस ऋण में खेती करने वाले किसानों के अलावा पशुपालन, डेयरी और मछली पालन करने वाले किसानों को भी शामिल किया गया है।
हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन ने अपने बजट भाषण के दौरान कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दुगुनी करना चाहती है। इसके लिए वह पूरी कोशिश कर रही है। वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए पशुपालन, डेयरी और मछली पालन पर फोकस कर रही है।
आज हम ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में आपको सरकार की ओर से कृषि ऋण के लिए आवंटित की गई राशि और इससे किसानों को होने वाले लाभों की चर्चा करते हुए किसानों को केसीसी से ऋण लेने के बारे में पूरी जानकारी दे रहे हैं।
किसानों को कृषि से जुड़े कई कामों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) से ऋण मिल सकता है, जो इस प्रकार से हैं
देश के सभी किसान केसीसी जिनकी उम्र 18 से लेकर 70 साल है वे केसीसी बनवा सकते हैं। किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) बनने के बाद किसानों को सबसे बड़ा लाभ ये होता है कि उन्हें बहुत ही कम ब्याज दर पर बैंकों से ऋण मिल जाता है। केसीसी को आप व्यक्तिगत बनवा सकते हैं। इसके अलावा संयुक्त किसान मालिक भी अपना केसीसी बनवा सकते हैं। इतना ही नहीं केसीसी योजना में किरायेदार किसान, मौखिक पट्टेदार किसान और बटाईदार किसान भी केसीसी बनवाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
किसान किसी भी सरकारी या अर्द्ध सरकारी बैंक से केसीसी बनवा सकते हैं। देश में बहुत से बैंक हैं जो किसानों को किसान क्रेटिड कार्ड की सुविधा प्रदान करते हैं, उनमें से प्रमुख बैंक इस प्रकार से हैं
खेती के लिए किसानों को बीज, खाद, उर्वरक, कीटनाशक सहित खेती के काम आने वाले कृषि यंत्रों की आवश्यकता होती है। इन्हें खरीदने के लिए किसानों को ऋण की जरूरत पड़ती है। यदि किसान स्थानीय साहूकार से पैसा उधार लेता है उसे बहुत अधिक ब्याज चुकाना पड़ता है, क्योंकि स्थानीय साहूकारों से ली जाने वाली ब्याज दर काफी ज्यादा होती है। ऐसे में सरकार की ओर से किसानों को उनकी कृषि से संबंधित वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए केसीसी के जरिये ऋण प्रदान किया जाता है जिसकी ब्याज दरें काफी सस्ती होती हैं। किसान केसीसी से कम से कम 50,000 और अधिकतम 3 लाख रुपए तक का ऋण ले सकते हैं।
किसानों के अलावा पशुपालक और मछली पालक किसानों को भी किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) योजना से जोड़ा गया है। केसीसी के जरिये पशुपालक और मछली पालक किसान 50,000 से लेकर 2 लाख रुपए का लोन बैंक से ले सकते हैं।
केसीसी से लोन लेने पर किसान को बहुत ही कम दर पर पैसा उधार मिल जाता है। वैसे तो बैंक की ब्याज दर 9 प्रतिशत है। लेकिन सहकारी समिति के लिए बैंक की ब्याज दर 7 प्रतिशत रखी गई है। यदि किसान समय पर लोन चुका देता है तो उसे सरकार की ओर से 3 प्रतिशत की छूट दी जाती है। ऐसे में किसान को केसीसी से मात्र 4 प्रतिशत की दर से ऋण उपलब्ध हो जाता है।
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